Bengal Chunav 2021: पश्चिम बंगाल में गुरुवार को आठवें और अंतिम चरण का मतदान जारी है. अंतिम चरण में चुनाव आयोग की सारी गाइडलाइंस और सुरक्षा इंतजाम धरे रह गए. एक तरफ अपराधियों का तांडव जारी रहा तो दूसरी तरफ मतदाताओं ने भी वोटिंग के दौरान कोविड-19 गाइडलाइंस की धज्जियां उड़ाने में कोई कसर नहीं छोड़ी. कुल मिलाकर कहें तो अंतिम चरण के मतदान की शुरुआत हिंसक टकराव और नियमों को तार-तार करने से हुई है.
अंतिम चरण की वोटिंग के दौरान कोलकाता की ऐतिहासिक महाजाति सदन के सामने बमबाजी की गई. यह इलाका जोड़ासांको विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत आता है, जहां से तृणमूल कांग्रेस के पूर्व राज्यसभा सांसद विवेक गुप्ता को पार्टी ने टिकट दिया है. उनके खिलाफ बीजेपी ने मीना देवी पुरोहित को उम्मीदवार बनाया है, जो कोलकाता नगर निगम में पार्षद के तौर पर लगातार जीतती रही हैं. आरोप है कि गुरुवार की सुबह 7:30 बजे के करीब महाजाति सदन के पास बमबाजी की गई. दावा है कि सारे लोग टीएमसी से जुड़े हुए हैं और मतदाताओं को डरा रहे हैं.
कोलकाता में बमबाजी की सूचना मिलने के बाद सेंट्रल फोर्स की टीम मौके पर पहुंची. इसी तरह मुर्शिदाबाद जिले में तृणमूल कांग्रेस और कांग्रेस के कार्यकर्ताओं के बीच लगातार हिंसक टकराव जारी है. मुर्शिदाबाद जिले के हरिहरपाड़ा इलाके में कई घरों को तोड़ा गया है. तृणमूल और कांग्रेस दोनों ही पार्टियों ने एक-दूसरे पर हमले के आरोप लगाए हैं. हालात को संभालने के लिए टीएमसी के उम्मीदवार नियामत शेख और संयुक्त मोर्चा समर्थित कांग्रेस उम्मीदवार मीर आलमगीर पलाश मौके पर पहुंचे. यहां मतदान के पहले से दोनों पार्टियों के कार्यकर्ताओं में टकराव होता रहा है.
कोलकाता के मानिकतला में कोविड-19 से बचाव के लिए मौजूदा प्रोटोकॉल की धज्जियां उड़ाई गई हैं. कोलकाता नगर निगम के अवैतनिक प्राथमिक विद्यालय में बनाए गए मतदान केंद्र के सामने सुबह से ही मतदाताओं की लंबी लाइन लग गई थी. मतदान के दौरान पुलिस और सेंट्रल फोर्स की मौजूदगी के बावजूद अधिकांश मतदाता ना तो मास्क लगाए दिखे और ना ही सोशल डिस्टेंसिंग को फॉलो किया. यहां तक की लाइन में एक-दूसरे को धक्का देते हुए भी नजर आए.
Also Read: चौरंगी से बोलपुर और मालदा से मोराराई तक, बंगाल के अंतिम फेज के मतदान की फैक्ट्स फाइल पता है?बीरभूम जिले के लाभपुर में सुबह-सुबह गांव में जिंदा बम बरामद किए गए हैं. बीजेपी का दावा है कि बुधवार की रात के समय पुलिस को साथ लेकर तृणमूल के कार्यकर्ताओं ने पूरे क्षेत्र में हंगामा किया और गांव वालों को डराया-धमकाया है. जबकि, बेलियाघाटा में गैरकानूनी तरीके से लोगों का जमघट एकत्रित हो गया था और पुलिस तमाशबनी बनी हुई थी. इस दौरान बीजेपी की सूचना पर मौके पर पहुंची सेंट्रल फोर्स की क्विक रिस्पांस टीम (क्यूआरटी) ने लोगों को खदेड़ा.