वैलेंटाइंस डे आज : अनूठा उदाहरण है रांची का परिवार

II राजेश तिवारी II रांची : देश में अंतरजातीय विवाह का प्रचलन बढ़ गया है. यह अलग बात है कि इसे सहमति देनेवाले लोगों की संख्या अभी कम है. ऐसी ही शादी कुछ दिनों पहले रांची में हुई. इसमें वर-वधू पक्ष के घरवालों ने खुशी-खुशी शिरकत की. यह परिवार है रांची के विनोद कुमार का. […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 14, 2018 3:22 AM

II राजेश तिवारी II

रांची : देश में अंतरजातीय विवाह का प्रचलन बढ़ गया है. यह अलग बात है कि इसे सहमति देनेवाले लोगों की संख्या अभी कम है. ऐसी ही शादी कुछ दिनों पहले रांची में हुई. इसमें वर-वधू पक्ष के घरवालों ने खुशी-खुशी शिरकत की. यह परिवार है रांची के विनोद कुमार का. विनोद कुमार ने भी अंतरजातीय विवाह किया है.

वहीं, उनके दोनों बेटे मनु और तुषार के अलावा बेटी सारस्वती ने भी अंतरजातीय विवाह किया है. विनोद ने बताया कि उनकी पत्नी वी शेषागिरी साउथ इंडियन हैं. हमारी शादी उस वक्त हुई जब समाज इजाजत नहीं दे रहा था. शेषागिरी के पिता टाटा में रहते थे. भाई हेमंत ने इंजीनियर की पढ़ाई की, मगर लेखक बन गये.

उस वक्त शेषागिरी से मेरा परिचय हुआ. शादी की बात आयी तो विरोध भी हुआ. समाज की दकियानूसी विचार से एकदम अलग आज विनोद कुमार का घर अंतरजातीय का सबसे बड़ा उदाहरण है. बड़े बेटे तुषार ने ईरान की लड़की एलाहे साबातिनी से शादी की, जो हिंदी सीख चुकी और नेट पास किया है. मनु ने राजस्थान की लड़की सोनल से शादी की. वहीं, सारस्वती की शादी कुछ दिनों पहले एक पंजाबी परिवार में हुई.

सारस्वती ने पंजाब के पटियाला के रहनेवाले उद्देश्य से शादी की. सारस्वती खुद दिल्ली विवि में सहायक प्रोफेसर के पद पर कार्यरत हैं. शादी में दोनों ओर के परिवार शामिल हुए. उद्देश्य के पिता कम्यूनिस्ट आंदोलन से जुड़े रहे हैं. विनोद बताते हैं कि उनका पूरा परिवार सभी संस्कृति के पर्व-त्योहार मनाते हैं.

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