Bengal Election 2021: बंगाल विधानसभा चुनाव के पहले चरण की वोटिंग में छिटपुट हिंसा की खबरें आ रही हैं. हिंसा,आरोप- प्रत्यारोप का दौर भी चल रहा है. बीजेपी नेता और टीएमसी सुप्रीमो ममता बनर्जी की काॅल रिकार्ड ने भी राजनीतिक सरगर्मी तेज कर दी है. मगर इन सब में सबसे आगे हैं हमारे गजराज. जी हां, बंगाल चुनाव के पहले चरण में हाथी एक बड़ा फैक्टर है. यहां हाथी किसी पार्टी का प्रतीक चिन्ह नहीं है, बल्कि स्वयं गजराज है.
बंगाल के पहले चरण का चुनाव जंगल महल में हो रहा है. जंगल महल के कुछ इलाके ऐसे हैं जहां जनता किसी पार्टी या नेता से नहीं डरते हैं, बल्कि उनका डर हाथी है. जंगल महल के कुछ इलाकों में अक्सर हाथियों का तांडव देखा जाता है. चुनाव में हाथी मतदाताओं का रास्ता ना रोक लें, इसके लिए वन विभाग भी तत्पर हो गये हैं.
जानकारी के अनुसार पश्चिम मेदिनीपुर के 6 विधानसभा क्षेत्र के एक विधानसभा क्षेत्र मेदिनीपुर का अधिकतर इलाका जंगलमहल के तहत पड़ता है. ये इलाके धेरुआ और चांदड़ा हैं. इन इलाकों के लोगों को मतदान केंद्र तक पहुंचने के लिए जंगल के रास्ते से होकर गुजरना पड़ता है. जंगल के इन रास्तों पर अक्सर हाथियों का झुंड गुजरता है और लोगों पर हमला कर देता हैं.
इस बाबत चुनाव के मद्देनजर वन विभाग की टीम तैयार की गयी. वन विभाग की स्पेशल टीम शनिवार की सुबह से ही इन इलाकों पर तैनात रही. वन विभाग के कर्मियों की तैनाती से इलाके के लोग मतदान केंद्र तक पहुंच रहे हैं और वोटिंग कर रहे हैं. अब तक इन इलाकों से किसी भी तरह की अप्रिय घटना की सूचना नहीं मिली है.
बता दें कि पहले चरण में 5 जिलों में वोटिंग के दौरान छिटपुट हिंसा की घटना सामने आयी. कहीं किसी पर रिंगिंग का आरोप लगा तो कहीं बीजेपी नेता की कार में तोड़फोड़ की घटना घटी. इन घटनाओं के बावजूद लोगों ने वोट दिया. अपने-अपने विधानसभा क्षेत्र के दिग्गजों ने भी मतदान केंद्र जाकर अपना वोट डाला.
Posted by : Babita Mali