पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव से पहले फुरफुरा शरीफ के पीरजादा अब्बास सिद्दीकी और एआईएमएम के असदुद्दीन ओवैसी के बीच गठबंधन में दरार पड़ गई, जिसकी वजह से ओवैसी ने अकेले बंगाल में चुनाव लड़ने का एलान कर दिया है. वहीं ओवैसी से तकरार पर अब पीरजादा अब्बास सिद्दीकी ने बयान दिया है. सिद्दीकी ने एक इंटरव्यू में इस मामले को लेकर पहली बार सफाई दी है.
कोलकाता की एक अंग्रेजी अखबार को दिए इंटरव्यू में इंडियन सेकुलर फ्रंट के प्रमुख पीरजादा अब्बास सिद्दीकी (Pirzada Abbas Siddiqui) ने कहा कि ओवैसी से गछबंधन नहीं होने के पीछे सबसे बड़ी वजह हमारी पार्टी का कांग्रेस और लेफ्ट गठबंधन के साथ जाना है. उन्होंने कहा कि बंगाल में लेफ्ट पार्टी ने गरीब मुस्लिम परिवार और युवाओं के लिए काफी काम किया है, जिसकी वजह से हमने उनके साथ जाने का निर्णय लिया.
आईएसएफ के सुप्रीमो ने कहा कि बंगाल चुनाव में लेफ्ट और कांग्रेस (Congress) के बीच गठबंधन हैं. ऐसे में ओवैसी की पार्टी (Owaisi Ki Party) को इस में शामिल नहीं किया गया. हम इस बार गठबंधन के साथ मिलकर चुनाव लड़ रहे हैं और बीजेपी और टीएमसी को इस चुनाव में हराएंगे.
पीरजादा अब्बास ने आगे कहा कि ममता बनर्जी की पार्टी कम्युनल है और एक खास वर्ग को तवज्जो देती है. अब्बास सिद्दीकी ने इसी के साथ उन आरोपों को खारिज किया, जिसमें कहा जा रहा है कि मुस्लिम वोटरों में वे बिखराव कर बीजेपी को फायदा पहुंचाने का काम करेंगे. उन्होंने इस सवाल के जवाब में कहा कि ये कैसे हो सकता है और कोी एक दल कैसे किसी समाज का प्रतिनिधित्व कर सकती है.
26 सीटों पर कैंडिडेट उतारेगी आईएसएफ– बताते चलें कि बंगाल चुनाव में इस बार पीरजादा की पार्टी 26 सीटों पर उम्मीदवार उतारेगी. हालांकि पीरजादा की पार्टी को लेफ्ट गठबंधन ने 30 सीट दिया था, लेकिन उम्मीदवार नहीं होने की वजह से पीरजादा ने 26 सीट पर ही चुनाव लड़ने का फैसला किया है.
Posted By : Avinish kumar mishra