Bengal Chunav 2021 : पश्चिम बंगाल में होने वाले आगामी विधानसभा चुनावों (West Bengal Election 2021) के तारीखों का ऐलान हो चुका है. 294 सीटों पर होने वाले विधानसभा चुनाव के नतीजें 2 मई को आने वाले हैं. 2 मई आने में अभी वक्त है लेकिन इन चुनाव के पहले ओपिनियन पोल आ गए हैं. ओपिनियन पोल आ गए हैं. एबीपी न्यूज-सी वोटर (ABP News-C Voter Opinion poll) ओपिनियन पोल के नतीजे में फिर से तृणमूल कांग्रेस (TMC) की सरकार बनाने के कयास लगाए गए हैं. भारतीय जनता पार्टी, कांग्रेस, समेत कई अन्य पार्टियों के लिए फिलहाल कैसी संभावना बनती दिख रही है आइये जानते हैं इस रिपोर्ट में ….
एबीपी न्यूज-सी वोटर द्वारा कराये गये ओपिनियन पोल में के नतीजों पर यकीन करे तो बंगाल की सत्ता में एक बार फिर ममता बनर्जी आ रही हैं. ओपिनियन पोल के नतीजे में फिर से तृणमूल कांग्रेस (TMC) की सरकार बनाने के कयास लगाए गए हैं. ओपिनियन पोल के मुताबिक टीएमसी को 148-164 सीटें मिल सकती हैं. वहीं पिछले विधानसभा चुनाव में महज 3 सीटें पाने वाली भारतीय जनता पार्टी इस बार 100 सीटों के आंकड़े तक पहुंचती दिख रही है. बीजेपी (BJP) के खाते में 92 से 108 सीटें जाने का अनुमान लगाया गया है. वहीं कांग्रेस और लेफ्ट के खाते में 31-39 सीटें आ सकती हैं.
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बंगाल को जीतने के लिए हाल के दिनों में भाजपा ने पूरी ताकत झोंक दी है. वैसे तो भाजपा ने यहां अब तक किसी सीएम उम्मीदवार का एलान नहीं किया है. लेकिन पार्टी के कई नेता बंगाल का लगातार दौरा कर रहे हैं. इसके अलावा बंगाल के प्रभारी व राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय वहां लगातार जमीनी स्तर पर काम कर रहे हैं. पिछले छह महीने के दौरान पीएम नरेंद्र मोदी से लेकर केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और फिर भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा, हर किसी ने बंगाल का लगातार दौरा किया है. अब अगले कुछ दिनों में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ व प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी बंगाल दौरे पर आ रहे हैं.
पिछले चार महीनों के दौरान बंगाल की राजनीतिक तस्वीर तेजी से बदली है. ममता बनर्जी को बड़ा झटका लगा है. तृणमूल कांग्रेस के तीन मंत्री, 14 विधायक व दो सांसदों ने पार्टी छोड़ दी है. वहीं, कई मंत्री अब भी पार्टी छोड़ने की धमकी दे रहे हैं. जिन मंत्रियों ने पार्टी छोड़ी है, उनमें सबसे बड़ा नाम परिवहन मंत्री शुभेंदु अधिकारी और राजीव बनर्जी है. दोनों ही नेता तृणमूल कांग्रेस छोड़ कर भाजपा में शामिल हो गये हैं. इसके अलावा कोलकाता के पूर्व मेयर व विधायक शोभन चटर्जी, सब्यसाची दत्ता, सुनील सिंह, शुभ्रांशु राय, वैशाली डालमिया, प्रबीर घोषाल, हावड़ा के पूर्व मेयर रथिन चक्रवर्ती और सांसद सुनील मंडल जैसे बड़े नाम हैं.
वहीं बंगाल की लड़ाई अब बुआ बनाम बेटी पर आ गयी है. बंगाल भाजपा ने नौ महिला नेताओं के पोस्टर जारी कर कहा है कि बंगाल को बुआ नहीं, बेटी चाहिए. पोस्टर में रूपा गांगुली, देबोश्री चौधरी, लॉकेट चटर्जी, भारती घोष, अग्निमित्र पॉल शामिल हैं. इससे पहले, टीएमसी ने ‘बंगाल को चाहिए अपनी बेटी’ का नारा दिया था.