जानें दादी-नानी के नुस्खों के बारे में, बचें एलोपैथिक दवाईयों के साइड इफेक्ट से
दैनिक जीवन में लोग कई छोटी-छोटी समस्याओं का सामना करते हैं और इलाज के तौर पर एलोपैथिक दवाएं लेते हैं. इसका साइड इफेक्ट भी हो सकता है, जबकि बुजुर्गों के बताये कई नुस्खे हैं, जो सदियों से आजमाये जा रहे हैं और बेहद प्रभावी भी हैं. जानिए कुछ उपाय. तुलसी की ताजी पत्तियों से निकला […]
दैनिक जीवन में लोग कई छोटी-छोटी समस्याओं का सामना करते हैं और इलाज के तौर पर एलोपैथिक दवाएं लेते हैं. इसका साइड इफेक्ट भी हो सकता है, जबकि बुजुर्गों के बताये कई नुस्खे हैं, जो सदियों से आजमाये जा रहे हैं और बेहद प्रभावी भी हैं. जानिए कुछ उपाय.
तुलसी की ताजी पत्तियों से निकला हुआ रस कान में डालने से कान दर्द कम होता है. साफ तौलिये को गर्म पानी में भिगोकर कान के उस भाग पर लगाएं जहां आपको दर्द हो रहा है, राहत मिलेगी.
एक कटोरे उबले पानी में यूकेलिप्टस की कुछ बूंदें डाल लें. तौलिये से सिर को अच्छी तरह ढकने के बाद नाक से उस कटोरे से निकलने वाली वाष्प को खींचें. यह वाष्प अंदर जाकर कान से निकलने वाले स्राव को ठीक करती है.
धीमी आंच पर नमक को बारीक चूर लें. इसे रुमाल में लपेटकर कान के उस हिस्से पर रखें, जहां दर्द हो रहा है. इस उपाय से दर्द से राहत मिलेगी और सूजन भी कम हो जायेगी.