…ताकि ठिठक जायें हर मनचले के कदम

बेंगलुरु की रेमी ने मनचले को सिखाया अनोखा सबक हर दिन की तरह उस दिन भी रेमी शाम के करीब 8:45 बजे जेडब्ल्यू मैरियट होटल से अपना काम खत्म कर अपने फ्लैट पर जा रही थीं. आम तौर पर इस समय बेंगलुरु की सड़कों पर चहल-पहल ज्यादा रहती है़ वैसे बताते चलें कि 25 साल […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 7, 2015 1:37 AM
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बेंगलुरु की रेमी ने मनचले को सिखाया अनोखा सबक
हर दिन की तरह उस दिन भी रेमी शाम के करीब 8:45 बजे जेडब्ल्यू मैरियट होटल से अपना काम खत्म कर अपने फ्लैट पर जा रही थीं. आम तौर पर इस समय बेंगलुरु की सड़कों पर चहल-पहल ज्यादा रहती है़ वैसे बताते चलें कि 25 साल की रेमी, मूल रूप से कोलकाता की रहनेवाली हैं और पिछले 10 वर्षों से वह बेंगलुरु में ही रह रही हैं. जेडब्ल्यू मैरियट होटल, जहां वह काम करती हैं, वहां से उनके फ्लैट की दूरी महज 150 मीटर ही है़ इसलिए वह इस दूरी को अमूमन पैदल ही तय करती हैं.
जिस रास्ते से होकर वह गुजरती हैं, वह विट्टल माल्या सड़क कहलाती है, जो सुबह हो या शाम, हर वक्त गुलजार रहती है़ बहरहाल, उस शाम रेमी होटल से कुछ ही दूर चली होंगी कि पीछे से आ रहे एक ऑटोरिक्शे की पिछली सीट पर बैठे एक शख्स ने उनके साथ ऐसी हरकत कर डाली, जिसकी उन्होंने कभी कल्पना भी नहीं की थी. उस शख्स ने रेमी के पीछे हाथ लगाया और उनकी स्कर्ट नीचे खींचने की कोशिश की़ इसके बाद तेज रफ्तार से वह ऑटोरिक्शा भरी भीड़ के बीच से कटिंग मारता हुआ निकल गया़ इस घटना के प्रतिक्रयास्वरूप चौंकी रेमी जोर से चीखीं. खैर, उन्होंने समय रहते खुद को संभाला और तुरंत एक ऑटोरिक्शा रुकवाया. इसके बाद उन्होंने ऑटोवाले को उस ऑटो का पीछा करने को कहा, जिसमें वह मनचला बैठा था.
भीड़भरी सड़क पर दोनों ऑटोरिक्शा तेजी से भागते जा रहे थे़ लगभग आधा किलोमीटर दूर जाने के बाद रेमी का ऑटोरिक्शेवाला उस ऑटोरिक्शे को ओवरटेक कर रोकने में कामयाब हो गया, जिसमें मनचला बैठा था़ इस बीच रेमी ने अपने एक सहकर्मी को फोन कर अपने साथ घटी घटना के बारे में जानकारी दे दी थी़ जब रेमी ने उस मनचले को रिक्शे से खींचा, तब वह सकपका गया था़ उसके साथ ऐसा होगा, यह उसने सोचा भी नहीं था़ तब तक रेमी के सहकर्मी मौके पर पहुंच चुके थे़
साथ ही वहां भारी भीड़ जुट चुकी थी़ थोड़ी ही देर में नजदीकी कबन पार्क पुलिस स्टेशन की टीम भी पहुंच गयी़ पुलिस ने जब उस शख्स को अपने कब्जे में लिया, तो उसके पूरे शरीर से शराब की तेज गंध आ रही थी़ पुलिस को देखते ही उस मनचले ने यह कहते हुए गिड़गिड़ाना शुरू कर दिया कि वह शादी-शुदा और बाल-बच्चेदार है और भले परिवार से ताल्लुक रखता है, उसे माफ कर दिया जाये़ लेकिन रेमी कुछ सुनने के मूड में नहीं थी़ उन्होंने पुलिस स्टेशन जाकर उस मनचले के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करायी़ पूछने पर उसने पुलिस को बताया कि वह पेशे से ऑटो ड्राइवर है़
कुछ कानूनी अनियमितताओं को लेकर ट्रैफिक पुलिस ने हाल ही में उसका ऑटोरिक्शा जब्त किया था़ बहरहाल, मौका-ए-वारदात पर मौजूद लोगों और पुलिस के सहयोग से संतुष्ट रेमी से पुलिस ने दरख्वास्त की है कि ऐसे असमाजिक तत्वों को सबक सिखाने और समाज को एक कड़ा संदेश देने के लिए उस मनचले पर कानूनी कार्रवाई के लिए अदालत तक जाएं. ‘बैंगलोर मिरर’ में छपी इस खबर के मुताबिक आरोपी को न्यायिक दंडाधिकारी के समक्ष पेश किया गया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया है. बेंगलुरु के डिप्यूटी कमिश्नर ऑफ पुलिस (सेंट्रल) ने ऐन मौके पर रेमी द्वारा उठाये गये कदम और उनकी हिम्मत की तारीफ की है.
वाकई, देशभर में जब महिलाओं के खिलाफ अपराध के मामलों में बढ़ोतरी दर्ज की जा रही है, ऐसे माहौल में रेमी रुशा सेन के जज्बे की तारीफ करनी ही होगी, जिन्होंने एक मनचले को न सिर्फ सबक सिखाया, बल्कि उसके खिलाफ पर्याप्त कानूनी कार्रवाई को भी सुनिश्चत किया़
(इनपुट : बैंगलोर मिरर)
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