जेइइ एडवांस्ड 2018 : अब कुछ कर दिखाने की है बारी

जेइइ मेंस के अहम पड़ाव को पार करने के बाद जेइइ एडवांस्ड में शामिल होने की पात्रता हासिल करना भी किसी उपलब्धि से कम नहीं है. आइआइटी के बीटेक प्रोग्राम में प्रवेश के बड़े सपने को लेकर जब आप अपने लक्ष्य के इतने करीब आ पहुंचे हैं, तो अपनी श्रेष्ठता को साबित करने का आपको […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 19, 2018 9:10 AM
जेइइ मेंस के अहम पड़ाव को पार करने के बाद जेइइ एडवांस्ड में शामिल होने की पात्रता हासिल करना भी किसी उपलब्धि से कम नहीं है. आइआइटी के बीटेक प्रोग्राम में प्रवेश के बड़े सपने को लेकर जब आप अपने लक्ष्य के इतने करीब आ पहुंचे हैं, तो अपनी श्रेष्ठता को साबित करने का आपको हर वह प्रयास करना चाहिए, जिसकी तैयारी आपने महीनों से कर रखी है.
यहां तैयारी का तात्पर्य केवल सिलेबस समेट लेने भर से नहीं है, बल्कि आपका स्वयं पर विश्वास, समर्पण और संकल्प भी कामयाबी की नजीर लिखेगा. अंतिम क्षणों में अब तक की गयी तैयारी को प्रदर्शन के मुकाम पर पहुंचाने, तनाव मुक्त और स्वस्थ रहने के जरूरी टिप्स, विशेषज्ञ के जरूरी सुझावों और अंत में सफलता की अशेष शुभकामनाओं के साथ प्रस्तुत है यह विशेष पेज…
आत्मविश्वास से कर पायेंगे बेहतर प्रदर्शन
जेइइ एडवांस्ड परीक्षा निश्चित ही कठिन परीक्षा है, यह सोच कर तनाव पाल लेना या अपनी तैयारी को लेकर आश्वस्त न हो पाना, यह बिल्कुल भी किसी समस्या का हल नहीं है. परीक्षा से पहले तनाव और घबराहट का होना स्वाभाविक है, जिसे हर हाल में कंट्रोल करना ही होगा.
आप जैसे लाखों छात्र इस दौर से गुजर कर लक्ष्य के अंतिम पायदान पर पहुंचे हैं. इस वक्त को तनाव में बिताने के बजाय अपने आत्मविश्वास की मजबूती को परखें. शांत चित और तनाव मुक्त रहें. इसके लिए योग, ध्यान, प्राणायाम आदि का सहारा लें.
फाॅर्मूलों और तथ्यों को लेकर न रह जाये कोई कन्फ्यूजन
जब परीक्षा हॉल में दाखिल होने में कुछ ही घंटे शेष बचे हैं, तो ऐसे में किसी भी प्रकार का कंन्फ्यूजन बिल्कुल भी न आने दें. अगर किसी टॉपिक या फाॅर्मूले को लेकर किसी भी प्रकार कोई असमंजस है, तो उसे टीचर या एक्सपर्ट से जरूर क्लियर कर लें. अगर फिर भी किसी टॉपिक को समझने में कोई दिक्कत है, तो उसे अब छोड़ देने में ही भलाई है.
नोट्स पर रखें सबसे अधिक विश्वास
आपने तैयारी के दौरान जो खुद के नोट्स बनाये हैं, वे अंतिम तैयारी के लिहाज से सर्वाधिक उपयुक्त साधन हैं, उन्हें बार-बार दोहरायें. गलती से भी किसी अन्य नोट्स या पुस्तक को हाथ न लगायें, जिसे आपने अभी तक देखा नहीं है. अपने नोट्स से भी जरूरी प्वाॅइंट्स को नोट करते चलें, ये प्वाॅइंट्स परीक्षा के कुछ घंटे पहले आपका आत्मविश्वास बढ़ाने में मददगार होंगे.
रूटीन टाइम टेबल ही सही
इस समय कुछ भी नया प्लान करने से बचें. जिस टाइम टेबल को आप हफ्तों से फॉलो करते आ रहे हैं, उसे वैसे ही चलने दें. हां, नींद भरपूर लें, रिलैक्स रहें. अब तक मॉक टेस्ट, थ्योरी, प्रॉब्लम साॅल्विंग और पुराने प्रश्नपत्रों से पर्याप्त तैयारी कर चुके होंगे. अब बचे हुए घंटों में सबसे अहम है कि आप कंसेप्ट और फाॅर्मूलों पर विशेष रूप से फोकस रखें. जरूरत पड़ने पर इसे एक बार जरूर दोहरा लें. इस तरह से आपकी जानकारी पुख्ता होगी और आपका आत्मविश्वास भी बढ़ेगा.
तनाव दूर करने और स्वस्थ्य रहने के पांच जरूरी टिप्स
जेइइ एडवांस्ड की तैयारी को समेटने में जुटे छात्रों का थोड़ा तनाव में आ जाना स्वाभाविक ही है. ध्यान रखें कि जिंदगी में करने के लिए बहुत कुछ होता है, लेकिन समय कभी भी पर्याप्त नहीं होता. यानी हमारे पास जो समय है, उसी का बेहतर इस्तेमाल कर सफलता अर्जित करनी होती है. आपका शरीर और मनोदशा तनावपूर्ण स्थितियों का सामना किस सक्षमता के साथ करती है, इसे आपसे बेहतर कोई नहीं जान सकता है. ऐसे में जरूरी है कि आप स्वयं को शारीरिक व मानसिक रूप से स्वस्थ्य रखें, तभी चुनौतियों के बीच सफलता की राह खोज पायेंगे.
शारीरिक व मानसिक रूप से हों मजबूत : जेईई एडवांस्ड सरीखे एग्जाम के लिए आपका शारीरिक, मानसिक और भावनात्मक रूप से मजबूत होना जरूरी है. यदि आप किसी कारणवश तनाव की चपेट में आ गये, तो तय मानिये इससे आपके सीखने, याद रखने और सफलता हासिल कर पाने में समस्या आ खड़ी होगी.
एक्सरसाइज है जरूरी : स्वस्थ्य रहने और तनाव को दूर करने में एक्सरसाइज बहुत मददगार है. एक्सरसाइज करने से आपका शरीर एंडोर्फिंस हार्मोन पैदा करता है, जिससे शरीर व दिमाग तनाव मुक्त होता है. पढ़ाई के दौरान छोटा ब्रेक लेकर आप योग भी कर सकते हैं, इससे मस्तिष्क और मांसपेशियों में ताजगी आ जाती है.
प्राणायाम से बनेगी एकाग्रता : रोजाना 10 मिनट प्राणायाम करने से तनाव कम होता है, साथ ही इससे एकाग्रता और याददाश्त बढ़ती है. यह सांसों को नियंत्रित करने की विधा है. इससे रक्त में ऑक्सीजन का प्रवाह बढ़ जाती है, जिससे ताजगी महसूस होती है.
स्मार्टफोन व गैजेट्स को रखें दूर : सोशल मीडिया, ई-मेल, टेक्स्ट और फोन कॉल्स से थोड़े दिनों के लिए दूरी बना लें. इस पर समय व्यतीत करने से एकाग्रता और याददाश्त दोनों प्रभावित होते हैं. इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स की तनाव बढ़ाने में बड़ी भूमिका होती है.
नींद से कोई समझौता नहीं : अपने दिमाग और शरीर को तरोताजा रखने के लिए छह से सात घंटे की नींद अतिआवश्यक है. देर रात तक जाग कर इस समय पढ़ाई बिल्कुल भी न करें. दोपहर में भी पढ़ाई के दौरान ब्रेक लेकर 20 से 30 मिनट की हल्की नींद
जरूर लें.
परीक्षा हॉल में प्रवेश से पहले घबराहट से रहें दूर
जेइइ एडवांस्ड की परीक्षा के प्रश्नपत्र को दो भागों पेपर-1 और पेपर-2 में विभाजित किया गया है. पेपर-1 कल सुबह 9 बजे और दूसरा पेपर दोपहर 2 बजे से शुरू होगा. ऐसे में आपके लिए बेहतर होगा कि आप परीक्षा केंद्र में सिक्योरिटी चेक के लिए परीक्षा शुरू होने से दो घंटे पहले ही पहुंच जायें.
शांत मन के साथ परीक्षा हॉल में प्रवेश करें और परीक्षा शुरू होने से पहले कंप्यूटर के फंक्शंस को जांच लें.
आप अपने रोल नंबर या दिये गये पासवर्ड की मदद से कंप्यूटर पर लॉग इन कर सकते हैं और परीक्षा प्रारंभ होने से 20 मिनट पहले दिये गये निर्देशों को पढ़ सकते हैं.
उत्तर का चयन करते समय अच्छी तरह से देख लें कि उत्तर ठीक तरह से मार्क हो गया है या नहीं, इसके बाद ही सबमिट पर क्लिक करें.
केमिस्ट्री के प्रश्नों से कर सकते हैं शुरुआत : परीक्षा में बेहतर प्रदर्शन के लिए समय प्रबंधन बहुत ही आवश्यक है. ऐसे में छात्रों को आसान लगनेवाले प्रश्नों के साथ के शुरुआत करने की सलाह दी जाती है. बेहतर होगा कि आप केमिस्ट्री से शुरू करें, क्योंकि फिजिक्स एवं मैथ्स के प्रश्नों की अपेक्षा केमिस्ट्री के प्रश्नों को हल करने में कम समय लगता है.
परीक्षा हॉल में प्रवेश से पहले क्या रखें साथ
आप परीक्षा हॉल में प्रवेश करने की तैयार अभी से ही शुरू कर लें. अपना एडमिट कार्ड और ड्राइविंग लाइसेंस, आधार कार्ड, स्कूल या कॉलेज की आइडी, वोटर आइडी, पासपोर्ट एवं पैन कार्ड में से कोई भी एक आइडी प्रूफ अपने साथ ले जाने के लिए तैयार कर लें.
परीक्षा में रफ वर्क करने के लिए एक सस्क्राइबल पैड प्रोवाइड किया जायेगा. ऐसे में अपने साथ एक पेन जरूर ले जाएं.
परीक्षा के लिए साधारण, आरामदेय और हाफ स्लीब्स के कपड़े पहन कर जाएं.
भूलकर भी साथ न लाएं ये सामान
परीक्षा हॉल में किसी भी तरह की इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस जैसे मोबाइल फोन, स्मार्ट फोन, कैल्कुलेटर, आइपैड, डिजिटल वॉच या टैब अपने साथ न रखें.
ऐबेकस, स्लाइड रूल, लॉग बुक, ज्यामेट्री बॉक्स भी परीक्षा हॉल में ले
जाना वर्जित है. किसी भी तरह का कागज अपने साथ न रखें. फिर चाहे वह सादा हीक्यों न हो.
परीक्षा के लिए किसी भी तरह का मैटेलिक अाइटम जैसे अंगूठी, पेंडेंट, ब्रेसलेट, झुमके या बड़े बटनों वाले परिधान पहनकर न जाएं.
सकारात्मक सोच और एकाग्रता रखें बरकरार
डॉ अनिल सेठी
मोटिवेशनल स्पीकर व कैरियर काउंसेलर
अंतिम दिनों के लिए सबसे जरूरी है कि अब तक आपने जो भी पढ़ा है, उसका ही रीविजन करें. रीविजन के लिए यदि आपने शॉर्ट नोट्स बना रखे हैं, तो ठीक है, अन्यथा मुख्य प्वाॅइंट्स को लिख कर दोहराते रहें.
ऐसा करने से तथ्यों को याद रखने में सुविधा होगी. किसी नये चैप्टर या विषय, जिसकी पढ़ाई अभी तक बिल्कुल नहीं की है, उसको हाथ न लगायें. अंतिम दिनों में सारी रात जाग कर पढ़ाई करना नुकसान दायक हो सकता है. हमारे मस्तिष्क को फ्रेश होने के लिए एक दिन में कम-से-कम छह घंटे सोना जरूरी है. इसके अतिरिक्त लगातार 5-6 घंटे बैठ कर लगातार पढ़ाई करना भी ठीक नहीं है.
सामान्य मनुष्य की एकाग्रता अधिकतम दो घंटे तक ही रह सकती है, अत: पढ़ाई के दौरान नियमित अंतराल पर 10-15 मिनट का ब्रेक लेते रहना जरूरी है.
ब्रेक के दौरान बॉडी को स्ट्रेच करें, चहलकदमी करें, पानी या कोई अन्य तरल पदार्थ का सेवन या फल आदि खायें. अगर आप लगातार पढ़ाई करेंगे, तो उससे लाभ कम, नुकसान ज्यादा होगा. अगर आपको कॉन्सेंट्रेशन में दिक्कत आ रही है, तो आप कुछ समय आंखें बंद करके एकाग्रचित होने की प्रक्रिया (मेडिटेशन) का सहारा भी ले सकते हैं. इसके दौरान आप अपने आपको मोटीवेट करने के लिए मन ही मन ‘मैं सर्वश्रेष्ठ हूं और कुछ भी कर सकता हूं’ बार-बार दोहरायें. इससे आपको सकारात्मक सोच विकसित करने और एकाग्रचित होने में मदद मिलेगी.
इसके अतिरिक्त परीक्षा की तैयारी के दौरान भारी, तला हुआ, चटपटा और ज्यादा खाना खाने से भी बचना चाहिए. आप अपनी तैयारी को जांचने के लिए मॉक टेस्ट का सहारा लेते रहें.
संतुलित खान-पान भी है स्टडी प्लान का हिस्सा
बोरियत, थकावट और घबराहट को दूर रखने में खान-पान और पढ़ाई के दौरान लिये जानेवाले ब्रेक बहुत जरूरी होते हैं. परीक्षा के दौरान सही और संतुलित खान-पान स्टडी प्लान का ही हिस्सा है, क्योंकि आप दिमाग को जितना अच्छा ईंधन देंगे, वह उतनी ही तेजी से चलेगा.
जंक फूड से रहें दूर : छात्रों को इस तरह के भोजन का सेवन करना शुरू कर देना चाहिए, जिससे उन्हें पोषण और ऊर्जा मिले. दिमाग को सुस्त बनानेवाले जंक फूड से दूर रहना चाहिए. बेहतर होगा कि आप प्रोटीन युक्त भोजन ही करें. एक बार में खाने की बजाय थोड़ी-थोड़ी देर में पौष्टिक भोजन लें. इससे पोषण और ऊर्जा मिलती रहेगी.
फल और सब्जियां हैं जरूरी : विटामिन सी, रेशा, पोटैशियम और विटामिन बी से भरपूर ताजे फलों और सब्जियों का भरपूर मात्रा में सेवन करें. इससे आपको नींद या सुस्ती नहीं आयेगी. बादाम, अखरोट, तरबूज, खीरा और कद्दू के बीज का सेवन पढ़ाई के दौरान एकाग्रता बढ़ाने में सहायक होता है.
स्टार्चयुक्त खाद्य पदार्थों से बचें : इस समय छात्रों को स्टार्चयुक्त भोजन जैसे आलू, सूरन और अरबी से दूर रहना चाहिए, क्योंकि इससे आलस्य आता है. तली-भुनी चीजों जैसे समोसा, बर्गर, नमकीन आदि से भी परहेज करना चाहिए.
पानी पीना न भूलें : पढ़ाई के दौरान थोड़ी-थोड़ी देर में पानी पीतें रहें. तरोताजा रहने के लिए अापका हाइड्रेट रहना बहुत जरूरी है. चाय या कॉफी का सेवन कम से कम करें. साधारण चाय की बजाय ग्रीन टी पीना अच्छा रहेगा.

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