बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के मुस्लिमों को एकजुट होकर वोट करने की अपील करने के मामले में चुनाव आयोग ने नोटिस जारी किया है. बता दे कि ममता बनर्जी ने एक चुनावी सभा को संबोधित करत हुए “मुस्लिम मतदाताओं से अपील की कि वे अपने वोट को विभिन्न राजनीतिक दलों के बीच विभाजित न होने दें और टीएमसी के लिए सांप्रदायिक आधार पर वोट मांगें” थे. बता दें कि अपने पत्र में चुनाव आयोग ने 24 घंटे के अंदर ममता बनर्जी से जवाब मांगा है.
ममता बनर्जी के मुस्लिमों को एकजुट होने की अपील पर पीएम मोदी ने भी करारा हमला बोला था, पीएम मोदी ने कहा था कि दीदी चुनाव हार रही है. इसलिए इस तरह की बयानबाजी कर रही है. पीएम मोदी ने कहा कि अगर इस तरह से वो हिंदूओं को एकजुट होने की अपील करते तो उन्हें आयोग की तरफ से आठ-दस नोटिस मिल गये होते. देश के अखबारों में उनके खिलाफ एडिटोरियल छपते.
इससे पहले ममता बनर्जी इस बयान को लेकर चुनाव में आदर्श आचार संहित के उल्लंघन के मामले को लेकर केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी के नेतृत्व में बीजेपी का एक प्रतिनिधिमंडल चुनाव आयोग से इस मामले में कार्रवाई करने का अनुरोध किया है. नकवी का कहना है कि ममता ने चंडीतल्ला की एक रैली में मुस्लिमों को एक जुट होकर टीएमसी के पक्ष में मतदान करने की अपल की है, जो नियमों का उल्लंघन है.
केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर आरोप लगाते हुए कहा कि ममता बनर्जी न केवल मतदाताओं को धमका रही हैं, बल्कि स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव सुनिश्चित करने के लिए केंद्रीय बलों को भी धमकी दे रही हैं. आयोग से मुलाकात के बाद बीजेपी के प्रतिनिधिमंडल ने कहा कि ममता बनर्जी मतदाताओं को यह बता रही है कि केंद्रीय बलों के वापस जाने के बाद उनका क्या होगा. केंद्रीय मंत्री ने कहा कि उन्होंने चुनाव आयोग से बंगाल में और अधिक अधिक बलों की तैनाती के लिए अनुरोध किया था.
नकवी ने आगे कहा कि एमसीसी उल्लंघन और जनप्रतिनिधित्व कानून का आपराधिक उल्लंघन किया जा रहा है. टीएमसी चीफ और सीएम ममता बनर्जी का कहना है कि मुस्लिमों को एकजुट होकर टीएमसी को वोट देना चाहिए. हमने चुनाव आयोग से अनुरोध किया है कि ममता बनर्जी के खिलाफ एफआईआर दर्ज की जाए और टीएमसी और उनके खिलाफ कार्रवाई की जाए
Posted By: Pawan Singh