बंगाल चुनाव 2021: बंगाल चुनाव में एक के बाद एक आईपीएस अधिकारियों का ट्रांसफर किया जा रहा है. इन अधिकारियों का ट्रांसफर चुनाव आयोग कर रहे हैं. सोमवार को 4 आईपीएस अधिकारियों का ट्रांसफर किया गया जिनमें एक आईपीएस अधिकारी नगेंद्र नाथ त्रिपाठी भी है. नगेंद्र नाथ त्रिपाठी को बीरभूम जिले का एसपी बनाये जाने पर टीएमसी ने आपत्ति जतायी है. टीएमसी के राज्यसभा के सांसद डेरेक ओ ब्रायन ने ट्वीट कर चुनाव आयोग पर निशाना साधा है.
डेरेक ओ ब्रायन ने सवाल पूछते हुए अपना जवाब भी साथ में दिया है. डेरेक ओ ब्रायन ने ट्वीट कर चुनाव आयोग के साथ ही पीएम नरेंद्र मोदी पर भी हमला बोला है. डेरेक ने आदर्श आचार संहित को मोदी आचार संहिता बताया है. डेरेक ओ ब्रायन ने ट्वीट में लिखा है , ईसी- एक्सट्रीमली कोम्प्रोमाइज्ड (अत्यधिक समझौता). चुनाव आयोग ने चुनाव से 48 घंटे पहले और आदर्श (मोदी) आचार संहिता लागू होने के लगभग 45 दिन बाद 4 अधिकारियों का ट्रांसफर किया है.
EC = Extremely Compromised
EC transfers 4 officers, 48 hours before poll and almost 45 days after the Model (Modi) Code of Conduct has come into effect.
NN Tripathi, same person made in-charge of Nandigram, now shifted to Birbhum.
Was State Govt consulted? Of course not!
— Derek O'Brien | ডেরেক ও'ব্রায়েন (@derekobrienmp) April 19, 2021
नगेंद्र नाथ त्रिपाठी (एनएन त्रिपाठी), उसी व्यक्ति को, जो नंदीग्राम का प्रभारी बनाया गया था, अब बीरभूम में ट्रांसफर कर दिया गया है. क्या राज्य सरकार से सलाह ली गई थी? बिल्कुल नहीं. डेरेक ओ ब्रायन ने ट्वीट कर यह बताने की कोशिश की है बीजेपी के लिए नगेंद्र नाथ त्रिपाठी का इस्तेमाल किया जा रहा है. पहले नगेंद्र नाथ त्रिपाठी को हाॅटसीट नंदीग्राम की कमान सौंपी गयी थी. वहां चुनाव होने के बाद अब टीएमसी के गढ़ बीरभूम की कमान नगेंद्र नाथ त्रिपाठी को सौंपी गयी है.
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बीरभूम में बीजेपी सेंध लगाने की तैयारी में है. नगेंद्र नाथ त्रिपाठी को बीरभूम का एसपी बनाया गया है जबकि चुनाव से पहले ही 22 जनवरी को बीरभूम जिले के एसपी श्याम सिंह का तबादला राज्य सरकार ने की थी. उनकी जगह कोलकाता से डीसी साउथ मिराज खालिद को बीरभूम जिले का एसपी बनाया गया था. अब फिर बीरभूम जिले के एसपी के ट्रांसफर पर टीएमसी ने सवाल खड़ा किया है.
नगेंद्र नाथ त्रिपाठी 2009 बैच के आईपीएस अधिकारी है जो अपने ‘सिंघम’ इमेज के कारण हमेशा चर्चा में रहे हैं. कोलकाता में चुनाव के दौरान ही उनके बारे में सभी को पता चला था. दरअसल, कोलकाता पुलिस में उनकी एंट्री 2016 में हुई थी. कोलकाता पुलिस में डिटेक्टिव डिपार्टमेंट के डीसी डीडी (2) बनाये गये थे. 2016 में विधानसभा चुनाव के दौरान कोलकाता के मशहूर मिठाई विक्रेता को थप्पड़ जड़कर वो ममता सरकार का कोप भाजन बने थे.
थप्पड़ जड़ने के मामले में ममता सरकार ने नगेंद्र नाथ त्रिपाठी को कंपलशरी वेटिंग में भेज दिया था. काफी समय बाद उन्हें फिर पोस्टिंग दी गयी थी. इस बार विधानसभा चुनाव में भी चुनाव आयोग ने नगेंद्र नाथ त्रिपाठी को चुनावी कमान सौंपी है. अब देखना यह आठवें चरण में बीरभूम की वोटिंग में नगेंद्र नाथ त्रिपाठी की भूमिका क्या रहती है? मालूम हो कि आठवें चरण 29 अप्रैल को बीरभूम में वोटिंग होने वाली है. आठवें चरण में 4 जिलों की 35 सीटों पर वोटिंग होनी है. इसका रिजल्ट 2 मई को आयेगा.
Posted by : Babita Mali