सर्जिकल स्ट्राइक: हवाई हमले से बचाव के लिए तैयार हो रहे हैं बंकर

श्रीनगर : पाकिस्तान की ओर से युद्ध के बढ़ते खतरे के मद्देनजर जम्मू-कश्मीर में आपात उपायों को तेजी से लागू किया जाने लगा है. हवाई हमलों से बचाव के उपाय और चिकित्सा की आपात व्यवस्था की जा रही है. पिछले 24 घंटों में जम्मू कश्मीर की सीमा से 35 हजार से अधिक लोगों ने पलायन […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 1, 2016 12:09 PM
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श्रीनगर : पाकिस्तान की ओर से युद्ध के बढ़ते खतरे के मद्देनजर जम्मू-कश्मीर में आपात उपायों को तेजी से लागू किया जाने लगा है. हवाई हमलों से बचाव के उपाय और चिकित्सा की आपात व्यवस्था की जा रही है. पिछले 24 घंटों में जम्मू कश्मीर की सीमा से 35 हजार से अधिक लोगों ने पलायन किया है. जम्मू कश्मीर सरकार ने लोगों को अपनी सुरक्षा के लिए बंकरों, खंदकों तथा खाईयों के निर्माण की सलाह दी है. सूत्रों के अनुसार, सभी सैनिक हवाई अड्डों के आसपास मिसाइलों के साथ-साथ विमानभेदी तोपों की तैनाती भी हो रही है. ऐसी तोपें सैनिक व अन्य महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों की सुरक्षा के लिए भी तैनात करने के निर्देश दिये गये हैं. यही नहीं सैनिक व हवाई अड्डों के आसपास के क्षेत्रों में रहने वाले नागरिकों को ये इलाके खाली करने के लिए कहा गया है. सभी कस्बों में हवाई हमलों की चेतावनी देने के लिए सायरनों को भी तैनात किया जा रहा है.

पाक लगातार कर रहा फायरिंग

सर्जिकल स्ट्राइक के बाद बौखलायी पाक की सेना ने एक साथ कई सेक्टरों में मोरचा खोलते हुए गोलाबारी आरंभ की है. हालांकि भारत की ओर से गोलाबारी का भरपूर जवाब दिया जा रहा है. पाक सेना ने राजौरी तथ पुंछ के बल्नोई, नौशहरा, कृष्णा घाटी, साब्जियां और अखनूर के पल्लांवाला तथा परगवाल सेक्टरों की कई पोस्टों पर गोलाबारी की. इससे पहले वह भिम्बर गली, नौगांव, लीपा वैली, हाट स्प्रिंग और केल में भी सीजफायर की धज्जियां उड़ाते हुए गोले बरसा रहा था. सभी सेक्टरों में भारतीय सेना उसके जवाब दे रही है.

पाकिस्तान के हमले की जद में आने का डर

अर्निया (अंतरराष्ट्रीय सीमा)
सीमाई इलाके में रहनेवाले ग्रामीणों में खौफ है कि पाकिस्तान नागरिक इलाकों को निशाना बना सकता है. अंतरराष्ट्रीय सीमा के करीब रहनेवाले ग्रामीणों को संघर्ष विराम उल्लंघनों की आंच हमेशा सहनी पड़ती है. पूर्व सरपंच ने कहा, ‘नियंत्रण रेखा के पास सेना ने लक्षित हमला किया, इस पर हम खुश हैं. लेकिन, हमें डर है कि प्रतिशोध में पाकिस्तान नागरिक इलाकों को निशाना बना सकता है.’ बाशिंदों में बीच तनाव बढ़ने से अपनी रोजी-रोटी पर असर पड़ने का भी डर है.

आरएसपुरा

जम्मू के आरएस पुरा में भी हालात अलग नहीं है. प्रशासन ने किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए बाना सिंह स्टेडियम में 1000 लोगों के रहने की व्यवस्था कर रखी है. स्टेडियम के मैनेजर बालजिंदर पाल सिंह ने कहा, ‘सुबह सौ से ज्यादा लोगों ने शरण ली. महिलाओं और बच्चों को छोड़ कर अधिकतर पुरुष अपने घर लौट गये. हम महिलाओं और बच्चों का ध्यान रख रहे हैं.’ पनाह लेनेवाले अधिकतर जीरो लाइन पर स्थित जोरा फार्म गांव से आये हैं.

पंजाब में एयरफोर्स अड्डे हाइ अलर्ट पर

पाकिस्तान के कब्जेवाले कश्मीर में सेना के सर्जिकल स्ट्राइक के बाद पंजाब में सभी महत्वपूर्ण स्थानों पर सुरक्षा चाक चौबंद कर दी गयी है. राज्य के सभी एयरफोर्स सेंटर्स पर हाइअलर्ट जारी किया गया है. पंजाब के चंडीगढ़, अंबाला, बठिंडा, आदमपुर और लुधियाना के पास हलवाड़ा समेत क्षेत्र के सभी एयरफोर्स अड्डों पर हाइअलर्ट जारी कर दिया गया है. अंतरराष्ट्रीय सरहद पर बीएसएफ को गुरुवार को और अधिक चौकन्ना कर दिया गया था. भाखड़ा बांध पर भी सुरक्षा कड़ी कर दी गयी है. बीबीएमबी के अध्यक्ष एके शर्मा ने कहा कि सभी बांधों पर सुरक्षा इंतजामों की समीक्षा की जा रही है. पंजाब में तेल रिफाइनरी और महत्वपूर्ण बिजली संयंत्रों समेत अन्य महत्वपूर्ण केंद्रों में और उनके आसपास भी सुरक्षा कड़ी कर दी गयी है. पंजाब के छह जिले अंतरराष्ट्रीय सीमा से सटे हैं. इस बीच अधिकारियों के आदेश पर अंतरराष्ट्रीय सीमा के 10 किमी के दायरे में 1,000 गांवों में रहनेवाले लोगों को निकालकर सुरक्षित जगह पहुंचाने का काम चल रहा है. इस काम में गुरुद्वारों और मंदिरों के प्रमुखों की मदद ली जा रही है.

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