ए4 साइज के पन्ने में समायेगी कमर!

ट्रेंड : सोशल साइट्स पर वायरल है फिटनेस का नया पैमाना इन दिनों सोशल नेटवर्किंग साइट्स पर ‘ए4 वेस्ट चैलेंज’ के नाम से युवतियां एक नयी परीक्षा दे रहीं हैं, फिटनेस की परीक्षा़ ए4 साइज के पन्ने की चौड़ाई, यानी 21 सेंटीमीटर की बराबरी में अपनी कमर काे लाने का यह ट्रेंड चीन से शुरू […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 6, 2016 5:58 AM
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ट्रेंड : सोशल साइट्स पर वायरल है फिटनेस का नया पैमाना

इन दिनों सोशल नेटवर्किंग साइट्स पर ‘ए4 वेस्ट चैलेंज’ के नाम से युवतियां एक नयी परीक्षा दे रहीं हैं, फिटनेस की परीक्षा़ ए4 साइज के पन्ने की चौड़ाई, यानी 21 सेंटीमीटर की बराबरी में अपनी कमर काे लाने का यह ट्रेंड चीन से शुरू हो कर धीरे-धीरे पूरी दुनिया में छा रहा है. वैसे हालिया वैज्ञानिक शोध भी यह बताते हैं कि कमर पर जमी चर्बी, उच्च रक्तचाप और हृदय रोग सहित कई बीमारियों को न्योता दे सकती है, लेकिन स्वास्थ्य की दृष्टि से

यह ट्रेंड कहीं असुरक्षित तो नहीं, आइए जानें.

सोशल मीडिया पर आये दिन नये और अजीब चैलेंज आते रहते हैं. कभी आइस बकेट चैलेंज, तो कभी राइस बकेट चैलेंज, तो कभी बेली बटन चैलेंज और भी न जाने क्या-क्या! इसी क्रम में चीन की लड़कियों में अपनी फिट और स्लिम बॉडी दिखाने के लिए एक नया चैलेंज चल रहा है, जिसमें युवतियां और महिलाएं जोर-शोर से शामिल हो रही हैं.

यह चैलेंज है अपनी कमर कागज से भी पतली साबित करने का़ यदि आपकी कमर ए-4 साइज के पेपर जितनी है, तो आप यह चैलेंज जीत जायेंगे़ सोशल मीडिया पर चीन और उसके बाद दुनिया के बाकी देशों में तेजी से वायरल हो रहे इस चैलेंज के तहत युवतियां ए4 साइज के कागज के पन्ने को लंबाई में अपनी कमर या पेट पर रखती हैं और तसवीर लेती हैं. फिर इस तसवीर को सोशल मीडिया पर डाल कर ये दिखाती हैं कि इनकी कमर उस पन्ने जितनी या उससे भी कम है.

यह है तरीका : गौरतलब है कि एक ए4 साइज के पन्ने की चौड़ाई 8.27 इंच, यानी 21 सेंटीमीटर होती है़ अगर आपने भी कभी ए4 पन्ने का इस्तेमाल किया होगा, तो अब जरा अंदाजा लगायें कि इन लड़कियों की कमर कितनी पतली होगी. इस चैलेंज में भाग ले रही महिलाओं और लड़कियों का मानना है कि इसे बहुत आसानी से किया जा सकता है और खुद को फिट रखा जा सकता है.

वैसे, इस तसवीर को लेने के लिए थोड़े ट्रिक का भी इस्तेमाल करना होता है़ इसमें अपनी सांसों को थोड़ा रोक कर पैरों की उंगलियों पर खड़े होना होता है़ और इसी अवस्था में ए 4 पन्ने को पीठ पर लगा कर तसवीर क्लिक की जाती है़ ये तसवीरें सोशल साइट सीना वीबो पर शेयर हो रही हैं. वैसे बताते चलें कि इस साइट को चीन का ट्विटर माना जाता है.

सही या गलत : चीन से शुरू हुआ यह सिलसिला अमेरिका, ब्रिटेन और भारत में भी चल पड़ा है, जहां लड़कियां इंस्टाग्राम से लेकर हर छोटी-बड़ी सोशल साइट्स पर अपने दोस्तों की बीच अपनी इस अनूठी फिटनेस का प्रमाण पेश कर रही हैं.

इसके पहले बेली बटन चैलेंज भी आपको याद होगा, जिसमें लड़कियां अपने हाथ को कमर के पीछे से ले जाकर अपनी नाभि छूती थीं. इससे यह साबित होता था कि उनकी कमर कितनी पतली है. जहां इस चैलेंज को कई लोगों ने हाथों-हाथ लिया है, वहीं कई लोगों ने इसकी बुराई भी की है और चिंता जतायी है कि इस तरह का ट्रेंड दिखाना गलत और झूठा है. इस चैलेंज का पक्ष लेनेवालों का तर्क है कि एक तरह से यह लोगों को अपनी फिटनेस और हेल्थ के प्रति कांशस तो कर ही रहा है, जिससे लोगों को बीमारियों से दूर रहने में मदद मिलेगी़

कमर की चर्बी है दुश्मन : इस बात की तसदीक शिकागो के अमेरिकन कॉलेज ऑफ कार्डियोलॉजी के वैज्ञानिकों ने भी की है, जिन्होंने पिछले दिनों 200 लोगों पर किये गये अपने एक अध्ययन के बाद यह रिपोर्ट दी कि कमर की साइज से दिल की बीमारी के जोखिम की ज्यादा सटीक जानकारी मिल सकती है़

मधुमेह रोगियों पर किये गये इस अध्ययन के शोधकर्ताओं ने पाया कि जिनकी कमर बड़ी होती है, उन्हें दिल की बीमारी होने की आशंका ज्यादा होती है़ प्रमुख शोधकर्ता डॉ बैज रॉजन की मानें, तो इसका ताल्लुक हृदय के निचले हिस्से से होता है, जो मस्तिष्क के साथ शरीर के अन्य हिस्सों को ऑक्सीजन की आपूर्ति करता है़ कमर का आकार बड़ा होने से उच्च रक्तचाप की समस्या बढ़ जाती है़ यही नहीं, नॉर्वेजियन यूनिवर्सिटी के अध्ययन के अनुसार, सिर्फ मोटापे से ही हृदयाघात का खतरा नहीं होता, बल्कि पेट के ऊपर बढ़नेवाले वसा से भी दिल को खतरा हो सकता है.

इसके अलावा, कुछ हफ्ते पहले स्वीडिश वैज्ञानिकों ने अपने एक अध्ययन के बाद यह रिपोर्ट दी कि कमर के पास चार इंच से ज्यादा चर्बी बढ़ने से दिल से जुड़ी तकलीफों का खतरा, महिलाओं में 15 प्रतिशत और पुरुषों में 16 प्रतिशत तक बढ़ जाता है. 2000 महिलाओं पर किये गये इस अध्ययन में शामिल महिलाओं की लंबाई, वजन और उनकी कमर के माप पर बराबर नजर रखी गयी़ इस अध्ययन में पता चला कि जिन महिलाओं की कमर पर अतिरिक्त चर्बी जमा हो रही थी, उन्हें स्वास्थ्य संबंधी कई समस्याओं का सामना करना पड़ा़

बीमार होने की वजह तो नहीं?

बहरहाल, ऐसा नहीं है कि युवतियों में अपने फिगर को लेकर सवार हुआ यह जुनून कोई नया है़ एक समय जीरो साइज फिगर का क्रेज लड़कियों के सिर चढ़ कर बोल रहा था और आज बदलते फैशन के दौर में फिगर को लेकर कोई भी समझौता न करने वाली लड़कियां जिम, योगा और फिटनेस क्लास लेकर अपनी बॉडी को बेहतर शेप में देने की होड़ में लगी हैं.

वैसे, परफेक्ट फिगर को लेकर चीन की लड़कियों का ईजाद किया ‘ए4वेस्ट’ का नया फार्मूला दुनियाभर के सोशल मीडिया पर धूम मचा रहा है. जहां कई लोग 21 सेंटीमीटर के नाप की कमर के इस क्रेज को स्वास्थ्य के लिए खतरा व गैर-जिम्मेदाराना और बीमार होने की वजह बता रहे हैं, वहीं इस ट्रेंड की दीवानी लड़कियां बेझिझक ए 4 साइज के कागज के पन्ने के साथ अपनी तसवीरों को इंस्टाग्राम और दूसरी सोशल नेटवर्किंग साइट्स पर बेझिझक शेयर कर रही हैं, जिन्हें अन्य लड़कियां भी काफी पसंद कर रहीं हैं.

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