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देश में लोकप्रिय हो रहा लेग क्रिकेट, अपने पैर से कीजिए किक मिलेगा फोर और सिक्स
विधान चंद्र मिश्र आ पने कभी पैर से छक्का मारा है? या फुटबॉल जैसी गेंद से बॉलिंग की है? रन आउट या कैच आउट, वह भी फुटबॉल से? नहीं, तो इस रोमांच के लिए अब तैयार हो जाइये. यह मौका मिलेगा भारत में तेजी से लोकप्रिय हो रहे ‘लेग क्रिकेट’ में. टी-20 फॉर्मेट की तरह […]
विधान चंद्र मिश्र
आ पने कभी पैर से छक्का मारा है? या फुटबॉल जैसी गेंद से बॉलिंग की है? रन आउट या कैच आउट, वह भी फुटबॉल से? नहीं, तो इस रोमांच के लिए अब तैयार हो जाइये. यह मौका मिलेगा भारत में तेजी से लोकप्रिय हो रहे ‘लेग क्रिकेट’ में.
टी-20 फॉर्मेट की तरह रोमांच पैदा करनेवाले इस नये गेम के 99 फीसदी नियम तो क्रिकेट के हैं, लेकिन रन उससे कहीं अधिक बरस रहे हैं.
10-10 ओवर के गेम में 200 से अधिक रन बन रहे हैं. दर्शकों को यह खेल खूब पसंद आ रहा है. लेग क्रिकेट में गेंद की जगह फुटबॉल (नंबर-1 या दो) व बल्ले की जगह पैर का इस्तेमाल होता है. बॉलर की अंडर आर्म गेंदबाजी पर आप अपने पैर से किक कर छक्का, चौका, एक रन, दो रन व तीन रन बना सकते हैं.पगबाधा का भी कोई खतरा नहीं है.
पांच साल पहले दो शिक्षकों ने की शुरुआत : इस अनोखे गेम की नींव दिल्ली के शारीरिक शिक्षक जेपी वर्मा व बेंगलुरु के एस नागराज ने 2012 में रखी थी. पिछले पांच वर्षों में इसकी लोकप्रियता विदेशों तक पहुंच चुकी है. भारत के दिल्ली, मणिपुर, तमिलनाडु, पुड्डुचेरी, गुजरात, झारखंड सहित 24 राज्यों के अलावा पड़ोसी देश नेपाल, भूटान, पाकिस्तान और श्रीलंका में भी इस खेल को युवा बड़े चाव से खेल
रहे हैं.
फाउंडर जेपी वर्मा ने बताया कि करीब 10 हजार से अधिक खिलाड़ी इस खेल से जुड़ चके हैं. इसकी मान्यता भारतीय रुलर ओलिंपिक से भी मिल चुकी है और मान्यता के लिए केंद्रीय खेल मंत्रालय के पास आवेदन दिया गया है.
कैसे खेलते हैं : पिच 44 फीट (15 गज) लंबी होती है. टॉस से मैच शुरू होता है. ग्राउंड की लंबाई पिच से 80 से 120 फीट होती है. प्रत्येक टीम में 11 सदस्य होते हैं.
बीच में चार खिलाड़ियों के बदलने की छूट होती है. मैच 5, 10, 15 व 20 ओवर के होते हैं. एक गेंदबाज पांच, 10, 15 व 20 ओवर के गेम में क्रमश: एक, दो, तीन व चार ओवर की गेंदबाजी कर सकता है. पिच के दोनों छोर पर छह विकेट गाड़े जाते हैं, जो क्रिकेट जैसा ही है.
अतिरिक्त रन, आउट व गेंदबाजी के नियम क्रिकेट के हैं. हालांकि बल्ले नहीं होने से शरीर के किसी भी हिस्से में गेंद लगने पर बल्लेबाज कैच आउट होता है. डेड बॉल नहीं होती, वह नो बॉल माना जाता है. मैच में दो अंपायर होते हैं. गलती करने पर सजा का भी प्रावधान है.
नेशनल चैंपियनशिप नवंबर में : खेल के फाउंडर जेपी वर्मा ने बताया कि नवंबर में नासिक में लेक क्रिकेट के नेशनल चैंपियनशिप का आयोजन किया जायेगा. इसमें देश से 30 राज्यों की टीमों के हिस्सा लेने की उम्मीद है. भूटान व नेपाल में इस वर्ष लीग मैचों का आयोजन होगा.
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