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बिना बारिश के जलजमाव गलियों में रहता है अंधेरा

राजधानी के पुराने व नये इलाकों को मिलाकर बने वार्ड संख्या-32 के अधिकतर इलाकों में बिन बारिश के जलजमाव की समस्या बनी रहती है. वार्ड के बीच में न्यू बाइपास है. इसके उत्तर में पुराने मोहल्ले, जबकि दक्षिण में नये मुहल्ले हैं. उत्तर में स्थित कंकड़बाग के अशोक नगर, रामलखन पथ और आसपास के इलाकों […]

राजधानी के पुराने व नये इलाकों को मिलाकर बने वार्ड संख्या-32 के अधिकतर इलाकों में बिन बारिश के जलजमाव की समस्या बनी रहती है. वार्ड के बीच में न्यू बाइपास है. इसके उत्तर में पुराने मोहल्ले, जबकि दक्षिण में नये मुहल्ले हैं. उत्तर में स्थित कंकड़बाग के अशोक नगर, रामलखन पथ और आसपास के इलाकों में बारिश होने पर जलजमाव की समस्या बनती है.

वहीं, दक्षिण में स्थित पूर्वी रामकृष्ण नगर, चांगर, मधुवन कॉलोनी, एनटीपीसी कॉलोनी, न्यू जगनपुरा, घाना कॉलोनी आदि इलाके हैं, जहां ड्रेनेज सिस्टम के अभाव में बिन बारिश के जलजमाव की समस्या बनी रहती है. इन इलाकों के हजारों लोग रोजाना जलजमाव की समस्या झेलने को मजबूर हैं.
निजी बोरिंग ही पानी का सहारा
वावार्ड के अधिकतर मोहल्ले न्यू बाइपास के दक्षिण में स्थित हैं, जो पिछले 25-30 वर्षों से बिना प्लान के बेतरतीब तरीके से बसता चला गया. अब स्थिति यह है कि इन मोहल्लों में न ही पक्की सड़क है और न ही सीवरेज-ड्रेनेज सिस्टम की. स्थिति यह है कि न्यू बाइपास के दक्षिण स्थित मोहल्लों में रहने वाले लोगों के लिए निजी बोरिंग ही पीने के पानी का सहारा है. वहीं, कंकड़बाग के हिस्से में करीब 60 प्रतिशत इलाके में सप्लाइ का पानी नहीं पहुंच रहा है.
बेतरतीब तरीके से बिजली आपूर्ति
न्यू बाइपास के दक्षिण स्थित मोहल्ले में बिजली कंपनी की ओर से समुचित विद्युत तार नहीं बिछाया गया है. जैसे-तैसे ट्रांसफॉर्मर लगा दिया गया, जिससे हमेशा खतरा बना रहता है. इतना ही नहीं, मोहल्ले में रहने वाले लोग बांस-बल्ला के सहारे लाइन खींच कर अपने-अपने घरों तक ले गये हैं.
इतना ही नहीं, वर्षों से ड्रेनेज सिस्टम की योजना फाइलों में दबी है. आलम यह है कि वर्ष 2014 में भयंकर जलजमाव की समस्या बनी थी और विभागीय अधिकारी हवाई सर्वे कर प्लान बनाने का निर्देश दिया. लेकिन, यह प्लान पिछले चार वर्षों में धरातल पर नहीं उतर सका है.
सवाल-जवाब वार्ड पार्षद पिंकी यादव से
आपके वार्ड में वर्षों से जलजमाव की समस्या है. इसका निदान क्यों नहीं हो रहा?
-हां, यह बात सही है कि मेरे वार्ड के कंकड़बाग और न्यू बाइपास के दक्षिण दोनों ओर भयंकर जलजमाव की समस्या बनती है. दक्षिण में दर्जनों नया मोहल्ला बसा है. इन मोहल्लों में ड्रेनेज सिस्टम नहीं है. तीन-चार नगर आयुक्त को अब तक भ्रमण करवा चुकी हूं. लेकिन, अब तक योजना नहीं बनी है. इससे अब तक जलजमाव की समस्या बनी हुई है.
आपके वार्ड में कच्ची सड़कों की संख्या भी अधिक है. क्यों ?
-नये मोहल्लों में कच्ची सड़कें हैं. इसको लेकर मुख्यमंत्री कच्ची नाली-गली योजना के तहत 80 योजनाओं को स्वीकृत कराया गया.
पीने के पानी की समस्या है. जलापूर्ति पाइप अब तक क्यों नहीं बिछायी गयी ?
-कंकड़बाग के इलाके में जलापूर्ति पाइप बिछी है. लेकिन, घरों तक शुद्ध पानी नहीं पहुंच रहा है. वहीं, दक्षिणी हिस्से में अब तक जलापूर्ति पाइप बिछी ही नहीं है. इसको लेकर हर घर नल के जल योजना के तहत योजना स्वीकृत है, जिस पर काम नहीं शुरू किया गया है. बोर्ड में सवाल भी उठाते हैं, फिर भी सुनवाई नहीं होती है.
मोहल्ले में अतिक्रमण भी बड़ी समस्या है ?
-हां, अतिक्रमण के खिलाफ प्रशासन को कार्रवाई करनी है. लेकिन, कार्रवाई नहीं की जाती है. स्थिति यह है कि अतिक्रमण की वजह से आरसीसी व बॉक्स नाले का निर्माण रुका है. लेकिन, प्रशासन हाथ-पर-हाथ रख बैठे है.
अब कचरा नहीं दिखता
बारिश के दिनों में जलजमाव एक बड़ी समस्या है. इस समस्या के स्थायी निदान को लेकर प्लान नहीं बन रहा है. इससे बारिश के दिनों में घरों में रहना मुश्किल हो जाता है.
परमेश्वर दयाल
शिकायत पर भी कार्रवाई नहीं
बारिश खत्म हो गयी. लेकिन, पूर्वी रामकृष्णा नगर में जलजमाव की समस्या बनी है. इसकी शिकायत पार्षद से भी किये हैं. लेकिन, अब तक निदान नहीं निकल रहा है.
अजय गुप्ता
सफाई की व्यवस्था ठीक
वार्ड में पहले से सफाई की व्यवस्था ठीक हुई है. रोजाना घरों से कचरा उठाने के लिए गाड़ी पहुंच रही है. इससे मोहल्ले में अब कचरा नहीं दिखता है. हर पहलू पर काम होना चाहिए.
अमन पटेल
मनमर्जी से काम कर रही एजेंसी
जगनपुरा से बादशाही पइन तक नाला बनाया जा रहा है. लेकिन, निर्माण एजेंसी अपनी मनमर्जी से काम रही है. इससे लाभ नहीं होने वाला है. गुणवत्ता जांच करने वाला कोई नहीं है.
चंद्र प्रकाश
चापाकल वर्षों से खराब
पीने के पानी की समस्या नहीं हो. इसको लेकर चापाकल लगाया गया, जो वर्षों से खराब पड़ा है. स्थिति यह है कि न ही चापाकल ठीक हो रहा है और न ही जलापूर्ति पाइप बिछायी जा रही है.
विवेक कुमार
अब तक काम शुरू नहीं
पार्षद ने कच्ची-नाली योजना के तहत कच्ची सड़कों के पक्कीकरण को लेकर योजना बना दी. लेकिन, अधिकारियों की अनदेखी की वजह से काम शुरू नहीं हो रहा है.
तुषार बनर्जी

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