पूर्व मुख्यमंत्री और हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (हम) के राष्ट्रीय अध्यक्ष जीतन राम मांझी पश्चिम बंगाल के विधानसभा चुनाव में 26 सीटों पर चुनाव लड़ कर पार्टी का लिटमस टेस्ट करने जा रहे हैं. इसे पास करने के लिए वह मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का पूरा सहारा लेेंगे, लेकिन एनडीए के सबसे बड़े दल भाजपा का साथ लेंगे या नहीं यह उसके गुण-दोष के आधार पर तय करेंगे. पश्चिम बंगाल में होली से पहले कार्यकर्ता सह राजनीतिक सम्मेलन भी करने जा रहे हैं.
हिंदुस्तान आवाम मोर्चा ‘ बिहार के एक नेता की छोटी- सी पार्टी ‘ की श्रेणी से खुद को बाहर निकालने के लिए विस्तार में जुटी है. अभी पार्टी की सियासी हैसियत बिहार विधानसभा में चार सीट और विधान परिषद में एक सदस्य वाली है. अब 295 सदस्यों वाली पश्चिम बंगाल की विधानसभा में उपस्थित दर्ज कराने के लिए पहली बार बिहार से बाहर चुनाव लड़ने जा रहा है. कोलकाता, हाबड़ा, दुर्गापुर, वर्धमान आदि हिंदी भाषी क्षेत्र की 26 सीटों पर वह अपने उम्मीदवार उतार रहा है.
चुनाव की तैयारी और कार्यकर्ताओं का जोश परखने को जीतन राम मांझी ने 17- 18 फरवरी को कोलकाता में कैंप भी किया. मांझी का कहना है कि हम चुनाव इसलिए लड़ रहे हैं कि जिन 34 मुद्दों के लिए पार्टी का गठन हुआ है, वह पश्चिम बंगाल में भी लागू होने चाहिए.
Also Read: Bengal Chunav 2021 : ममता बनर्जी लोकप्रिय हैं, तो सिर्फ नंदीग्राम से चुनाव लड़ें, अमित शाह का चैलेंज
मांझी ने कहा कि हम एनडीए में हैं, लेकिन भाजपा से अभी बात नहीं हुई है. केंद्र सरकार ने बजट पारित किया. इसमें निजीकरण की बात कही गयी है. हमने भाजपा को क्रिटीसाइज किया है कि निजी क्षेत्र में भी आरक्षण लागू करे. हम गुण-दोष के आधार पर समर्थन दे रहे हैं. कार्यकर्ताओं को कहा है कि वह एक सम्मेलन करें उसके आधार पर ही अंतिम निर्णय लिया जायेगा. हम नीतीश कुमार के साथ हैं.
हम के पश्चिम बंगाल के प्रदेश अध्यक्ष कृष्णा सिंह ने प्रभात खबर को दूरभाष पर बताया कि जिन 26 सीट पर चुनाव लड़ेंगे , वह तय कर ली गयी हैं. होली से पहले हावड़ा में सम्मेलन का आयोजन करने जा रहे हैं. पार्टी जदयू के साथ है, अन्य दलों का साथ लेगी या नहीं यह राष्ट्रीय अध्यक्ष सम्मेलन के बाद तय करेंगे.
Posted By :Thakur Shaktilochan