ब्रह्मांड के सबसे बड़े धनकुबेर जेफ बेजोस

यदि आप दीर्घकाल के बारे में सोचें, तो जीवन संबंधी अच्छे निर्णय ले सकते है, जिन पर आपको बाद में अफसोस नही होगा. कुछ इसी सोच के साथ जेफ बेजोस पूरा नाम जेफ प्रेस्टन बेजोस ने पांच जुलाई, 1994 को अामेजन डॉट कॉम की शुरुआत की थी. एक कार के गैराज में तीन कंप्यूटरों से […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 22, 2018 2:50 AM
यदि आप दीर्घकाल के बारे में सोचें, तो जीवन संबंधी अच्छे निर्णय ले सकते है, जिन पर आपको बाद में अफसोस नही होगा. कुछ इसी सोच के साथ जेफ बेजोस पूरा नाम जेफ प्रेस्टन बेजोस ने पांच जुलाई, 1994 को अामेजन डॉट कॉम की शुरुआत की थी. एक कार के गैराज में तीन कंप्यूटरों से शुरू की गयी यह कंपनी आज दुनिया की सबसे बड़ी कंपनी बन गयी है.
छुट्टी मनाने गये नानी के यहां कर ली मैक डी में नौकरी
दुनिया के सबसे धनी व्यक्ति जेफ बेजोस ने 16 साल की उम्र में मैक्डोनाल्ड में पहली नौकरी की थी. हुआ यू्ं कि वह छुट्टियां मनाने अपनी नानी के यहां गये हुए थे. साथ में कोई खेलने वाला नहीं मिला तो टाइम पास के लिए कर ली नौकरी. नौकरी मिली सफाई कर्मचारी की. जमीन पर पड़े कैचप को पोंछना और टेबल साफ करना उनका काम था. एक इंटरव्यू के दौरान उन्होंने बताया कि काम के दौरान मैक्डोनाल्ड के किचन में पांच गैलन कैचप का कंटेनर फट गया. उनसे इसे साफ करने को कहा गया. उनके पास काम करने के अलावा और कोई रास्ता भी नहीं था. हालांकि, यह काम उन्हें बिल्कुल पसंद नहीं आया. पर उन्होंने यहां से जो भी सीखा उसे अपने जीवन में लागू किया.
ई-मार्केटिंग का बनाया प्लान इंटरनेट बनी सीढ़ी
बेजोस ने बाद में कंप्यूटर इंजीनियरिंग की पढाई की और वॉलस्ट्रीट में बैंकर्स ट्रस्ट नाम की एक कंपनी में काफी अच्छे पद पर काम करने लगे. इस दौरान उन्हें अमेरिका घूमने का काफी मौका मिला. लोगोंे से मिलना और घूमना उनका पसंदीदा शाैक था. इसी शौक को पूरा करने के लिए वह अपने कामकाजी दौरों में वह काफी लोगों से मिलते और उनकी खरीदारी को लेकर होने वाली समस्याओं के बारे में जानते. फिटेल कंपनी के लिए उन्होंने नेटवर्क बनाने का काम किया.
बाद में बैंकर्स ट्रस्ट के वाइस प्रेसिडेंट बने. न्यू यॉर्क से लेकर सिएटल तक का भ्रमण करने के बाद, उन्हें मार्केटिंग की अच्छी समझ हो गयी. इंटरनेट का प्रभाव भी बढ़ रहा था. लोगों की पहुंच घर-घर तक हो रही थी. उन्हें समझ में आ गया कि इंटरनेट के इस बढ़ते दौर में ई-मार्केटिंग कंपनी का भविष्य काफी अच्छा रहेगा.
नौकरी छोड़ने पर हैरान हुए दोस्त घरवाले सफलता पर थे सशंकित
बेजोस ने जब अपनी अच्छी खासी नौकरी छोड़ अपने पेरेंट्स के घर के गैराज में अपना खुद का काम शुरू किया तो उनके नजदीकी और दोस्त काफी हैरान हुए. बहुतों को लगा कि वह अपना सारा पैसा डुबो देंगे. उस समय उनके पास ज्यादा पैसा था भी नहीं. उन्होंने अपने नाना से इस नये प्रोजेक्ट्स में एक लाख डॉलर का निवेश कराया.
नाना संपन्न तो थे लेकिन एक साथ इतना मोटा पैसा देते समय वह भी असमंजस में थे. वह बताते हैं कि जब उन्होंने अपने पापा को अपने प्लान के बारे में बताया तो उन्होंने पूछा, ‘इंटरनेट क्या होता है?’ बेजोस का कहना है कि उनको मेरे आइडिया पर नहीं, पर मुझ पर भरोसा था.
बेजोस ने शुरू किया आमेजन पत्नी मैकेंजी बनीं पहली कर्मचारी
जेफ के दिमाग में आमेजन की स्थापना की बात काफी दिनों से चल रही थी. उन्होंने सबसे पहले मैकेंजी को इसके बारे में बताया. पत्नी ने जेफ की बातों और काबिलियत पर पूरा भरोसा जताया और 1994 में दोनों ने नौकरी छोड़ दी और आमेजन की स्थापना की. जेफ ने आमेजन की स्थापना की तो मैकेंजी यहां कंपनी के शुरुआती कर्मचारियों में शामिल हुईं. घर की जिम्मेदारी उठाने के साथ ही उन्होंने कंपनी में अकाउंटेंट का काम संभाला.
लोगों के लिए था बिल्कुल नया कॉन्सेप्ट, तुरंत बढ़ी लोकप्रियता
बेजोस की ई-मार्केट कंपनी पूरी तरह से इंटरनेट बेस्ड बिजनेस करने वाली थी. यह 90 का दशक था और लोगों के लिए यह बिल्कुल नया कॉन्सेप्ट था. ऑनलाइन बेचे जा सकने वाले 20 प्रॉडक्ट्स की लिस्ट तैयार की गयी. मुख्य फोकस किताबों पर था क्योंकि किताबों की कीमत कम होती है और उनकी मांग कभी खत्म नहीं होती.
दरअसल, बेजोस दुनिया के सबसे बड़े बुक सेलर बनना चाहते थे. उनकी वेबसाइट ऑनलाइन बुकस्टोर के रूप में शुरू हुई थी, लेकिन बाद में यहां डीवीडी, सॉफ्टवेयर, इलेक्ट्रॉनिक्स, कपड़े सभी बिकने लगे.
दो हफ्ते में ही 20 हजार डॉलर के पार पहुंच गयी कमाई
केवल दो हफ्ते में ही उनकी कंपनी की हर हफ्ते 20 हजार डॉलर की कमाई होने लगी. बेजोस रेवेन्यू को कंपनी की ग्रोथ में लगाते रहे. दो महीनों में ही आमेजन ने अमेरिका के 50 राज्यों में अपना बिजनेस शुरू कर दिया. कंपनी ने चार-पांच साल तक प्रॉफिट के बारे नहीं सोचा था. कंपनी के स्टॉकहोल्डर्स इससे परेशान थे. कंपनी को प्रॉफिट पहली बार 2001 में हुआ.
वॉलमार्ट ने किया केस
आमेजन अपने आप को दुनिया का सबसे बड़ा बुकस्टोर कहता था. इस क्लेम पर ऐसा ही दावा करने वाले बुकस्टोर ने केस किया. बाद में मामला कोर्ट के बाहर ही सुलझा लिया गया. 1998 में वॉलमार्ट ने आमेजन पर अपने सीक्रेट्स चुराने का आरोप लगाते हुए केस किया. यह मामला भी कोर्ट के बाहर निपटा लिया गया.
पर्सन ऑफ द इयर
1999 में टाइम मैगजीन ने जेफ बेजोस को पर्सन ऑफ द इयर माना. मैगजीन ने कहा कि आमेजन की वजह से ऑनलाइन शॉपिंग लोकप्रिय हुई है.
वाशिंगटन पोस्ट को खरीदा
2013 में बेजोस ने अमेरिका के पुराने अखबारों में से एक वाशिंगटन पोस्ट को खरीद सबको चौंका दिया. यह डील 250 मिलियन डॉलर की थी.
बेजोस ने स्पेस टूरिज्म को बनाया है अपना अगला लक्ष्य
जेफ बेजोस की एयरोस्पेस कंपनी ‘ब्लू ओरिजन’ अंतरिक्ष की यात्रा की शुरुआत करने वाली है. इसके सफर के लिए करीब डेढ़ करोड़ रुपये खर्च करने होंगे. वह अंतरिक्ष में उड़ान के लिए कॉमर्शियल रॉकेट बना रहे हैं. यह रॉकेट अगले साल उड़ान भरेगा. टिकटों की बिक्री भी अगले वर्ष ही होगी.
ब्लू ओरिजन ने अपने न्यू शेफर्ड अंतरिक्ष यान का पश्चिमी टेक्सास में परीक्षण भी किया था. इस रॉकेट का नाम पहले अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री एलन शेफर्ड के नाम पर रखा गया है. कंपनी ने नया स्पेस कैप्सूल बनाया है, जो 6 यात्रियों को एक बार में धरती से 100 किलोमीटर ऊपर ले जायेगा.
भावनाओं को काफी अहमियत देते हैं बेजोस
बेजोस भावनाओं को काफी अहमियत देने वाले शख्स हैं. उनका कहना है कि भावना कोई खराब चीज नहीं है. इतिहास के बड़े आंदोलन भावनाओं के सहारे ही शुरू हो पाये. वह इस मामले में अब्राहम लिंकन, मार्टिन लूथर किंग जूनियर और जॉन एफ कैनेडी को आदर्श के तौर पर देखते हैं, जिन्होंने साइंस और भावनाओं को मिलाते हुए अमेरिका को दुनिया में आगे बढ़ाया. न्यूरोलॉजिस्ट ने भी भावनाओं को ब्रेन में सबसे अधिक सक्रिय देखा है.
पावर प्वाइंट प्रेजेंटेशन पसंद नहीं है बेजोस को
आमेजन में पावर प्वाइंट प्रेजेंटेशन प्रतिबंधित है. वह चाहते हैं कि कंपनी के लोग अपने आइडियाज और चीजों को छह पेज मेमो के रूप में लिखें. इससे क्रिएटिविटी बढ़ती है. इसे पढ़ने के बाद इस पर चर्चा होती है.
विजुअल्स को मानते हैं ज्यादा ताकतवर
बेजोस टेक्स्ट से ज्यादा विजुअल्स को पावरफुल मानते हैं. इसलिए वह कहते हैं कि अगर आप स्लाइड का इस्तेमाल करते हैं तो शब्दों से ज्यादा तस्वीरों को बोलने दें.
क्या है सबसे अमीर होने का पैमाना
आज भी कुल संपत्ति के मामले में हम किसी को आधुनिक इतिहास का सबसे अमीर व्यक्ति बताते हैं तो इसका मतलब 1982 में फोर्ब्स मैगजीन की ओर से पहली बार जारी दुनिया के अरबपतियों की संपत्ति की रैंकिंग से होता है. इससे पहले कभी भी दुनिया के अमीरों की दौलत किसी एक खास तरीके से नहीं जोड़ी गयी थी. मौजूदा समय में हर पब्लिशिंग हाउस इसी तरीके से अमीरों की संपत्ति जोड़ता है. इसमें शेयर मार्केट वैल्यू और संपत्ति जैसी चीजों को शामिल किया जाता है.
जेफ-मैकेंजी हुई चट मंगनी पट ब्याह
90 के दशक में जेफ और मैकेंजी की पहली मुलाकात निवेश प्रबंधक कंपनी डीइ शॉ में हुई थी. जेफ यहां वाइस प्रेजिडेंट थे और मैकेंजी रिसर्च एसोसिएट. जेफ ने ही मैकेंजी का पहला इंटरव्यू लिया था. जेफ ने एक बार कहा था कि वह भाग्यशाली हैं कि अपनी पत्नी को देखने से पहले उनका रेज्यूमे देखा था.
नौकरी में तो साथ थे ही कुछ दिनों बाद दोनों पड़ोसी भी हो गये. इसके बाद दोनों की दोस्ती गहरी होती चली गयी. मैकेंजी कहती हैं ‘मैं पूरे दिन उनकी शानदार हंसी सुनती थी. उस हंसी से किसी को कैसे प्यार नहीं होगा?’ मैकेंजी ने ही पहला कदम बढ़ाते हुए बेजोस को लंच के लिए बुलाया. दोनों को एक-दूसरे का साथ इतना पसंद आया कि तीन महीनों के भीतर दोनों ने सगाई कर ली और छह महीने में शादी के बंधन में बंध गये.
पांच साल बिताया एक कमरे के मकान में
बताया जाता है कि अमेरिका के सिएटल में आमेजन की स्थापना के बाद दोनों ने काफी संघर्ष किया. 1999 तक दोनों ने एक बेडरूम वाले किराये के घर में समय बिताया. आज उनके पास अमेरिका के पांच शहरों में घर है और जेफ अमेरिका में 25वें सबसे बड़े जमीन मालिक हैं. आज उनके पास अमेरिका के पांच शहरों में घर हैं.
मैकेंजी अब लिखती हैं नॉवेल
मैकेंजी अब नॉवेल लिखती हैं और जब उन्हें लिखना होता है वह खुद को एक छोटे अपार्टमेंट में सीमित रखती हैं. वह तब तक लिखने में जुटी रहती हैं जब तक बच्चों को स्कूल से लाने का समय नहीं हो जाता. नॉवेल लिखने के बाद वह सबसे पहले इसे जेफ को पढ़ने के लिए देती हैं.
मैकेंजी से तारीफ सुनने के लिए धोते हैं बर्तन
जेफ बेजॉस को अपनी पत्नी से तारीफ सुनना बहुत अच्छा लगता है. कहा जाता है कि दिन का अंत वह उस काम से करते हैं जिसकी मैकेंजी बहुत प्रशंसा करती हैं. इसके लिए वह घर का बर्तन तक धोने के लिए तैयार रहते हैं. जानकारी के मुताबिक, बेजॉस रात में बर्तन धोने का काम करते हैं. वह कहते हैं, ‘मैं इस बात से पूरी तरह सहमत हूं कि मैं जितने भी काम करता हूं उनमें यह सबसे अच्छा है.’

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