वैज्ञानिकों ने इंसान के शरीर से बाहर लैब में इंसान के अंडे विकसित करने में सफलता हासिल कर ली है. यह जानकारी ‘मॉलक्युलर ह्यूमन रिप्रॉडक्शन’ पत्रिका में छपी है. इससे पहले चूहे का अंडा लैब में तैयार किया गया था. ब्रिटेन और यूएस के वैज्ञानिकों ने लेख में दावा किया है कि आनेवाले समय में इससे से बांझपन के इलाज में मदद मिलेगी और इंसान में उत्तकों से संबंधित मेडिसिन थेरपी को विकिसत किया जा सकता है. एडिनबर्ग के दो रिसर्च हॉस्पिटलों और सेंटर फॉर ह्यूमन रिप्रॉडक्शन, न्यूयॉर्क में इस पर काम किया गया है.
माना जा रहा है कि इससे भविष्य में कैंसर रोगियों की मदद भी की सकती है. कीमोथेरपी उपचार के दौरान प्रजनन क्षमता को बनाये रखने, प्रजनन उपचार में सुधार लाने और मानव जीवन के प्रारंभिक चरणों के जीव विज्ञान की वैज्ञानिक समझ को बढ़ाने में यह मददगार होगा.