कोलकाता: राज्य के विश्वविद्यालयों एवं कॉलेजों में एक नया रोस्टर तैयार किया गया है, जिससे विद्यार्थियों को आपातकालीन सेवाएं दी जा सकें. वर्तमान कोविड परिस्थितियों के कारण सभी कर्मचारियों को कैंपस में बुलाया नहीं जा रहा है. कुछ संस्थानों में सभी गैर जरूरी सुविधाओं को फिलहाल स्थगित कर दिया गया है. जरूरी काम के लिए विद्यार्थी कैंपस में आ सकते हैं, लेकिन उसके लिए एक दिन व समय निर्धारित किया गया है.
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इस विषय में कलकत्ता यूनिवर्सिटी के रजिस्ट्रार देवाशीष दास ने जानकारी दी कि मार्च, 2020 के लॉकडाउन के बाद से ही सभी कॉलेजों व विश्वविद्यालयों में ऑनलाइन कक्षाएं ली जा रही हैं. एकेडमिक कारणों से अभी विद्यार्थी कैंपस में प्रवेश नहीं कर सकते हैं. छात्र कैंपस में अपना माइग्रेशन सर्टिफिकेट, रद्द की गयी फीस या फीस माफ करवाने के लिए जरूरी कागजात जमा करने या मार्क्सशीट अटेस्टेड करवाने आ सकते हैं. इसके लिए भी पहले उनको विभागाध्यक्ष या कार्यालय से अनुमति लेनी होगी.
उच्च शिक्षा विभाग की अधिसूचना के अनुसार यहां केवल आवश्यक सेवाएं देनेवाले विभाग ही खुले रहेंगे. इसमें ऑडिट एंड अकाउंट्स, परीक्षा नियंत्रक विभाग एवं ट्रांसस्क्रिप्ट एंड रजिस्ट्रेशन जैसे विभाग ही खुले रहेंगे. कैंपस में केवल 50 पप्रतिशत कर्मचारी ही आ सकते हैं. चारों ओर फैल रहे कोरोना वायरस के कारण ज्यादा कर्मचारियों को बुलाया नहीं जा सकता है. जादवपुर यूनिवर्सिटी के प्रो वाइस चांसलर प्रो. चिरंजीव भट्टाचार्य ने जानकारी दी कि सभी विभागाध्यक्षों को एक रोस्टर बनाने के लिए कहा गया है. उसी के अनुसार काम होगा. कैंपस में तीन शिक्षकों व एक अधिकारी के कोरोना पोजिटिव होने के बाद काफी सावधानी बरती जा रही है.
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Posted By: Aditi Singh