आसनसोल: पांडवेश्वर में गृह मंत्री अमित शाह द्वारा तृणमूल के खिलाफ दिये गये बयान पर तृणमूल के प्रदेश सचिव वी. शिवदासन दासू ने पलटवार किया. आसनसोल बाजार स्थित टीएमसी कार्यालय में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए दासू ने कहा कि गृह मंत्री ने तृणमूल के माफिया को जेल भेजने की बात कही है. लेकिन वे खुद ही माफिया के सरदार हैं. उन्होंने कहा कि गुजरात के एक मंत्री की हत्या मामले में उन्हें जेल भी हुई थी. सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर कर उन्हें जमानत मिली थी.
ये आज तृणमूल नेताओं को माफिया बता रहे हैं. उन्होंने कहा कि अमित शाह ममता बनर्जी के नवरत्नों में जितेन्द्र तिवारी का नाम जोड़ रहे हैं. ममता बनर्जी ने उन्हें बड़ा दायित्व दिया था. सुविधावादी लोग अपने गुनाहों पर पर्दा डालने के लिये भाजपा में शामिल हो गये. कोयला माफिया के साथ उनका संबंध जांच का विषय है. दो मई को बंगाल की जनता जवाब देगी.
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चुनावी जनसभा में भाजपा नेता तृणमूल कर्मियों तथा पुलिस को जेल भेजने की धमकी दे रहे हैं. तृणमूल कर्मी इन गीदड़ भभकियों ने डरनेवाले नहीं हैं. भाजपा की धमकी कहीं उल्टा नहीं पड़ जाये और भाजपा के लोगों को जेल जाना पड़ जाये. राज्य में तृणमूल को 175 से दौ सौ सीटें मिलेगी. घुसपैठियों की बात करनेवाले भाजपा नेता खुद ही घुसपैठिये हैं. उन्होंने कहा कि पांडवेश्वर के भाजपा उम्मीदवार विश्वनाथ पडियाल पर आरोप लगा रहे हैं कि भाजपा में शामिल होने के लिये आठ बार आवेदन किये थे. लेकिन वे खुद ही कोलकाता के एक नेता से बात कर तृणमूल में वापसी का रास्ता बना रहे हैं. हारने के छह महीने के बाद वे पुन: तृणमूल का झंडा पकड़कर ममता बनर्जी जिंदाबाद के नारे लगायेंगे.
इधर, पांडवेश्वर के भाजपा उम्मीदवार जितेंद्र तिवारी ने निंघा के एक निजी होटल में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि लोकतंत्र में जनता को जो उम्मीदवार पसंद हैं, उन्हें वोट दे रहे हैं. पश्चिम बर्दवान जिले में तृणमूल को यह पता चल गया है कि वह नौ सीटों पर ही हार रही है. इससे तृणमूल हताश हो गयी है. अब अपने नेताओं पर विश्वास नहीं कर अभिनेता व अभिनेत्रियों को चुनाव प्रचार के लिए ला रही है. तृणमूल हार की हताशा से निकलने के लिए एक मॉड्यूल तैयार किया है, जिसका नाम दिया गया है “जहर”.
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उन्होंने कहा कि तृणमूल चुनाव के अंतिम 5-6 दिनों में एक योजना बनायी है, वह एंटी कैंडिडेट एवं एंटी पार्टी पंपलेट छपवा कर चुनाव के 24 से 48 घंटे पहले विभिन्न समाचार पत्रों के माध्यम से कैंडिडेट की झूठी खबरें फैलाकर जनता को भ्रमित करना चाहती है. वह इसके लिए फर्जी मीडिया के फेक वीडियो क्लिपिंग, फर्जी ऑडियो क्लिपिंग एवं विभिन्न अखबारों के फर्जी खबर की पर्ची छपवा कर चुनाव के ठीक पहले झूठी अफवाह फैलाना चाह रही है. इस तरह की खबरें हमलोगों को मिली है. उन्होंने कहा कि इस तरह की खबरों से जनता सावधान रहें तथा सही उम्मीदवार को चुनें. श्री तिवारी ने बताया कि तृणमूल ने हार मान लिया है.
उसके पैरों के नीचे से जमीन खिसक चुकी है. इसलिए वह उल्टे सीधे बयान भी दे रही है. एक संवाददाता सम्मेलन में तृणमूल के प्रदेश महासचिव वी. शिवदासन दासू ने दावा किया कि पांडवेश्वर के भाजपा उम्मीदवार हारने के बाद तृणमूल में वापस आयेंगे. इस सवाल पर श्री तिवारी ने कहा कि वह चुनाव की क्या बात करेंगे. आज तक वह एक पार्षद का चुनाव भी नहीं जीते हैं. पहले वह चुनाव जीतकर आयें, फिर चुनाव के विषय में बात करें. वह जिस नेता को मक्खन लगा रहे हैं, वह भी चुनाव में उन्हें नहीं पूछ रहे हैं. कोई भी कैंडिडेट उन्हें चुनाव प्रचार में नहीं ले जाना चाह रहा है, क्योंकि वह जानता है कि उन्हें ले जाने से नुकसान होगा.
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Posted By: Aditi Singh