कूचबिहार के शीतलकुची विधानसभा सीट के बूथ संख्या 126 पर दो पक्षों के बीच संघर्ष को रोकने के लिए सीआईएसएफ ने गोली चलाई. बताया जा रहा है कि इसमें चार मतदाताओं की मौत हो गई है. मामले के बाद राज्य की सियासी सरगर्मी तेज हो गई है. वहीं चुनाव आयोग के स्पेशल ऑब्जर्वर के पास घटना की रिपोर्ट पहुंच गई है.
जानकारी के अनुसार शीतलकूची में पोलिंग स्टेशन 126 के पास मतदान शुरू होने के बाद संघर्ष शुरू हो गया, जिसके बाद इसे रोकने के लिए सीआईएसएफ ने गोली चला दी. घटना में कुल चार वोटरों की मौत हो गई है. घटना के बाद टीएमसी ने कहा है कि इसके लिए चुनाव आयोग को जवाब देना होगा.
कूचबिहार में फायरिंग को लेकर सीआईएसएफ ने बयान जारी किया है. सीआईएसएफ ने अपने बयान में कहा है कि यह गोलीबारी आत्मरक्षा में चलाई गई है. बयान में आगे कहा है गया है कि शीतलकूची के बूथ नं 126 पर इंसपेक्टर सुनील कुमार के नेतृत्व में टीम काम कर रही थी. इसी दौरान बूथ पर वोट देने आए एक युवक की मौत हो गई, जिसके बाद 50-60 की संख्या में ग्रामीणों ने जवानों को घेर लिया. सीआईएसएफ ने आगे कहा कि इसके कुछ देर बाद 250-300 की संख्या में ग्रामीण जुट गए और जवानों पर अटैक कर दिया. ग्रामीणों ने इस दौरान जवान के हथियार छीनने का भी प्रयास किया, जिसके बाद आत्मरक्षा में गोली चलाई गई
दीनहाटा से बीजेपी कैंडिडेट और कूचबिहार के सांसद निशीथ प्रमाणिक ने घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि सेंट्रल फोर्स के खिलाफ टीएमसी सुप्रीमो लगातार लोगों को उकसाती रही है, हो सकता है इसी वजह से यह घटना हुआ हो. वहीं निशीथ प्रमाणिक ने कहा कि यहां पर बीजेपी अध्यक्ष पर भी हमला हो चुका है. आज सुबह एक कार्यकर्ता पर भी हमला किया गया.
इधर, टीएमसी ने घटना के बाद चुनाव आयोग पर हमला किया है. टीएमसी भवन में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर राज्यसभा सांसद डोला सेन ने ईसीआई पर निशाना साधते हुए कहा है कि इसका जवाब आयोग को देना होगा. वहीं लोकसभा सांसद महुआ मोइत्रा ने ट्वीट कर लिखा कि कूचबिहार में सीएपीएफ की गोलीबारी से चार ग्रामीणों की मौत हो गई है. यह सब चुनाव आयोग के नेतृत्व में हुआ है. भारत की जनता को मोदी-शाह के कंट्रोल वाली इलेक्शन कमीशन के खिलाफ खड़े होने की जरूरत है.