अब पूजा-अनुष्ठान हुआ आसान

स्टार्टअप : हाइब्रिड मॉडल पर पंडित व पूजा सामग्री उपलब्ध करा रहा ‘पूजा शॉपी डॉट कॉम’ कहते हैं कि हमारे देश में आस्था का समंदर बहता है, लेकिन यहां धर्म-अध्यात्म से जुड़ी जरूरतों का बाजार उतना ही असंगठित है. रांची के बीआइटी मेसरा के छात्र रहे तापस मलिक ने इस बात को ध्यान में रखते […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 20, 2016 2:04 AM
an image
स्टार्टअप : हाइब्रिड मॉडल पर पंडित व पूजा सामग्री उपलब्ध करा रहा ‘पूजा शॉपी डॉट कॉम’
कहते हैं कि हमारे देश में आस्था का समंदर बहता है, लेकिन यहां धर्म-अध्यात्म से जुड़ी जरूरतों का बाजार उतना ही असंगठित है. रांची के बीआइटी मेसरा के छात्र रहे तापस मलिक ने इस बात को ध्यान में रखते हुए ‘पूजा शॉपी डॉट कॉम’ नामक एक ऐसा स्टार्टअप शुरू किया है, जो धर्म-अध्यात्म से जुड़ी सारी जरूरतों को एक मंच पर पूरा करता है. यहां आपको आवश्यकतानुसार पूजा सामग्री के साथ पंडितजी भी मिलेंगे. यह स्टार्टअप ऑनलाइन और ऑफलाइन, दोनों मंचों पर काम करता है.
राजीव चौबे
जीवन में सुख, शांति और वैभव की तलाश हर किसी को होती है, और इसके लिए आती है ईश्वर की याद. तरह-तरह के पूजा और अनुष्ठान के सहारे हम उन्हें खुश कर लेना चाहते हैं. लेकिन उसका भी एक खास तरीका होता है, कुछ खास सामग्रियाें और विशेषज्ञ की जरूरत पड़ती है.
और यह भी सच्चाई ही है कि इन सब का मिलना किसी टेढ़ी खीर से कम नहीं है. ऐसे में बीआइटी, मेसरा के छात्र रहे तापस मलिक ने अपने स्टार्टअप ‘पूजा शॉपी डॉट कॉम’ के जरिये लोगों की धर्म-अध्यात्म से जुड़ी सभी जरूरतों को एक छत के नीचे पूरा करने की कोशिश की है. ऑनलाइन और ऑफ लाइन, दोनों मंचों पर मौजूद यह स्टार्टअप पूजा-पाठ की सामग्री से लेकर पंडित की भी व्यवस्था करता है.
रांची में स्थित इस स्टार्टअप के सेंट्रल वेयर हाउस से देश के विभिन्न भागों से आये ऑनलाइन डिमांड की पूर्ति की जाती है. इसके अलावा, दिल्ली, गुड़गांव, नोएडा, रांची, बिलासपुर और बेंगलुरु में कंपनी के दस से ज्यादा ऑफलाइन स्टोर्स सफलतापूर्वक काम कर रहे हैं. आनेवाले दिनों में इस कंपनी की योजना, देश के सभी बड़े शहरों में ऑफलाइन स्टोर्स खोलने की है.
इसलिए पड़ी जरूरत : कंपनी के सीइओ और संस्थापक तापस मलिक बताते हैं कि आज की भाग-दौड़ भरी जिंदगी में लोगों के पास समय की कमी है, ऐसे में लोगों को धार्मिक और सामाजिक कार्यों में उचित दिशा-निर्देश नहीं मिल पाते. खास कर जो लोग किसी नये शहर में सेटल हो रहे हैं, उनके लिए पूजा की सामग्री और पंडित को तलाशना मुश्किल काम होता है. इसके साथ ही पूजा और कर्मकांड की भी उन्हें पूरी जानकारी नहीं होती. ऐसे में हमने लोगों को एक मंच देने की कोशिश की है.
मिलती हैं ये सेवाएं
इसके जरिये पूजा-पाठ के संबंध में ऑनलाइन जानकारी हासिल की जा सकती है और ऐसे अवसरों के लिए पुरोहित व सामग्री आदि का आॅर्डर भी बुक किया जा सकता है. इसके अलावा, उत्तम गुणवत्ता की पूजा सामग्री, विशेष रूप से तैयार पूजा किट, दिव्य उपहार, कॉर्पोरेट उपहार, उपहार की अन्य वस्तुएं और ज्योतिष व वास्तु परामर्श भी इस मंच पर ऑनलाइन लिये जा सकते हैं. यही नहीं, इस पोर्टल पर धार्मिक अनुष्ठान के लिए आॅर्डर भी बुक किये जा सकते हैं.
सेवाओं का हाइब्रिड मॉडल : मूल रूप से रांची के रहनेवाले और कोलकाता के सेंट जेवियर्स स्कूल से स्कूली शिक्षा पाये तापस मलिक कहते हैं, हमारे ब्रांड की खासियत यह है कि हम अपने ग्राहकों को सभी आध्यात्मिक जरूरतों के लिए एक ही जगह सारे समाधान उपलब्ध कराते हैं, जिससे उन्हें बिना किसी परेशानी के सारे अनुष्ठान पूरा करने तथा बेहतर व प्रामाणिक गुणवत्ता वाले उत्पाद हासिल करने में मदद मिलती है.
सबसे महत्वपूर्ण तो यह है कि हमारा यह स्टार्टअप, पहली ऐसी कंपनी है जो धर्म-अध्यात्म की चीजें हाइब्रिड मॉडल के तहत उपलब्ध कराती है. यानी ई-कॉमर्स के साथ-साथ हमारी सेवाएं ऑफलाइन स्टोर्स पर भी उपलब्ध हैं. अब तक जिन शहरों तक हम पहुंच चुके हैं, वहां हमारी कोशिश रहती है कि हम अपने ग्राहकों को चार घंटे के भीतर अपने उत्पाद या सेवा मुहैया करायें.
गुणवत्ता का खास ख्याल : स्वामी विवेकानंद को अपना आदर्श माननेवाले तापस बताते हैं कि हमारे देश में अध्यात्म से जुड़ी सामग्रियों का बाजार लगभग दो हजार करोड़ रुपये का है और इसका 95 प्रतिशत हिस्सा असंगठित है. और तो और, पूजा सामग्रियों और सेवाओं के मामले में कोई तय मापदंड न होने से, जिसे जो मिल जाये, उसी से काम चलाना पड़ता है. ऐसे में हमने अध्यात्म से जुड़ी सारी जरूरतें एक ही छत के नीचे गुणवत्ता के साथ पूरी करने के लिए इस कंपनी की स्थापना अप्रैल 2015 में और सेवाओं की शुरुआत अक्तूबर में की.
अंतरराष्ट्रीय पहचान : आमिर खान और जॉर्ज क्लूनी की एक्टिंग के फैन तापस, दुनिया के हर हिस्से में घूम लेना चाहते हैं. अपनी कंपनी को मिल रहे वैश्विक पहचान के बारे में वह कहते हैं कि बीते आठ महीनों में ‘पूजा शॉपी डॉट कॉम’ ने राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर के कई व्यापार मेलों में शिरकत की है. यही नहीं, नवंबर 2015 में फ्रांस स्थित कांस में आयोजित अंतरराष्ट्रीय रीटेल ट्रेड शो ‘मेपिक’ के लिए भारत सरकार द्वारा चुना गया ‘पूजा शॉपी डॉट कॉम’ इकलौता स्टार्टअप था.
ऐसी है टीम : बीआइटी मेसरा के अलावा, आइआइटी कानपुर, एक्सएलआरआइ जमशेदपुर और आइआइएम रांची से तकनीकी और प्रबंधन की शिक्षा हासिल कर चुके तापस मलिक खाली समय में किताबें पढ़ने का शौक रखते हैं.
ज्योफरी आर्चर और रॉबर्ट लडलम के लिखे फिक्शंस उन्हें पसंद हैं. बहरहाल, अपने स्टार्टअप के पीछे काम करनेवाली टीम के बारे में तापस बताते हैं कि वह कंपनी के संस्थापक और सीइओ हैं और कंपनी के लिए रणनीति तैयार करने, मार्केटिंग और वित्तीय मामलों की जिम्मेवारी उनके ऊपर है. उनके अलावा, एक्सएलआरआइ के प्रोफेसर प्रबाल सेन इस कंपनी के मार्गदर्शक और स्वतंत्र निदेशक की जिम्मेवारी निभा रहे हैं.
वहीं, कंपनी की सह-संस्थापक अमुश्री झा पर खरीद-बिक्री, विज्ञापन और मानव संसाधन प्रबंधन की जिम्मेदारी है. इन लोगों के अलावा कंपनी के टेक्निकल स्टाफ में आइआइटी, आइआइएम और अन्य प्रतिष्ठित संस्थानों से शिक्षित-प्रशिक्षित युवा शामिल हैं, जो ‘पूजा शॉपी डॉट कॉम’ को एक अलग पहचान दिलाने के लिए काम कर रहे हैं.
Exit mobile version