विशेष बातचीत : शुद्ध पानी की तलाश में खड़ी कर दी वाटर प्यूरीफायर कंपनी

शुद्ध पानी के लिए मशीन की तलाश करते-करते देश के एक व्यक्ति ने धीरे-धीरे एक बड़े वाटर प्यूरीफायर कंपनी का साम्राज्य ही खड़ा कर डाला. वाटर प्यूरीफायर बनाने के बाद उनको ऐसा लगा कि यह एक अच्छा उत्पाद है जो देश के हर व्यक्ति को स्वस्थ बना सकता है. बीमारियों पर काफी हद तक लगाम […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 1, 2018 9:34 AM
शुद्ध पानी के लिए मशीन की तलाश करते-करते देश के एक व्यक्ति ने धीरे-धीरे एक बड़े वाटर प्यूरीफायर कंपनी का साम्राज्य ही खड़ा कर डाला. वाटर प्यूरीफायर बनाने के बाद उनको ऐसा लगा कि यह एक अच्छा उत्पाद है जो देश के हर व्यक्ति को स्वस्थ बना सकता है.
बीमारियों पर काफी हद तक लगाम लगाया जा सकता है. इसी मंसूबे से शुरू किया गया इस व्यापार ने आज देश के घर-घर तक अपनी पहुंच बना ली है. यह वाटर प्यूरीफायर पूरे देश में अपने बेहतर उत्पाद के लिए जाना जाने लगा है. हम बात कर रहे हैं देश के सबसे बड़े वाटर प्यूरीफायर ब्रांड ‘केंट’ के संस्थापक महेश गुप्ता की. प्रभात खबर के उप मुख्य संवाददाता राजीव पांडेय ने केंट के चेयरमैन से उनके बिजनेस सफर पर विशेष बातचीत की. प्रस्तुत हैं बातचीत के मुख्य अंश.
Qवाटर प्यूरीफायर ‘केंट’ की लॉन्चिंग कब की और शुरू में क्या परेशानी का सामना करना पड़ा?
वाटर प्यूरीफायर की लॉचिंग वर्ष 1998 में की गयी. शुरू में बहुत मुश्किल का सामना करना पड़ा, क्योंकि उस समय यह बाजार में पहली बार आ रहा था और यह कोई ब्रांड नहीं था. विश्वास था कि लोग इसे पसंद जरूर करेंगे, लेकिन लोगों में यह विश्वास कैसे बनेगा, देश के घर-घर तक कैसे पहुंचेंगे, सभी राज्यों में नेटवर्क कैसे बनायें जैसी कई तरह की चुनौतियां हमारे सामने थीं. इसके अलावा एक और चुनौती थी कि कोई डीलर हमसे कैसे और क्यों जुड़ेगा, हमारा मॉल क्यों वह क्यों रखेगा, यह भी सोचना था. लेकिन इन सब चुनौतियों से लड़ने का एक विश्वास था. हमारे पास इच्छा शक्ति थी. इच्छा शक्ति के साथ काम करने पर आत्मविश्वास बढ़ता है. हमने भी यही किया. इसी आत्मविश्वास के साथ काम करते हुए हम अपने प्रोडक्ट केंट को लेकर आगे बढ़े.
Qवाटर प्यूरीफायर के क्षेत्र में आप कहां खड़े हैं?
मुझे खुशी है कि आज केंट 40 प्रतिशत मार्केट शेयर लेकर वाटर प्यूरीफायर में नंबर वन पर है, लेकिन हमें और लंबा सफर पूरा करना है. आज हम आंकड़ों पर गौर करें तो पाते हैं कि देश के सिर्फ तीन फीसदी घरों में केंट का आरओ प्यूरीफायर पहुंचा है. प्रदूषित पानी के चलते लोगों में हो रही बीमारियों की रोकथाम के लिए वाटर प्यूरीफायर जरूरी है.
Qइस क्षेत्र में आने की प्रेरणा कहां से मिली?
मुझे वाटर प्यूरीफायर शुरू करने की प्रेरणा अपने ही घर की जरूरत से मिली. मुझे शुद्ध पानी की जरूरत थी. हमारे घर में अगर बच्चे बीमार नहीं पड़ते, तो मैं वाटर प्यूरीफायर (केंट) नहीं बनाता. उसी प्रकार आने वाले समय में लोगों को शुद्ध पानी के लिए केंट एक जरूरत बन जायेगी.
Qआने वाले 20 साल में आप अपने आप को कहा खड़ा पायेंगे?
मुझे अभी लंबा सफर तय करना है. अभी हम मात्र तीन प्रतिशत घरों में हैं लेकिन ज्यादा से ज्यादा घरों तक पहुंचना हमारा लक्ष्य है. ऑटोमेटिक वाशिंग मशीन आज 10 फीसदी और फ्रीज 40 फीसदी घरों में पहुंचा है. जबकि दोनों से ज्यादा जरूरी वाटर प्यूरीफायर है. आने वाले समय में सिर्फ भारत में ही नहीं, बल्कि दुनिया के हर देश में पानी खराब होने वाला है. यह समस्या मानव निर्मित है. जो भी रासायनिक पदार्थ बनाते हैं हम, उसे पानी में ही डालते हैं. घरों में व बाहर खेतों में दिया जानेवाला पेस्टीसाइड भी पानी में ही जाकर मिल रहा है. जल प्रदूषित होता जा रहा है. शुद्ध पानी की समस्या बढ़ने वाली ही है. ऐसे में हमारे लिए यह चुनौती है कि नयी से नयी तकनीक लाएं और ज्यादा से ज्यादा लोगों के घरों में पहुंचे, जिससे उनको शुद्ध जल प्राप्त हो सके.
Qमहंगा प्रोडक्ट होने के कारण केंट सबकी पहुंच से दूर है. आप क्या सोचते है?
गरीब व मध्यम वर्ग के लोग बोतलबंद पानी तो पी नहीं सकते हैं. कुछ लोग हमें भी बोलते हैं कि आपका प्यूरीफायर बहुत महंगा है. Rs 16,000 का वाटर प्यूरीफायर है, जिसे आम आदमी नहीं खरीद सकता है. मैं उनकी बातों से सहमत हूं. लेकिन लोग इस बात से अनजान है कि प्रदूषित पानी पीने के बाद अगर आपको कैंसर रोग हो तो उससे पहले पानी को शुद्ध करके पीना बेहतर उपाय है. प्रोडक्ट तो महंगा है, लेकिन यह आपके स्वास्थ्य का ख्याल रखता है.
Qशुद्ध पानी का कारोबार अब शहर-शहर में हो रहा है, कितना शुद्ध रहता है पानी?
शुद्ध पानी का कारोबार छोटे-छोटे शहरों में शुरू तो हुआ है, लेकिन बोतलबंद पानी और जार का पानी एक गरीब व्यक्ति कितने माह चला सकता है. हर दिन पानी की जरूरत होती है और उसके लिए उसे हर दिन परेशान होना पड़ता है. लेकिन एक बार वाटर प्यूरीफायर खरीदकर आप कई साल तक शुद्ध पानी की व्यवस्था अपने घर के अंदर ही कर लेते हैं. हर दिन के झंझट से छुटकारा पा सकते हैं. घर में वाटर प्यूरीफायर लगा होने से शुद्ध पानी होने पर संदेह भी नहीं होगा.
Qआपके अनुसार केंट की पहचान किस रूप में हो रही है?
जी हां, केंट हेल्थ केयर उत्पाद कंपनी है. हम वाटर प्यूरीफायर के साथ-साथ एयर प्यूरीफायर, सब्जी से लेकर स्वास्थ्य की देखभाल वाले उत्पादों को बाजार में लाते हैं. फल व सब्जी के लिए वाटर सॉफ्टनर उलब्ध कराया जा रहा है. इससे शुद्ध पानी के अलावा शुद्ध सब्जी-फल घरों की थाली में पहुंच रहा है. जब लोग स्वस्थ रहेंगे तो देश स्वस्थ रहेगा.
Qगरीब तबके के लोगों को भी शुद्ध जल मिले इसके लिए केंट के पास कोई ऐसा प्रोडक्ट है?
देश के हर आदमी को शुद्ध पानी मिले, यही हमारी सोच है. ग्रामीण क्षेत्र में रहने वाले लोगों को शुद्ध पानी मुहैया कराने के लिए हमने 1500 का वाटर प्यूरीफायर भी तैयार किया है. इसमें अत्याधुनिक तकनीक तो नहीं है, लेकिन इससे शुद्ध पानी तो मिल ही जाता है.
Qशुद्ध हवा देने के लिए भी केंट ने प्रोडक्ट तैयार किया है, यह कितना कारगर है?
शुद्ध पानी के बाद शुद्ध हवा भी जरूरी है. आजकल लोगों की जिंदगी फ्लैट में गुजर रही है. ऐसे में शुद्ध हवा लोगों को नसीब नहीं हो रहा है. केंट एयर प्रोडक्ट शुद्ध हवा तैयार कर लोगों को पहुंचाता है. इससे लोगों को शुद्ध हवा मिल रहा है.
कंपनी का मुख्य फोकस क्या है?
कंपनी हमेशा अपने सिद्धांत पर चलती है. इसमें सबसे पहला है प्रोडक्ट की गुणवत्ता. हम कैसे बेहतर प्रोडक्ट तैयार करें, इसके लिए लगातार प्रयास किये जा रहे हैं. इस क्षेत्र में हुए वैज्ञानिक अनुसंधान के अनुसार विकसित की गयी नयी तकनीक का उपयोग करते हुए अपने प्रोडक्ट को और बेहतर बनाया जा सकता है, इस पर मुख्य फोकस रहता है.
इसके साथ-साथ हमारा फोकस होता है अपने डिलिवरी सिस्टम पर कि वह आम लोगों तक प्रोडक्ट को पहुंचाने का काम सही तरीके से करे. ग्राहकों को किसी प्रकार की समस्या होने पर कैसे तत्काल सुनवाई हो, इसपर ध्यान दिया जाता है. ग्राहक की संतुष्टी सबसे ऊपर है. कंपनी वर्तमान में रूड़की के अपने संयंत्र में प्रोडक्ट का निर्माण कर रही है. यहां से प्रतिवर्ष हम छह लाख यूनिट का निर्माण करते है. नोएडा में नया संयत्र लगभग तैयार हो चुका है. इसका संचालन अगले माह से शुरू हो जायेगा.

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