कोलकाता: राज्य में कोरोना के सबसे अधिक मामले कोलकाता से सामने आ रहे हैं. वहीं चुनाव के कारण कोलकाता नगर निगम के प्रशासक मंडल को भंग कर दिया गया है. इस वजह से निगम के कामकाज पर भी असर पड़ रहा है, लेकिन इसके बाद भी कोलकाता कोरोना मुक्त किये जाने की योजना पर हम कार्य कर रहे हैं. इसके तहत ही पूरे महानगर के सैनिटाइजेशन की योजना बनायी गयी है.
ये बातें कोलकाता नगर निगम के पूर्व प्रशासक एवं शहरी विकासी मंत्री फिरहाद हकीम ने कहीं. कोरोना के बढ़ते प्रकोप के मद्देनजर उन्होंने मंगलवार को निगम आयुक्त विनोद कुमार एवं निगम के स्वास्थ्य विभाग के आला अधिकारियों के साथ बैठक की. इस बैठक के बाद फिरहाद ने कहा कि प्रशासक मंडल के भंग होने से निगम के कामकाज पर असर पर रहा है, क्योंकि किसी भी इलाके को एक पार्षद से अधिक, अधिकारी नहीं पहचान सकते. इस वजह से निगम के कामकाज पर असर पड़ रहा है. महानगर में सेफ होम भी खोले जा रहे हैं.
Also Read: विधानसभा चुनाव में हिंसा की आशंका से सहमे हैं बैरकपुर शिल्पांचल के लोग, 22 अप्रैल को है वोट
राज्य में विधानसभा चुनाव के बीच कोरोना का बढ़ता संक्रमण अब डराने लगा है. राज्य में अभी तीन चरणों का चुनाव बाकी है. इस बीच, मंगलवार को यहां कोरोना के रिकॉर्ड 9,819 नये मामले सामने आये हैं. संक्रमण से 46 लोगों की मौत भी हुई है. इसके साथ ही राज्य में अब तक संक्रमित हुए लोगों की कुल संख्या 6,78,172 हो गयी है. वहीं, पिछले 24 घंटे में 50,044 नमूने जांचे गये हैं. राज्य स्वास्थ्य विभाग द्वारा मंगलवार को जारी बुलेटिन के अनुसार पिछले 24 घंटे में 4,805 लोगों ने कोरोना को मात दी है.
इसके साथ ही स्वस्थ होनेवाले लोगों की संख्या बढ़ कर 6,09,134 हो चुकी है. प्रदेश में सक्रिय मरीजों की संख्या भी बढ़ कर 58,386 हो चुकी है. वहीं, अब तक 10,652 लोगों जान गंवा चुके है. राज्य का रिकवरी रेट घट कर 89.82% पर पहुंच गया है. उधर, कोलकाता व उत्तर 24 परगना जिले में काफी तेजी के साथ कोरोना का संक्रमण फैल रहा है. गत 24 घंटे में कोलकाता 2,234 लोग संक्रमित हुए हैं, जबकि 13 लोगों ने जान गंवायी है. इसी तरह उत्तर 24 परगना में 1,902 लोग संक्रमित हुए हैं और 15 लोगों की मौत हुई है.
Posted By: Aditi Singh