बीरभूम, मुकेश तिवारी : बीरभूम जिला तृणमूल कांग्रेस अध्यक्ष अनुब्रत मंडल को गौ तस्करी मामले में गत वर्ष 11 अगस्त को सीबीआई ने उन्हें उनके बोलपुर के नीचूपट्टी इलाके स्थित घर से एक घंटे की पूछताछ के बाद गिरफ्तार किया था. अनुब्रत मंडल की गिरफ्तारी को पूरे एक वर्ष हो गए है. कभी आबाद रहने वाला अनुब्रत का घर आज पूरी तरह सुनसान है. घर के आसपास कभी लोगों की भीड़ रहती थी. अनुब्रत से मिलने वालों का वहां तांता लगा रहता था. लेकिन आज हालात जुदा हैं. अनुब्रत के न रहने से उनका मकान औस आसपास का इलाका सुनसान है. फिलहाल अनुब्रत मंडल दिल्ली के तिहाड़ जेल में बंद हैं. उनकी एकमात्र बेटी सुकन्या मंडल भी तिहाड़ जेल में ही बंद है. अनुब्रत के अन्य करीबियों में उनके सीए मनीष कोठारी, सैगल हुसैन, एनामुल हक आदि भी तिहाड़ जेल में ही हैं. इडी और सीबीआइ की जांच अनुब्रत मंडल के खिलाफ अभी भी जारी है. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने अनुब्रत मंडल के तिहाड़ जाने के बावजूद बीरभूम जिला तृणमूल कांग्रेस का अध्यक्ष पद उनके लिए बरकरार रखा है.
सीबीआई ने वर्ष 2020 में पशु तस्करी के मामले में केस दर्ज किया था, जिसमें अनुब्रत मंडल का नाम भी सामने आया था.सीबीआई के मुताबिक 2015 से 2017 के दौरान बीएसएफ ने 20,000 पशुओं के सिर बरामद किए थे. इन पशुओं की सीमा पार तस्करी की जा रही थी. सीबीआइ ने इसी केस में कई जगहों पर छापेमारी की थी. एजेंसी ने मंडल के बॉडीगार्ड सैगल हुसैन को पहले ही गिरफ्तार कर लिया था. सैगल के पास से करीब एक सौ करोड़ रुपए की संपति समेत बीरभूम और कोलकाता में कई फ्लैट ,पेट्रोल पंप, सोने चांदी ,हीरो के आभूषण समेत सैकड़ों एकड़ जमीन का पता सीबीआइ को लगा था. जिले के इलामबाजार और नानूर में गौ खरीद फरोख्त बड़े पैमाने पर होती रही है. यहां से भी गायों की तस्करी बांग्लादेश होती रही है.
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गौ तस्करी मामले में ईडी द्वारा अनुब्रत और सुकन्या के खिलाफ 203 पेज की अदालत में पेश की गई चार्जशीट में अनुब्रत मंडल पर कई आरोप लगाए गए हैं. बेटी सुकन्या मंडल के बयान को भी चार्जशीट में शामिल किया गया है. चार्जशीट के साथ केंद्रीय एजेंसी ने करीब 3,500 पन्नों के दस्तावेज भी अदालत में जमा किये हैं. इडी का दावा है कि सुकन्या ने इडी की पूछताछ में बतयाा कि उनके पिता उनसे चेक बुक पर साइन करने के लिए कहते थे. इसके अलावा, आरोप पत्र में अनुब्रत के नाम और गुमनाम रूप से अर्जित सभी भूमि का भी उल्लेख किया गया है. इडी ने आगे दावा किया कि अनुब्रत मंडल और उनके परिवार के नाम पर करीब 18 करोड़ रुपये की संपत्ति मिली है.
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वर्ष 2011 के बाद अनुब्रत मंडल ने चावल मिल हाराधन मंडल से खरीदी थी. इस मिल में 50 फीसदी हिस्सेदारी अनुब्रत मंडल की दिवंगत पत्नी छवि मंडल के नाम पर थी. अन्य 50 प्रतिशत अनुब्रत कन्या सुकन्या मंडल के नाम पर है.अनुब्रत इस राइस मिल में नियमित रूप से आते थे.अनुब्रत मंडल की गिरफ्तारी के बाद से राइस मिल का उत्पादन बंद है. सूत्रों से पता चला था की अनुब्रत के और 12 राइस मिलों की जानकारी जांच अधिकारियों को प्राप्त हुई थी. इस बीच अनुब्रत मंडल के सीए मनीष कोठारी, सैगल हुसैन तथा सुकन्या मंडल की अचल संपत्ति का भी उल्लेख चार्जशीट में किया गया है. इसके साथ ही छह पेट्रोल पंप की भी जानकारी विभाग को मिली थी.
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