जंक फूड खाने की आदत से अंडरवेट हो रहे बच्चे, रोगों से लड़ने की क्षमता भी हो रही खत्म
स्कूली बच्चों में मोटापे के साथ उनका वजन कम होना भी चिंता की वजह बनता जा रहा है. दरअसल, सर गंगाराम अस्पताल, दिल्ली की ओर से छात्रों में बढ़ते मोटापे पर एक स्टडी किया गया, जिसमें पाया गया कि हर पांच में से एक छात्र अंडरवेट है. स्टडी में 15 से 19 साल के बच्चों […]
स्कूली बच्चों में मोटापे के साथ उनका वजन कम होना भी चिंता की वजह बनता जा रहा है. दरअसल, सर गंगाराम अस्पताल, दिल्ली की ओर से छात्रों में बढ़ते मोटापे पर एक स्टडी किया गया, जिसमें पाया गया कि हर पांच में से एक छात्र अंडरवेट है. स्टडी में 15 से 19 साल के बच्चों को शामिल किया गया था, जो 9वीं से 12वीं क्लास में पढ़ते हैं. 1785 छात्रों में 12 सरकारी स्कूल के 950 और 10 निजी स्कूल के 835 बच्चे शामिल थे.
17 फीसदी बच्चे अंडरवेट पाये गये. नतीजे यह भी कहते हैं कि सरकारी स्कूल के बच्चे पौष्टिक खाना खा नहीं पाते और निजी स्कूल के बच्चे हेल्दी खाने से बचते हैं, क्योंकि उन्हें जंक फूड खाने की आदत होती है. 16.4 के बराबर या उससे कम बीएमआइ अंडरवेट माना जाता है. ऐसे बच्चों में रोगों से लड़ने की क्षमता धीरे-धीरे खत्म होने लगती है. उनमें खून की कमी भी हो जाती है.