गौरतलब : जब किसी देश के कानून से बचने को दूसरे देश में शरण लेते हैं लोग
बैंकों के 9000 करोड़ रुपये के बकाये के साथ विजय माल्या देश छोड़ कर भाग गये, कुछ दिनों से ऐसी बातें मीडिया में खूब चल रही हैं. लेकिन यह पहली बार नहीं हुआ, जब किसी देश के नागरिक ने स्थानीय कानून से बचने के लिए दूसरे देश में शरण ले ली हो. आइए जानें कुछ ऐसी ही चर्चित शख्सियतों और उन पर लगे आरोपों के बारे में –
दो मार्च, 2016 को खुद पर 17 बैंकों के लगभग 9,000 करोड़ रुपये की बकायेदारी के साथ शराब कारोबारी विजय माल्या देश छोड़कर भाग गये. सिर्फ माल्या ही नहीं, एक देश के कानून से खुद को बचाने की फिराक में दूसरे देशों में कई लोग शरण लेते रहे हैं. चूंकि किसी आरोपी या अपराधी को एक देश से दूसरे देश प्रत्यर्पित करने की प्रक्रिया काफी लंबी-चौड़ी होती है और कई देश तो इसके लिए राजी भी नहीं होते, इन्हीं बातों का फायदा उठाते हुए कानून से बचे रहते हैं ऐसे लोग. इनमें ये चर्चित चेहरे शामिल हैं :
शरण नदीम अख्तर सैफी : 1990 के दशक की संगीतकार जोड़ी नदीम-श्रवण का हिस्सा रहे नदीम अख्तर पर टी-सीरीज के मालिक गुलशन कुमार की हत्या की साजिश रचने का आरोप है़ वर्ष 1997 में जब गुलशन कुमार की मुंबई में हत्या हुई, नदीम ब्रिटेन में छुट्टियां मना रहे थे. तब से ही वह ब्रिटेन में ही रह रहे हैं. 2002 में ब्रिटेन की अदालत ने कहा कि नदीम पर आरोप साबित नहीं हुआ, हालांकि भारत में उनके खिलाफ जारी गिरफ्तारी वारंट कभी वापस नहीं लिया गया.
शीतल मफतलाल : 100 करोड़ की पेंटिंग्स की चोरी का झूठा मामला बनाने के आरोप में सोशलाइट शीतल मफतलाल को मुंबई पुलिस तलाश कर रही है. शीतल ने घर की कुछ पेंटिंग्स को चुराने का आरोप अपने बचपन के मित्र यास्मीन, आरिफ पटेल और फारुख वाडिया पर लगाया. इसमें उन्होंने कहा कि इन्होंने असली पेंटिंग्स को नकली से बदल दिया और ऐसी 31 पेंटिंग्स को बेच दिया. शीतल पर अपने दोस्तों के खिलाफ झूठे आरोप लगाने के लिए केस चल रहा है.
दाऊद इब्राहिम : 12 मार्च 1993 को मुंबई में हुए बम धमाकों की साजिश रचने वाला दाऊद, भारत की मोस्ट वांटेड लिस्ट में शामिल है़ दक्षिण और मध्य एशिया में ड्रग्स और हथियारों का सबसे बड़ा तस्कर और पांच हजार से ज्यादा गुर्गों वाली डी-कंपनी का मालिक दाऊद, भारत के अलावा यमन, पाकिस्तान और यूएइ के अवैध पासपोर्ट्स के जरिये दुनियाभर में घूमता है. फिल्म, क्रिकेट और शेयर बाजार में उसका दो नंबर पैसा आज भी धड़ल्ले से चलता है़
ललित मोदी : आइपीएल के पूर्व अध्यक्ष ललित मोदी पर प्रवर्तन निदेशालय (इडी) ने वित्तीय अनियमितताओं (फेमा) के आरोप लगाये हैं. उन पर आइपीएल में घोटाले और मैच फिक्सिंग के भी आरोप हैं. आइपीएल 2010 फाइनल के बाद ललित मोदी को आइपीएल के अध्यक्ष पद से हटाये जाने के बाद से वह लंदन में हैं. उन पर 16 केस चल रहे हैं और भारत में उनके खिलाफ लुक आउट नोटिस जारी किया जा चुका है.