मंगल ग्रह की यात्रा: जनवरी के अंत में लॉन्च होगा दुनिया का सबसे शक्तिशाली रॉकेट
जनवरी के अंत में इलोन मुस्क की स्पेस एक्स परिजयोजना के तहत केनेडी स्पेस सेंटर से अब तक का सबसे शक्तिशाली रॉकेट फॉल्कन हेवी की लॉन्चिंग होगी. यह रॉकेट मुस्क की लाल रंग के इलेक्ट्रिक कार को लेकर अंतरिक्ष में जायेगी और मंगल की कक्षा में स्थापित करेगी. रॉकेट में दो बुस्टर इससे अलग होने […]
जनवरी के अंत में इलोन मुस्क की स्पेस एक्स परिजयोजना के तहत केनेडी स्पेस सेंटर से अब तक का सबसे शक्तिशाली रॉकेट फॉल्कन हेवी की लॉन्चिंग होगी. यह रॉकेट मुस्क की लाल रंग के इलेक्ट्रिक कार को लेकर अंतरिक्ष में जायेगी और मंगल की कक्षा में स्थापित करेगी. रॉकेट में दो बुस्टर इससे अलग होने से पहले इसे पृथ्वी की कक्षा में स्थापित कर देंगे.
इसके बाद रॉकेट में लगे हुए अलग होने वाले तीन कोर अलग-अलग चरणों में पेलोड को निर्धारित दूरी तक पहुंचाकर पुन: पृथ्वी पर वापस आ जायेगी. इसे अंतरिक्ष परिवहन का खर्च कम होगा और वापस आने वाले रॉकेटों का दोबारा इस्तेमाल हो सकेगा. सबसे अंतिम कोर 225 मिलियन किलोमीटर की यात्रा कर मुस्क की कार को मंगल ग्रह की कक्षा तक पहुंचाकर वापस पृथ्वी पर लौटेगा.
टेस्ला रोडस्टर
इलोन मुस्क में टेस्ला की निशानी के तौर पर 2008 में बनी अपनी टेस्ला रोडस्टर कार को मंगल की कक्षा में भेज रहा है. यह टेस्ला द्वारा संचालित स्पेस एक्स की महत्वाकांक्षी मिशन है.
ये भी जानें
रॉकेट इलोन मुस्क की इलेक्ट्रिक कार को मंगल कक्षा में स्थापित करेगा.
03 फॉल्केन नाइन रॉकेट को जोड़कर मेगारॉकेट का निर्माण किया गया है
इंजनों का रॉकेट में किया जा रहा है इस्तेमाल
अलग होने वाले कोर कार को अंतरिक्ष में छोड़कर वापस पृथ्वी पर आयेंगे
फॉल्कन हेवी- 1,420,788 किलोग्राम द्रव्यमान
रॉकेट में 18 बोइंग विमान के बराबर 25000 टन का थ्रस्ट लगा है
लंबाई- 70 मीटर
चौड़ाई- 12.2 मीटर
कोर – 03
बूस्टर – 02