मुकेश तिवारी : पूर्व बर्दवान जिले के भातार विधानसभा क्षेत्र के साहेबगंज ग्राम पंचायत साहेबगंज गांव के हल्दीगोर आदिवासी पाड़ा के मतदाताओं ने चुनाव बहिष्कार का एलान किया है. उनकी मांग है जब तक पानी नहीं तब तक वोट नहीं. बता दें कि भातार विधानसभा सीट पर 22 अप्रैल यानी छठवें चरण में वोटिंग होनी हैं. साहेबगंज गांव के आदिवासी इलाके में पानी के लिए महिलाओं को लंबी लाइन में लगना पड़ता हैं.
इन आदिवासी महिलाओं का कहना हैं कि हल्दी गोर आदिवासी इलाके में 70 से 80 परिवार रहते हैं और करीब 200 मतदाताएं हैं. इस इलाके में काफी दिनों से पानी का संकट है. यहां ना केवल पीने का पानी बल्कि नहाने,कपड़े धोने,शौच के लिए भी पानी उपलब्ध नहीं हैं. यहां के लोगों का कहना है, गांव में एक तालाब है लेकिन उसमें पानी नहीं है. डीवीसी नहर गाँव के निकट से गुजरी है लेकिन विडम्बना है कि यहां नहर में पानी नहीं है.
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पानी ही जीवन है लेकिन हमारा गांव इस जीवन से वंचित हैं. पड़ोस में रहने वाले राजू मुर्मू ने कहा यहां पानी का अत्यधिक संकट है. घर में शौचालय तो हैं लेकिन पानी नहीं है. पानी का पाइप डीवीसी नहर के माध्यम से पड़ोस के गांव में गया है,जहां यहां की महिलाएं रोजाना पानी भरने जाती हैं.इस बार गांव के लोगों ने फैसला किया है पानी नहीं तो वोट नहीं. इस संबंध में ग्राम पंचायत के मुखिया चायना अधिकारी ने कहा गांव के हर घर में पानी का नल लगाया गया है लेकिन पानी नहीं आता हैं, इसकी शिकायत मुझे भी मिली है. इस समस्या का समाधान करने की मैं कोशिश कर रहा हूं.
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