Bengal news, Kolkata news : कोलकाता : प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष दिलीप घोष (Dilip Ghosh) ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (CM Mamata Banerjee) द्वारा अगले साल ऐतिहासिक शहीद दिवस का पालन करने की घोषणा पर कटाक्ष करते हुए कहा कि अगले साल ममता बनर्जी मुख्यमंत्री के रूप में शहीद सभा नहीं कर पायेंगी. अगले साल चुनाव के बाद राज्य में भाजपा की सरकार बनेगी और भाजपा की अनुमति के बाद ममता सभा कर पायेंगी और सभा में 21 से ज्यादा लोग नहीं होंगे.
श्री घोष ने प्रदेश भाजपा कार्यालय में संवाददाताओं को संबोधित करते हुए कहा कि 2018 के लोकसभा चुनाव में उन्होंने कहा था कि तृणमूल हाफ होगी और विधानसभा चुनाव में साफ होगी. लोकसभा चुनाव में तृणमूल कांग्रेस हाफ हो गयी है और अगले विधानसभा चुनाव में तृणमूल कांग्रेस का सफाया तय है.
लोकसभा चुनाव में तृणमूल कांग्रेस के 12 सांसदों की संख्या घटी थी. भाजपा को 18 सीटें मिली थी. भाजपा को 40 फीसदी और तृणमूल कांग्रेस को 43 फीसदी वोट मिले थे. उन्होंने कहा कि पिछले एक साल में भाजपा ने संगठन और राजनीति का स्तर पर जो काम किये हैं, उससे तृणमूल कांग्रेस का अगले साल सत्ता से जाना तय है.
उन्होंने कहा कि ममता के बयान से हताशा और भय साफ झलक रहा है. उन्हें परिवर्तन का आभास हो गया है. यही कारण है कि अब ममता कह रही हैं कि दूसरे पार्टी में जाने वाले लोग वापस आयें, लेकिन यह उनका दिवा स्वप्न है. कोई बीजेपी टीएमसी में नहीं जायेगा. सारे लोग यह समझ गये हैं कि तृणमूल कांग्रेस की नैया डूब रही है.
उत्तर प्रदेश की कानून व्यवस्था पर सवाल उठाये जाने पर श्री घोष ने कहा की उत्तर प्रदेश में शांति है. वहां ना माफिया है, ना गुंडा है. पहले डीएम और एसपी को भी माफिया को पकड़ने के लिए अनुमति लेनी होती थी, लेकिन अब वहां पूरी तरह से शांति और कानून का शासन है. यदि यूपी में एनकाउंटर हुआ है, तो यह पूरा मामला अदालत देखेगी, लेकिन जनता यही चाहती थी.
भाजपा पर हिंसा फैलाने का आरोप लगाते हुए कहा कि श्री घोष ने कहा कि भाजपा की यह संस्कृति नहीं है. भाजपा का देश के कई राज्यों में शासन है, लेकिन कहीं भी अशांति और हिंसा नहीं है. पश्चिम बंगाल में राजनीतिक हिंसा का दौर चल रहा है. कानून व्यवस्था चरमरा गयी है.
सुश्री बनर्जी द्वारा राजनीति का अनुभव नहीं होने के बयान पर श्री घोष ने कहा कि भाजपा डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी की पार्टी है. भाजपा के अपने आदर्श एवं नीति हैं, लेकिन तृणमूल कांग्रेस की ना तो कोई नीति है, ना ही कोई आदर्श है और ना ही कोई विचारधारा ही है. एक परिवार की पार्टी है. सुश्री बनर्जी द्वारा नि: शुल्क राशन दिये जाने पर उन्होंने कहा कि वह जानती हैं कि अगले साल तृणमूल कांग्रेस सत्ता में नहीं रहेगी. इस कारण कुछ भी बोल रही हैं. कोई सरकार जीवन भर मुफ्त राशन नहीं दे सकती है.
Posted By : Samir ranjan.