जानें आपके जीवन पर मंगल के गोचर का असर, दिखायेगा कई बड़े परिणाम

II डॉ श्रीपति त्रिपाठी II ज्योतिषाचार्य askfrompanditji@gmail.com हिल व्यू इन्क्लेव, बरियातु, रांची संपर्क : 09430669031 मंगल का मकर राशि में प्रवेश केतु के साथ हुआ है. मंगल धनु राशि को छोड़कर 2 मई, बुधवार को शाम 6 बजकर 59 मिनट पर मकर राशि में गोचर कर चुके हैं और 6 नवंबर, 2018 तक इसी राशि […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 12, 2018 4:53 AM
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II डॉ श्रीपति त्रिपाठी II
ज्योतिषाचार्य
askfrompanditji@gmail.com
हिल व्यू इन्क्लेव, बरियातु, रांची
संपर्क : 09430669031
मंगल का मकर राशि में प्रवेश केतु के साथ हुआ है. मंगल धनु राशि को छोड़कर 2 मई, बुधवार को शाम 6 बजकर 59 मिनट पर मकर राशि में गोचर कर चुके हैं और 6 नवंबर, 2018 तक इसी राशि में रहेंगे.
28 जून से वक्री होकर 27 अगस्त तक वक्री रहेंगे. मकर राशि में स्थित होने पर मंगल को उच्च का मंगल कहा जाता है. उच्च का मंगल साहस प्रदान करनेवाला, ऊर्जावान होकर अनेक सफलताओं का कारक होता है. कई तरह से चली आ रही बाधाएं भी दूर करता है. मंगल जन्म समय की स्थिति के अनुसार भी अनेक शुभ फल प्रदाता होते हैं. मंगल के इस गोचर का प्रभाव सभी राशियों पर होगा.
यहां मंगल काफी ज्यादा मजबूत होंगे और बहुत सारे विशेष परिणाम देंगे. खास कर राजनीतिक और सामाजिक मामलों पर इसके कई बड़े असर दिखाई पड़ेंगे.
ज्योतिष में मंगल को युद्ध का देवता माना जाता है. सामान्यत: 45 दिनों तक एक राशि में मंगल गोचर करते हैं और हर ढाई साल के बाद वक्री होते हैं, तो एक राशि में छह माह तक ठहर जाते हैं. मंगल के 6 महीने तक एक राशि में रहने का यह समय ज्योतिष के अनुसार उस राशि से प्रभावित स्थानों पर युद्ध, उपद्रव, अग्निकांड, हिंसा, दुर्घटनाओं में वृद्धि होने का संकेत देता है.
मंगल और केतु की यह युति मकर राशि से प्रभावित उत्तर भारत, पाकिस्तान, अफगानिस्तान और ईरान के पूर्वी हिस्से में भूकंप और प्राकृतिक आपदा के योग बना रहे हैं.
इन क्षेत्रों में मई से नवंबर के मध्य विशेषकर 27-28 जुलाई के चंद्र ग्रहण के आस-पास भूकंप आने की आशंका रहेगी. पाकिस्तान में चुनावों के बाद सत्ता परिवर्तन तथा अफगानिस्तान और ईरान में सरकार विरोधी आंदोलन भी मई से नवंबर के बीच खबरों में छाये रहेंगे.
भारत-चीन के रिश्तों पर मंगल का प्रभाव : पहली अक्तूबर, 1949 को स्थापित चीनी गणराज्य की कुंडली मकर लग्न और मकर राशि की है.
लग्न व चंद्र दोनों मकर में होने से चीन पर अगले 6 महीने विशेषकर 27-28 जुलाई का ग्रहण बेहद भारी पड़नेवाला है. बाढ़, भूस्खलन जैसी प्राकृतिक आपदाओं के साथ चीन को पड़ोसी देशों से तनाव का सामना करना पड़ेगा. चीनी सेना लद्दाख, अरुणाचल और हिमाचल प्रदेश के क्षेत्रों में घुसपैठ करने की कोशिश करेगी. चीन के साथ संबंधों में सुधार लाने के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रयास खटाई में पड़ते दिखाई देंगे.
चीन-अमेरिका वैश्विक मंदी : चीन के उग्र तेवर अंतरराष्ट्रीय व्यापार जगत में उथल-पुथल मचा सकते हैं. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के चीन से आयातित सामानों पर शुल्क लगाने के निर्णय के जवाब में चीन अमेरिका को नुकसान पहुंचाने की कोशिश कर सकता है.
सिंह लग्न से प्रभावित अमेरिका की कुंडली में शत्रु भाव में गोचर कर रहे मंगल और केतु उसे और अधिक मुसीबत में डालेंगे. अमेरिका अपनी कुछ कंपनियों को चीन में लगी उत्पादन इकाइयों से हटाकर फिर से वापस अपने देश में लाने संबंधी कानून बना सकता है. इससे दोनों देशों में विवाद की आशंका है. मई के दूसरे पखवाड़े के बाद शेयर बाजारों में गिरावट शुरू हो सकता है.
राम-मंदिर पर आ सकता है फैसला : मकर राशि में गोचर कर रहे मंगल आजाद भारत की वृषभ लग्न की कुंडली के नवम भाव को प्रभावित करेंगे.
मंगल-केतु की मकर राशि में युति तथा चंद्र में राहु की विंशोत्तरी दशा के प्रभाव से अक्तूबर से पहले राम मंदिर पर कोर्ट फैसला दे सकता है. भारत की कुंडली के नवम भाव में पड़नेवाले 27-28 जुलाई के चंद्र ग्रहण के बाद राम मंदिर केस में फैसला आने के प्रबल योग बन रहे हैं.
आपके जीवन पर मंगल के गोचर का असर
मेष : व्यापार, नौकरी में प्रभाव बढ़ेगा, सेहत ठीक रहेगी. अधिकारियों का साथ मिलेगा.
वृषभ : नवम भाग्य से भ्रमण करने से भाग्य प्रगतिपूर्ण रहेगा. संबंधों में सुधार रहेगा.
मिथुन : मंगल का गोचरीय भ्रमण अष्टम से होने से आय में परिश्रम से लाभ. शत्रु व आग से बचना होगा.
कर्क : मंगल का भ्रमण सप्तम से होने से जीवन साथी से लाभ. स्वास्थ्य गड़बड़ रहेगा.
सिंह : षष्ठ भाव से भ्रमण करने से शत्रुओं पर विजय मिलेगी. कर्ज से मुक्ति. भाग्य साथ देगा. सेहत ठीक रहेगी.
कन्या : मंगल पंचम से भ्रमण करने से संतान के कार्य बनेंगे. प्रतियोगिता में शुभ परिणाम.
तुला : चतुर्थ भाव से भ्रमण होने से पारिवारिक सहयोग मिलेगा. मकान की समस्या दूर होगी. माता के स्वास्थ्य में सुधार होगा.
वृश्चिक : मंगल तृतीय पराक्रम से भ्रमण होने से पराक्रम में वृद्धि होकर शत्रु नाश होगा. साझेदारी में सफलता मिलेगी.
धनु : मंगल द्वितीय भाव से भ्रमण होने से वाणी का प्रभाव बढ़ेगा. बाहरी सपंर्कों व कुटुम्ब जनों से लाभ होगा.
मकर : प्रभाव में वृद्वि, रुके कार्य पूरे होंगे. राजनीति में हैं, तो अति शुभ योग बनेगा. जीवन साथी से चिंतित रहेंगे.
कुंभ : मंगल द्वादश भाव से होने से बाहरी संबंधों में सुधार रहेगा. यात्रा लाभदायक होगी.
मीन : मंगल एकादश आय भाव से भ्रमण होने से आय के नये मार्ग खुलेंगे. भाग्य साथ देगा, धन की बचत भी होगी.
विशेष उपाय : मंगल एक क्षत्रीय ग्रह है, जो रक्त का प्रतिनिधित्व करता है. सभी राशि के जातकों को मंगल के इस गोचर के दौरान हनुमत अराधना करनी चाहिए. किसी भी मंगलवार को बजरंग बली को गुड़-चने का प्रसाद चढ़ाएं.
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