कोलकाता : पश्चिम बंगाल में 27 मार्च को होने वाले विधानसभा चुनाव के पहले चरण की वोटिंग के लिए पांच जिलों में 7,034 परिसरों में स्थित 10,288 बूथ पर सीएपीएफ की कम से कम 684 कंपनियां तैनात की जायेंगी. यह जानकारी चुनाव आयोग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने दी.
चुनाव आयोग के अधिकारी ने कहा कि पहले चरण में पुरुलिया, बांकुड़ा, झारग्राम, पूर्वी मेदिनीपुर (हिस्सा एक) और पश्चिम मेदिनीपुर (हिस्सा एक) के 30 विधानसभा क्षेत्रों में चुनाव होना है.
अधिकारी ने बताया कि झारग्राम जिले में नक्सली गतिविधियों को ध्यान में रखते हुए चुनाव आयोग ने प्रति बूथ अर्धसैनिक बल के 11 जवानों को तैनात करने का फैसला किया है, जो अब तक राज्य में किसी भी चुनाव में सबसे अधिक संख्या होगी.
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उस दिन जिन अन्य जिलों में चुनाव होंगे, वहां प्रति बूथ अर्धसैनिक बल के औसतन छह जवानों की तैनाती होगी. अधिकारी ने कहा कि चुनाव के लिए केंद्रीय बलों की कुल 144 कंपनियों को झारग्राम में तैनात किया जायेगा.
अधिकारी ने कहा, ‘झारग्राम में 1,010 परिसर में फैले सभी 1,307 बूथों को नक्सल प्रभावित क्षेत्र घोषित किया गया है और हमने बूथ प्रबंधन के लिए केंद्रीय बलों की 127 कंपनियों को तैनात करने का फैसला किया है. चुनाव आयोग ने इस जिले में प्रत्येक बूथ का प्रबंधन करने के लिए लगभग 11 कर्मी आवंटित किये हैं.’
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आयोग के अधिकारी ने कहा कि सीएपीएफ की 14 कंपनियों को त्वरित प्रतिक्रिया टीमों (क्यूआरटी) के रूप में इस्तेमाल किया जायेगा. उन्होंने कहा कि जहां तक अन्य जिलों का संबंध है, पुरुलिया में 185 कंपनियों की तैनाती की जायेगी. वहां 2,025 परिसरों में फैले 3,127 बूथों पर 185 कंपनियों को तैनात किया जाना है.
Posted By : Mithilesh Jha