पानागढ़ (मुकेश तिवारी) : बंगाल विधानसभा चुनाव की तारीख नजदीक आते ही प्रचार अभियान चरम पर पहुंच चुका है. सभी दल और पार्टियों के नेता अपने अपने हिसाब से आम जनता को लुभाने में लगे हैं. गलसी विधानसभा क्षेत्र में भी सियासी पारा चरम पर है.
इस सीट से संयुक्त मोर्चा से तीसरी बार किस्मत आजमाने के लिए फारवर्ड ब्लॉक से नंदलाल पंडित चुनावी मैदान में उतरे हैं. जबकि, तृणमूल ने नेपाल घरूई को रायना की बजाय इस बार गलसी सीट से प्रत्याशी घोषित किया गया है. भाजपा की ओर से दूसरी बार किस्मत आजमाने के लिए तपन बागदी को चुनावी मैदान में उतारा गया है.
तीनों ही राजनीतिक दल के उम्मीदवार इलाके के मतदाताओं को लुभाने के लिए तरह-तरह से योजना बना रहे हैं. भाजपा के प्रत्याशी चाय पर चर्चा के तहत इलाके के लोगों के साथ जनसंपर्क अभियान चलाकर अपना चुनावी प्रचार कर रहे हैं , वही फारवर्ड ब्लाक के उम्मीदवार नंदलाल पंडित पैदल ही दल बल के साथ घर घर पहुंचकर चुनावी प्रचार करने में जुटे हुए हैं.
तृणमूल कांग्रेस के प्रत्याशी नेपाल घरूई इन सब से अलग हटकर चुनावी प्रचार करते देखे गये. टीएमसी उम्मीदवार ने आज चुनावी प्रचार के तहत पानागढ़ के माधव माठ इलाके में चुनावी प्रचार के तहत एससी और एसटी समुदाय के स्थानीय लोगों के लिए भोज दिया गया . जिसपर विपक्ष के नेताओं ने आरोप लगाया है कि चुनाव प्रचार की आड़ में इस तरह भोज देकर मतदाताओं को सत्ताधारी पार्टी के उम्मीदवार प्रभावित कर रहे है.
तृणमूल प्रत्याशी ने केवल इतना ही नही किया बल्कि युवा मतदाताओं को लुभाने के लिए क्रिकेट मैच भी खेला. इस पर विपक्षी नेताओं का आरोप है कि टीएमसी उम्मीदवार ने हाथ मे बैट पकड़ कर पिच पर उतर कर क्रिकेट खेलकर स्थानीय मतदाताओं को प्रभावित किया जा रहा है.
घटना को लेकर बर्दवान जिला भाजपा पार्टी उपाध्यक्ष रमन शर्मा ने कहां की सत्ताधारी दल के उम्मीदवार नेपाल घरूई ने स्थानीय एससी और एसटी मतदाताओं को प्रभावित करने के लिए आज माधव माठ इलाके में जिस तरह से सामुदायिक भोज का आयोजन कराया यह चुनाव आयोग के दिशा निर्देश के खिलाफ है.
वह इस तरह चुनाव प्रचार के दौरान मतदाताओं को सामुदायिक रूप से भोजन कराकर अथवा भोज देकर प्रभावित करने की कोशिश कर रहे हैं. रमन शर्मा ने बताया कि इस घटना को लेकर हम लोगों ने कांकसा ब्लॉक विकास अधिकारी को लिखित रूप में एक शिकायत किया है तथा इस पर कार्यवाही करने की मांग की है. यदि स्थानीय प्रशासन इस दिशा में कार्रवाई नहीं करती है तो चुनाव आयोग को भी इस बाबत शिकायत की जाएगी.
दूसरी और सीपीएम के स्थानीय पंचायत सदस्य हरजीत सिंह निक्की ने भी आरोप लगाया है कि चुनाव प्रचार के दौरान इस तरह से सामूहिक रूप से भोज कराने का जो क्रियाकलाप किया जा रहा है वह गलत है. यह उचित नहीं है. भोज कराकर साफ तौर पर मतदाताओं को भ्रमित करने की कोशिश की जा रही है.
घटना को लेकर कांकसा तृणमूल कांग्रेस के हिंदी प्रकोष्ठ के ब्लॉक अध्यक्ष कुलदीप सिंह उर्फ किप्पा का कहना है कि भाजपा या अन्य विपक्षी राजनीतिक दलों द्वारा लगाया गया यह आरोप बेबुनियाद है. गरीबो को भोजन कराना क्या गलत है. भाजपा का यह ओछी राजनीति है जो इस तरह सोचती है. बताया जाता है कि सत्ताधारी दल द्वारा इस सामुदायिक भोज को लेकर इलाके में भी तरह-तरह से चर्चा शुरू हो गई है .इसे लेकर राजनीतिक दलों के बीच द्वंद शुरू हो गया है.
Posted By: Pawan Singh