पूरे परिवार के लिए समय रहते हेल्थ इंश्योरेंश पॉलिसी जरूरी
प्रवीण मुरारका, निदेशक, पूनम सिक्युरिटीज आज जिस दर से मुद्रस्फीति है उससे तिगुने दर, लगभग 18 फीसदी से अस्पतालों में इलाज का खर्ज बढ़ रहा है. इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि आने वाले समय में बीमारियों का इलाज कराने में आपको बहुत अधिक खर्च करना पड़ेगा. अगर आपने स्वास्थ्य बीमा नहीं कराया है, […]
प्रवीण मुरारका, निदेशक, पूनम सिक्युरिटीज
आज जिस दर से मुद्रस्फीति है उससे तिगुने दर, लगभग 18 फीसदी से अस्पतालों में इलाज का खर्ज बढ़ रहा है. इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि आने वाले समय में बीमारियों का इलाज कराने में आपको बहुत अधिक खर्च करना पड़ेगा. अगर आपने स्वास्थ्य बीमा नहीं कराया है, तो आपकी सारी जमा पूंजी इसमें खर्च हो सकती है. हो सकता है कि आपकी जमीन या मकान को भी बेचना पड़ जाये.
ऐसी परिस्थिति से बचने का विकल्प आज बाजार में उपलब्ध है. आप जितनी जल्द हो अपने और पूरे परिवार के लिए एक हेल्थ इंश्योरेंश की पॉलिसी जरूर लें. आज सरकार ने बीपीएल परिवार के लिए पांच लाख का इलाज खर्च के लिए आयुष्मान भारत योजना की शुरुआत की है. सरकार गरीबों के इलाज के खर्च को पूरा करने के लिए हेल्थ इंश्योरेंश की यह योजना पेश की है. ऐसे में गैर बीपीएल परिवार को कम से कम 10-30 लाख का बीमा लेना चाहिए.
शुरू में ही बड़ी बीमित राशि रखें
जब भी आप पॉलिसी लेने जाते हैं तो उसी समय बीमित राशि को बढ़ा लेना चाहिए क्योंकि जब आप बीमार पड़ते हैं तो उसके बाद आप इसे बढ़ा पायेंगे और आपको पश्चाताप करने के सिवा और कोई रास्ता नहीं बचेगा.
दूसरी बात, कि पॉलिसी लेने के बाद दो वर्षों तक लगभग 22 तरह की बीमारियों का कवरेज नहीं मिलता, जैसे घुटना प्रत्यारोपण, यूटेरस रीमूवल, पाइल्स, टॉन्सिलाइटिस, पत्थरी आदि. इसी तरह जब आप स्वस्थ रहते हुए बीमित राशि बढ़ाते हैं तो वहां से पुन: दो वर्ष तक इन बीमारियों का कवरेज नहीं मिलता.
विदेशों में इलाज का भी कवरेज
आज बाजार में ऐसे पॉलिसी भी उपलब्ध हैं जो विदेशों में इलाज का खर्च भी दे रहे हैं. यानी आपके लिए विदेश में भी इलाज कराना आसान हो जायेगा. जैसे रिलायंस हेल्थ इंश्योरेंश,
पॉलिसी लेने में देर न करें
हेल्थ इंश्योरेंश लेने में देर नहीं करना चाहिए. जितनी जल्द हो अपने और पूरे परिवार (सामान्यतया माता, पिता और दो बच्चे को एक पूरा परिवार माना जाता है) के लिए पॉलिसी ले लें क्योंकि अगर गलती से शुगर, बीपी आदि की बीमारी हो गयी तो पॉलिसी लेने के लिए आपको दोगुना तक प्रीमियम देना पड़ जायेगा. अब तो डायबिटीज पीड़ितों के लिए भी अलग से पॉलिसी आ रही है और उसका प्रीमियम देना पड़ जायेगा.