58 साल की यात्रा के बाद आइएनएस ‍विराट सेवानिवृत्त

58 साल तक नौ सेना को अपनी सेवा देने के बाद भारत का दूसरा विमान वाहक पोत आइएनएस विराट ने शनिवार (23 जुलाई को)को अपनी अंतिम यात्रा की शुरुआत की. विराट मुंबई से कोच्ची के लिए निकला. जहाज कोच्ची 27 जुलाई(बुधवार) को पहुंचेगा, जहां उत्तरी नौ सेना के अधिकारी इसे सेवानिवृत्त घोषित करेंगे. विराट की […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 24, 2016 7:57 AM
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58 साल तक नौ सेना को अपनी सेवा देने के बाद भारत का दूसरा विमान वाहक पोत आइएनएस विराट ने शनिवार (23 जुलाई को)को अपनी अंतिम यात्रा की शुरुआत की. विराट मुंबई से कोच्ची के लिए निकला. जहाज कोच्ची 27 जुलाई(बुधवार) को पहुंचेगा, जहां उत्तरी नौ सेना के अधिकारी इसे सेवानिवृत्त घोषित करेंगे.
विराट की सेवानिवृत्ति पिछले साल नवंबर में ही होनी थी. ऐसा विचार किया गया था कि इस जहाज को सैलानियों के देखने के लिए छोड़ा जाये, पर किसी कारणवश यह कार्यक्रम ठंडे बस्ते में चला गया.
विराट को समुद्र में दोबारा उतारने के लिए लगभग 400 करोड़ रुपये की आवश्यकता थी, जिसे नकार दिया गया. अब यह सेवानिवृत किया जा रहा है. इसे अमेरिकी सेना से मई,1987 में भारत लाया गया था. तब इसे हर्मस के नाम से जाना जाता था. विराट ने साल 1958 से 1984 तक पूरे 25 वर्ष तक रॉयल नौ सेना (अंगरेजी शासन)को अपनी सेवा दी. इस वर्ष छह मई को इसके डेक से अंतिम फाइटर जेट ने उड़ान भरी.
आपको बता दें कि इससे पहले आइएनएस ‍विक्रांत को भी म्यूजियम बनाने की कवायद चल रही थी, लेकिन विक्रांत के पुरजे एक मोटर बाइक कंपनी को बेच दिये गये. कंपनी ने बाईक का नाम भी विक्रांत रखा है.
भारत का तीसरा विमान वाहक पोत विक्रमादित्य रूस से लाया गया था. इसे भारतीय नौ सेना को नवंबर 2013 में सौंपा गया. यह देश की दो दशकों तक सेवा करेगा. इस बीच देश में ही एक ऐसे विमान वाहक पोत बनाया जा रहा है, जिसे आइएनएस ‍विक्रांत के नाम से जाना जायेगा. यह पोत नौ सेना को 2018 तक सौंप दिया जायेगा. विराट मई, 1987 में भारतीय नौ सेना में शामिल हुआ था. इसने 29 वर्षों तक देश को सेवा दी. अब यह गौरवशाली अतीत का हिस्सा बन जायेगा.
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