Bengal Chunav 2021: पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव (West Bengal Assembly Election 2021) में अजब-गजब रंग देखने को मिल रहे हैं. टीएमसी के कद्दावर नेताओं का बीजेपी (TMC VS BJP) में जाने का सिलसिला जारी है. पीएम मोदी (PM Modi Rally) की 7 मार्च की रैली के पहले टीएमसी के पूर्व राज्यसभा सांसद दिनेश त्रिवेदी (Dinesh Trivedi) ने भी बीजेपी का दामन थाम लिया. इस दौरान दिेनेश त्रिवेदी ने राजनीति में ‘खेला’ की गुंजाइश को नकार दिया. जिक्र कर डाला कि राजनीति संस्कार और समर्पण खोजती है. टीएमसी ने राजनीति में परिवारवाद को बढ़ाया.
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पिछले साल 19 दिसंबर को बंगाल के मिदनापुर में अमित शाह ने ममता बनर्जी को लेकर बड़ी भविष्यवाणी कर डाली थी. अमित शाह ने कहा था कि चुनाव आते-आते ममता बनर्जी अकेली रह जाएंगी. शाह ने दावा किया था बीजेपी 200 सीटों के साथ राज्य में सरकार बनाएगी. दिन गुजरने लगे और टीएमसी के दिग्गज नेता पार्टी छोड़कर बीजेपी कुनबे को मजबूत करने में जुट गए. दिनेश त्रिवेदी टीएमसी के सबसे बड़े चेहरे हैं. उनका बीजेपी में आना और अमित शाह के दावे एक जैसे ही दिख रहे हैं.
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पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी के बेहद खास चेहरे का नाम दिनेश त्रिवेदी था. राजनीति में कई मुकाम हासिल कर चुके दिनेश त्रिवेदी टीएमसी के संस्थापक सदस्य रहे थे. साल 1998 में टीएमसी के गठन के वक्त ममता बनर्जी के साथ खड़े रहने वाले सबसे बड़े चेहरे का नाम भी दिनेश त्रिवेदी था. पश्चिम बंगाल से लेकर दिल्ली तक दिनेश त्रिवेदी ने ममता बनर्जी के लिए रास्ता बनाने में खास भूमिका निभाई थी. आज ऐसा वक्त आया है कि उनके सबसे खास नेता दिनेश त्रिवेदी ने भी उन्हें अलविदा कह दिया है.