मन्नारसला मंदिर<br>केरल के आलाप्पुड़ा में स्थित मन्नारसला मंदिर भारत के सबसे प्रसिद्ध सांप मंदिरों में से एक है.यह मंदिर 3,000 साल पुराना है.इस मंदिर को सांपों के देवता नागराज को समर्पित किया गया है.इस मंदिर में और मंदिर तक के रास्ते में सांपों की 30,000 से ज़्यादा मूर्तियां लगी हुई हैं.
मन्नारसला मंदिर | Prabhat Khabar Graphics
नाग वासुकि मंदिर<br>उत्तर प्रदेश का इलाहाबाद शहर जो अब प्रयागराज के नाम से जाना जाता है.यहां पर प्रसिद्ध नाग वासुकि का मंदिर स्थित है.नाग वासुकि भगवान शिव के गले में सुभोभित रहते हैं.आपको बता दें ये मंदिर
नाग वासुकि मंदिर | Prabhat Khabar Graphics
तक्षकेश्वर नाथ प्रयागराज<br>प्रयागराज में ही यमुना किनारे एक और नाग मंदिर है जिसे तक्षकेश्वर नाथ का मंदिर कहते हैं.यह अति प्रचीन मंदिर है जिसका वर्णन पद्म पुराण के 82 पाताल खंड के प्रयाग माहात्म्य में 82वें अध्याय में मिलता है.
तक्षकेश्वर नाथ प्रयागराज | Prabhat Khabar Graphics
सेम-मुखेम नागराजा मंदिर<br>सेम-मुखेम नागराजा मंदिर उत्तराखंड के टिहरी में स्थित है .मान्यता है कि द्वारिका नगरी डूबने के बाद भगवान श्रीकृष्ण यहां नागराज के रूप प्रकट हुए थे.मन्दिर के गर्भगृह में नागराजा की स्वयं भू-शिला है.
सेम-मुखेम नागराजा मंदिर | Prabhat Khabar Graphics
कुक्के सुब्रमण्या मंदिर<br>यह मंदिर कर्नाटक के मैंगलोर के पास के सुल्लिया तालुका के सुब्रमण्या के एक छोटे से गांव में है.यह मंदिर भारत के सबसे प्रसिद्ध सांप मंदिरों में से एक है.इस मंदिर में भगवान सुब्रमण्य, सांपों के राजा भगवान वासुकी और शेषनाग देवता की पूजा की जाती है.
कुक्के सुब्रमण्या मंदिर | Prabhat Khabar Graphics
नागराज मंदिर<br>तमिलनाडु के नागरकोइल में स्थित नागराज मंदिर भारत के सबसे प्रसिद्ध सांप मंदिरों में से एक है. इस मंदिर में मुख्य रूप से सांपों के राजा भगवान वासुकी और भगवान कृष्ण की पूजा होती है.
नागराज मंदिर | Prabhat Khabar Graphics