वाल स्ट्रीट जर्नल की एक रिपोर्ट में बताया गया है कि फेसबुक ने बैंकों से अपने ग्राहकों के विवरण साझा करने का अनुरोध किया है. गूगल और अमेजन के बारे में भी ऐसी खबरें हैं.
लेकिन, फेसबुक ने एक बयान में कहा है कि वह डेटा साझा करने की इच्छा नहीं रखता है, बल्कि उसके मैसेंजर के जरिये वित्तीय लेन-देन और भुगतान को सुविधाजनक बनाने के लिए बैंकों से तकनीकी जुड़ाव का आग्रह किया है.
सोशल मीडिया के क्षेत्र में व्यापक प्रभाव रखनेवाली इस कंपनी का कहना है कि न तो उसे ग्राहकों के विवरण चाहिए और न ही उनकी खरीदारी से जुड़े आंकड़े. फेसबुक का यह भी दावा है कि तकनीकी तालमेल का आग्रह बैंकों ने ही किया है, न कि कंपनी ने. माना जा रहा है कि फेसबुक अपने प्लेटफॉर्म के जरिये बैंकों की ऑनलाइन सुविधाओं के विस्तार का लालच दिखा रहा है. स्वाभाविक रूप से यह बड़ी चिंता की बात है कि फेसबुक के पास लोगों के हर तरह के डेटा का जखीरा जमा हो सकता है. बैंकों की भी चिंता डेटा की निजता से जुड़ी हुई है. ऐसे मामले सामने आ चुके हैं, जिनमें फेसबुक डेटा सुरक्षा और उनके बेजा इस्तेमाल के प्रति लापरवाह रहा है.