इस उपाय से कम होता है प्री-मैच्योर बर्थ का खतरा

समय पूर्व जन्म नवजात की मौत का सबसे बड़ा कारण है. जबकि ऐसे जो शिशु जीवित रह जाते हैं, उनमें आगे चलकर दिमाग और दिल संबंधी कई विकार पैदा होते हैं. अब एक स्टडी में दावा किया गया है कि प्रेग्नेंसी के दौरान अगर महिलाएं मछली खाती हैं या फिश ऑयल सप्लीमेंट्स लेती हैं, तो […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 7, 2018 6:09 AM
समय पूर्व जन्म नवजात की मौत का सबसे बड़ा कारण है. जबकि ऐसे जो शिशु जीवित रह जाते हैं, उनमें आगे चलकर दिमाग और दिल संबंधी कई विकार पैदा होते हैं. अब एक स्टडी में दावा किया गया है कि प्रेग्नेंसी के दौरान अगर महिलाएं मछली खाती हैं या फिश ऑयल सप्लीमेंट्स लेती हैं, तो प्री-मैच्योर बर्थ का खतरा कम होता है.
जर्नल इबियोमेडिसिन में प्रकाशित स्टडी के लिए शोधकर्ताओं ने डेनमार्क में 96 हजार बच्चों का परीक्षण किया. पाया गया कि जिन गर्भवतियों में पहली और दूसरी तिमाही में n-3 फैटी एसिड्स की कमी थी, उनमें प्री-मैच्योर बर्थ का ज्यादा खतरा था, जबकि जिनमें इन फैटी एसिड्स की मात्रा अधिक थी, उनमें खतरा न के बराबर था.

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