इटाहार (जितेंद्र पांडेय): हैदराबाद की पार्टी ऑल इंडिया मजलिस‑ए‑इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने गुरुवार को पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और उनकी पार्टी तृणमूल कांग्रेस को आड़े हाथ लिया. उन्होंने आरोप लगाया कि ममता बनर्जी की सरकार ने 10 साल में कोई काम नहीं किया. अब लोगों को डराकर वोट मांगा जा रहा है.
एआइएमआइएम चीफ ओवैसी अलीपुरदुआर में इटाहार विधानसभा के उम्मदीवार मोफाकेरुल इस्लाम के समर्थन में चुनाव प्रचार कर रहे थे. इस दौरान उन्होंने कहा कि ओवैसी ने राज्य की ममता बनर्जी की तृणमूल सरकार ने पिछले 10 सालों में जनता के कल्याण के लिए कुछ नहीं किया.
उन्होंने कहा कि तृणमूल कांग्रेस ने पिछले 10 वर्षों में केवल लोगों को बेवकूफ बनाया है. असदुद्दीन ओवैसी ने लोगों को उनके उम्मीदवार इस्लाम को घर का बेटा करार देते हुए कहा वे हमेशा लोगों के बीच रहकर उनका विकास करेगा. इसके साथ ही उन्होंने भाजपा को भी वोट नहीं देने की अपील की. उन्होंने कहा पश्चिम बंगाल में तृणमूल व अन्य पार्टी ही भाजपा को लेकर आयी है.
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ओवैसी ने कहा कि उत्तर दिनाजपुर, मालदा, मुर्शिदाबाद में लोगों को बुनियादी सुविधाएं नहीं मिल रही हैं. केवल लोगों को डराकर उनका वोट लेने का प्रयास किया जा रहा है. ओवैसी ने कहा कि बंगाल में वे छह सीटों पर चुनाव लड़ रहे हैं. कहा कि वे लगातार बंगाल आते रहेंगे और अपनी पार्टी को मजबूत करेंगे. उन्होंने कहा उनकी पार्टी आनेवाले दिनों में म्युनिसिपल चुनाव भी लड़ेगी.
उल्लेखनीय है कि उत्तर दिनाजपुर की सभी 9 विधानसभा सीटों पर 22 अप्रैल को छठे चरण में मतदान होना है. ओवैसी ने चुनाव से पहले राज्य भर के मुस्लिम बहुल विधानसभा सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारने की बात कही थी. इसके लिए उन्होंने फुरफुरा शरीफ के पीरजादा अब्बास सिद्दीकी के हाथों में अपनी पार्टी की बागडोर सौंप दी.
बाद में पीरजादा अब्बास सिद्दीकी ने अपनी अलग पार्टी बना ली. तृणमूल कांग्रेस की नीतियों से नाराज अब्बास सिद्दीकी लेफ्ट-कांग्रेस गठबंधन का हिस्सा बन गये. गठबंधन के तहत अब्बास सिद्दीकी की पार्टी को 30 सीटें मिलीं, लेकिन बाद में आइएसएफ इतने उम्मीदवार ही नहीं खोज सका. बहरहाल, पार्टी बिहार की एक पार्टी के सिंबल पर चुनाव लड़ रही है.
Posted By : Mithilesh Jha