पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में बहुजन समाजवादी पार्टी भी अपने उम्मीदवार मैदान में उतारेंगी. बीएसपी के संस्थापक काशीराम की 87 वीं जंयती पर कार्यक्रम को संबोधित करते हुए बीएसपी प्रमुख मायावती ने कहा कि पांच राज्यों में हो रहे चुनाव और 2022 में यूपी में होने वाले चुनाव में अकेले दम पर चुनाव लड़ेंगी.
बीएसपी प्रमुख ने कहा कि बीएसपी अकेले दम पर बंगाल में चुनाव लड़ेंगी. राज्य में वह किसी भी पार्टी से गठबंधन नहीं करेंगी. इससे पहले उन्होंने ट्वीट कर पार्टी के उम्मीदवारों, कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों से अपील करते हुए कहा था कि वो अपनी जिम्मेदारी सही तरीके से निभाएं.
मायावती मे ममता बनर्जी को चोट लगने के मामले में भी ट्वीट कर कहा था कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री व तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख ममता बनर्जी का चुनाव के दौरान अचानक घायल होना अति-दुःखद व दुर्भाग्यपूर्ण. कुदरत से उनके शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना. साथ ही निर्वाचन आयोग द्वारा भी इसे गंभीरता से लेकर इसकी उच्च-स्तरीय जाँच कराना जरूरी, बीएसपी की यही मांग है.
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बता दें कि बंगाल विधानसभा चुनाव की घोषणा के साथ ही कांग्रेस के सभी सहयोग दल यहां से चुनाव लड़ने की तैयारी में थे. पर किसी भी पार्टी ने अपने उम्मीदवार नहीं उतारे और पहले ही चुनाव से किनारा कर लिया. सभी ने राज्य में बीजेपी के खिलाफ टीएमसी को अपना समर्थन दिया.
यही कारण है कि सपा प्रमुख अखिलेश यादव, झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, एनसीपी के शरद यादव, राष्ट्रीय जनता दल के नेता तेजस्वी यादव बंगाल में ममता बनर्जी के लिए चुनाव प्रचार करेंगे.
यहां सबसे दिलचस्प बात यह है कि मुंबई में एनसीपी और कांग्रेस गंठबंधन में हैं, पर शरद पवार यहां टीएमसी के लिए कांग्रेस और बीजेपी के खिलाफ प्रचार करेंगे. झारखंड में भी झारखंड मुक्ति मोर्चा और कांग्रेस की गठबंधन की सरकार है. इसके बाद भी ये नेता पश्चिम बंगाल में कांग्रेस के लिए प्रचार नहीं करके टीएमसी का साथ दे रहे हैं.
Posted By: Pawan Singh