पश्चिम बंगाल के तृणमूल कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव व सांसद अभिषेक बनर्जी ने केन्द्र सरकार पर पलटवार करते हुए कहा कि भाजपा सरकार ने संसद की नई बिल्डिंग बनाने में 1,500 करोड़ खर्च किए, लेकिन सदन में जनता के प्रमुख मुद्दों पर चर्चा करने में अनिच्छुक हैं. वहीं आज भी बंगाल में 20 लाख से ज्यादा लोग ऐसे हैं जो आवास योजना के लिए फंड का इंतजार कर रहे हैं अपने लिए घर बनाने के लिए. लेकिन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को बंगाल की जनता का ख्याल नहीं है. फंड के पैसों का दुरुपयोग किया जा रहा है.
अभिषेक बनर्जी का कहना है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने खुद दावा किया था कि 2022 तक हर व्यक्ति के सिर पर छत होगा. अब हम 2023 के जुलाई में हैं. 20 लाख से अधिक बंगाल के लोग अभी भी आवास योजना के लिए धन का इंतजार कर रहे हैं.
#WATCH हमने जो वीडियो और तस्वीरें(मणिपुर की स्थिति पर) देखी हैं वे बेहद परेशान करने वाली हैं। आप (पीएम) संसद में चर्चा नहीं चाहते… सरकार ध्यान भटका रही है: तृणमूल सांसद अभिषेक बनर्जी pic.twitter.com/f8OO9k1s3F
— ANI_HindiNews (@AHindinews) July 24, 2023
भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार ने मणिपुर में अभी तक हो रही हिंसा पर अपना रुख स्पष्ट नहीं किया है . राज्य से जो दृश्य सामने आ रहे हैं वे बेहद परेशान करने वाले हैं. भाजपा सरकार मणिपुर मुद्दे पर संसद में चर्चा नहीं करना चाहती. वे हैं बंगाल और राजस्थान के मुद्दों का हवाला देकर मणिपुर से ध्यान भटकाना चाहती है. हालांकि, मैं प्रधानमंत्री को सूचित करना चाहता हूं कि बंगाल में स्थिर इंटरनेट कनेक्टिविटी है .
Also Read: Manipur Violence: महिलाओं के साथ दरिंदगी के बाद मणिपुर में फिर भड़की हिंसा, भीड़ ने स्कूल में लगाई आगपिछले तीन महीनों में बंगाल में कानून व्यवस्था की स्थिति बिल्कुल ठीक है. मणिपुर में क्यों नहीं दी जा रही है इंटरनेट कनेक्टिविटी.अगर पीएम को लगता है कि मणिपुर में स्थिति अच्छी है तो वह ऐसा करके क्यों नहीं दिखाते मणिपुर में इंटरनेट कनेक्टिविटी बहाल? ये है मणिपुर में ‘डबल इंजन’ सरकार की हकीकत. भाजपा के लिए शर्म की बात है. यह इस बात का प्रमाण है कि केंद्र कितना अक्षम सरकार रही है.
Also Read: मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की बड़ी घोषणा, मनरेगा के तर्ज पर ‘खेला हाेबे’ योजना की होगी शुरुआतअभिषेक ने केंद्र सरकार के कथित सौतेले व्यवहार के खिलाफ तृणमूल कार्यकर्ताओं से पांच अगस्त को राज्य के हर ब्लॉक में प्रत्येक भाजपा नेता के घर का घेराव करने का भी आह्वान किया. उन्होंने कहा कि राज्य के विकास के लिए काम करने के बजाय प्रदेश भाजपा नेता केंद्र से मिलकर साजिश रच रहे हैं. राज्य के गरीब लोगों के हक की राशि रोकने के लिए कह रहे हैं. पांच अगस्त को राज्य में ब्लॉक स्तर पर प्रत्येक भाजपा नेता के घर का घेराव किया जायेगा.. घेराव सुबह 10 बजे शुरू होगा, जो शाम छह बजे तक चलेगा. अभिषेक ने पार्टी कार्यकर्ताओं से अपील की कि घेराव के दौरान किसी बुजुर्ग या बीमार व्यक्ति की आवाजाही बाधित न करें, लेकिन भाजपा नेताओं को न बाहर निकलने दें और न अंदर जाने दें. वहीं, तृणमूल सुप्रीमो ने घेराव का समर्थन करते हुए कहा कि भाजपा नेताओं के घर के बाहर विरोध-प्रदर्शन प्रखंड स्तर पर किया जाना चाहिए. वह भी घर से 100 मीटर की दूरी पर, ताकि वे अपने ही घर में प्रवेश करने या बाहर निकलने में बाधा डालने का आरोप न लगा सकें.
Also Read: ममता बनर्जी के आवास में ‘पुलिस’ लिखी गाड़ी लेकर घुसने की कोशिश कर रहा था युवक, पुलिस ने किया गिरफ्तारअभिषेक ने कहा कि तृणमूल से जुड़े लोगों को इडी और सीबीआइ से भयभीत नहीं किया जा सकता है. तृणमूल को जितना रोकने की कोशिश की जायेगी, वह उतनी मजबूत होगी. इसका अंदाजा हाल ही में बंगाल में हुए पंचायत चुनाव के नतीजों से लगाया जा सकता है. तृणणूल का वोट प्रतिशत बढ़कर 52 प्रतिशत हो गया है, वहीं भगवा दल का काफी गिरा है.
Also Read: 1500 करोड़ का संसद भवन तो किया तैयार लेकिन बहस नहीं करना चाहती केन्द्र, बोले अभिषेक बनर्जीकांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि अगर प्रधानमंत्री आकर मणिपुर के मुद्दे पर चर्चा करेंगे तो आसमान तो नहीं फट जाएगा? पूरी दुनिया में इस मुद्दे पर चर्चा हो रही है. हमारी बस छोटी सी मांग है कि मणिपुर में आज जो गंभीर हालात हैं उसपर प्रधानमंत्री चर्चा के लिए आए.
#WATCH अगर प्रधानमंत्री आकर मणिपुर के मुद्दे पर चर्चा करेंगे तो आसमान तो नहीं फट जाएगा? पूरी दुनिया में इस मुद्दे पर चर्चा हो रही है…हमारी बस छोटी सी मांग है कि मणिपुर में आज जो गंभीर हालात हैं उसपर प्रधानमंत्री चर्चा के लिए आए: कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी, दिल्ली pic.twitter.com/9prlXNZNZg
— ANI_HindiNews (@AHindinews) July 24, 2023
पश्चिम बंगाल भाजपा अध्यक्ष डॉ. सुकांत मजूमदार ने कहा कि पश्चिम बंगाल में महिलाओं पर अत्याचार बढ़ रहे हैं लेकिन हमारे विपक्ष को केवल मणिपुर दिख रहा है, मालदा नहीं दिख रहा.
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