इंटरनेट ब्राउजर द्वारा किसी के कंप्यूटर सिस्टम में अवैध घुसपैठ के जरिये अनेक फिशिंग वेबसाइट्स यूजर्स का व्यक्तिगत और बैंकिंग आंकड़े चुराते रहते हैं. कई बार इसके लिए फेक ईमेल का इस्तेमाल किया जाता है. फेसबुक पर डाटा चोरी के बाद से दुनिया में सबसे ज्यादा इस्तेमाल होनेवाले दो वेब ब्राउजर क्रोम और फायरफॉक्स जल्दी ही इसका स्थायी समाधान लेकर आ रहे हैं.
एक पासवर्ड फ्री लॉगइन सिस्टम के जरिये इसमें एक सेफ टोकन प्रोसेस से लॉगइन किया जा सकेगा. कई वर्षों की कोशिशों के बाद अब इस बात पर सहमति बन पायी है कि इंटरनेट यूजर्स को अपने अकाउंट में लॉगइन के लिए आईडी पासवर्ड नहीं, बल्कि यूएसबी टोकन या बायोमेट्रिक इंप्रेशन जैसा बेहद सुरक्षित लॉगइन का विकल्प दिया जाये.
दुनिया की दो बड़ी टेक कंपनियां गूगल और फेसबुक आंतरिक स्तर पर इस तकनीक का इस्तेमाल कर चुकी हैं. इस तरीके से ऑनलाइन यूजर्स को फिशिंग साइट्स और ईमेल से छुटकारा मिल सकता है. उम्मीद जतायी गयी है कि इस सिस्टम को दुनियाभर में लागू किया जा सकता है.