पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में इस बार नंदीग्राम सबसे हॉट सीट बनी हुई हैं. यहां पर बीजेपी और टीएमसी के बीच सीधी टक्कर है. नंदीग्राम से मुख्यमंत्री ममता बनर्जी खुद टीएमसी की उम्मीदवार है. उके खिलाफ बीजेपी की ओर से शुभेंदु अधिकारी खड़े हैं. शुभेंदु अधिकारी ने दिसंबर 2020 में बीजेपी ज्वाइन किया था, वो पार्टी में नंबर दो की हैसियत रखते थे.
नंदीग्राम की सीट से ममता बनर्जी के चुनाव लड़ने पर दिलीप घोष ने ममता पर निशाना साधते हुए कहा कि जिस नंदीग्राम की जनता ने ममता बनर्जी को सीएम बनाया था, वही नंदीग्राम की जनता उसे कुर्सी से उतारेगी. साथ ही उन्होंने नंदीग्राम सीटे से बीजेपी उम्मीदवार की जीत का दावा भी किया. इससे पहले गृहमंत्री अमित शाह ने भी नंदीग्राम में कहा कि शुभेंदु अधिकारी इस सीट के रिकॉर्ड वोट से जीत दर्ज करेंगे.
बंगाल भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष ने अब सीएम चेहरे को लेकर एक बड़ा संकेत दिया है. बता दें कि दिलीप घोष मेदिनीपुर से सांसद हैं. उन्होंने कहा कि वो आठ चरण के चुनावों में अपनी पार्टी की जीत के प्रति आश्वस्त हैं. साथ ही उन्होंने यह भी कहा है कि यह जरूरी नहीं है कि सीटिंग एमएलए ही सीएम होंगे.
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दिलीप घोष ने कहा कि यह पार्टी को तय करना है लेकिन यह जरूरी नहीं है कि एक सिटिंग एमएलए ही मुख्यमंत्री बनेगा. ममता जी जब मुख्यमंत्री बनीं, तब वह विधायक नहीं थीं. बता दे कि हाल ही में प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने खड़गपुर में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए दिलीप घोष पर प्रशंसा करते हुए कहा कि उनके जैसा एक प्रदेश अध्यक्ष पार्टी का गौरव है क्योंकि उन्होंने पार्टी के लिए काम करने के लिए अपने व्यक्तिगत जीवन में बहुत त्याग किया है.
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) अपने मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार की घोषणा किए बिना पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव लड़ रही है . इसके चलते कई बार तृणमूल कांग्रेस बीजेपी के कई मचों से निशाने पर ले चुकी है.
Posted By: Pawan Singh