कोलकाता (नम्रता पांडेय) : कोलकाता के अलीपुर स्थित मौसम विभाग ने संभावित सुपर साइक्लोन यश के अम्फान की तरह ही विध्वंसक होने का अलर्ट जारी किया है. दक्षिण 24 परगना में इस तूफान का सबसे ज्यादा असर पड़ने की संभावना है. ऐसे में जिला प्रशासन के लिए कोरोना महामारी की दूसरी लहर के बीच इस विध्वंसक आपदा से निबटना बहुत बड़ी चुनौती है. इसके लिए जिला प्रशासन ने व्यापक तैयारी की है.
पिछले वर्ष मई महीने में ही आये अम्फान चक्रवात से निबटने जिला प्रशासन को अनुभव है. इसलिए प्रशासन को इस बात की जानकारी है कि किस प्रकार से किन क्षेत्रों को यश तूफान प्रभावित कर सकता है. इन चुनौतियों से कैसे निबटने के लिए कैसी तैयारियां करनी होंगी, यह भी प्रशासन को मालूम है. यही वजह है कि जिला प्रशासन ने सुंदरवन इलाके में इस तूफान के असर को कम करने के लिए विशेष इंतजाम किये गये हैं.
सुपर साइक्लोन यश से निबटने की तैयारियों का जायजा लेने के लिए सुंदरवन इलाके में पहुंचे दक्षिण 24 परगना के डीएम डॉ पी उलगानाथन ने काकद्वीप में आपदा के समय सक्रिय रहने वाले सभी विभागों के अधिकारियों के साथ बैठक की. उन्होंने संवाददाताओं से कहा कि इस बार यश के दौरान वह सुंदरवन व तटीय इलाकों में टेक्नोलॉजी की व्यवस्था को दुरुस्त रखेंगे. सभी तैयारियों के साथ वह टेलीकॉम कम्युनिकेशन पर विशेष ध्यान दे रहे हैं.
Also Read: कोरोना से सबसे ज्यादा प्रभावित जिलों में तबाही मचा सकता है सुपर साइक्लोन Yaas, नौसेना और एनडीआरएफ तैयारमई, 2020 में अम्फान चक्रवात की वजह से टेलीकम्युनिकेशन व इलेक्ट्रिक पोल को काफी क्षति पहुंची थी. यही वजह है कि प्रशासन को लोगों से संपर्क स्थापित करने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा था. उन्होंने कहा कि कोविड अस्पतालों व सेफ होम में कोई कमी न हो, इस पर जोर दिया जायेगा. डीएम ने बताया कि मल्टीपरपज साइक्लोन सेंटर्स व सभी हाई स्कूल इत्यादि को सैनिटाइज कर दिया गया है. सभी जरूरी सामग्रियां सभी सेंटर्स में पहुंचायी जा रही हैं. सभी विभागों ने अपने-अपने स्तर से पूरी तैयारी कर ली है.
टेलीकम्युनिकेशन की कोई समस्या न हो, इसके लिए डीएम ने चक्रवात का अलर्ट जारी होते ही टेलीकम्युनिकेशन विभाग के अधिकारियों के साथ चार-पांच मीटिंग की. मीटिंग में इस बात को सुनिश्चित कर लिया गया है कि आपदा के दौरान विभिन्न क्षेत्रों में संपर्क को लेकर पिछली बार की तरह कोई समस्या न हो.
Also Read: 100 किमी की रफ्तार से टकरायेगा ‘यश’ चक्रवात, बंगाल में अलर्ट, कंट्रोल रूम में रहेंगी ममता बनर्जीडीएम ने बताया कि 10-15 जियो व बीएसएनएल की टीमें कटिंग मशीन, डिगिंग मशीन, वायर व फाइबर के साथ प्रभावित होने वाले क्षेत्रों में तैनात रहेंगी. रिमोट एरिया जी प्लॉट व एल-प्लॉट में संपर्क को दुरुस्त रखने के लिए 20-25 सैटेलाइट फोन इस्तेमाल किये जायेंगे. पुलिस के पास आरटी मोबाइल होंगे. हैम रेडियो को भी लापता लोगों का पता लगाने के लिए तैनात रहने को कहा गया है.
श्री उलगानाथन ने कहा कि यश साइक्लोन के दौरान वह किसी भी प्रकार से कोविड अस्पतालों व सेफ होम में चल रहे इलाज को प्रभावित नहीं होने देना चाहते हैं. इसलिए सभी कोविड अस्पतालों व सेफहोम में जेनरेटर, अतिरिक्त ऑक्सीजन सिलिंडर व दवाइयों की व्यवस्था की जा रही है.
उन्होंने कहा कि बैठक में पुलिस, एसडीओ, एनडीआरएफ, कोस्ट गार्ड, ग्राम पंचायत व अन्य कार्यरत विभागों के अधिकारियों से बात कर हर जगह सामग्री प्रचुर मात्रा में भिजवाने का कार्य जिला प्रशासन की ओर से शुरू कर दिया है. शनिवार को बैठक में जिन सामग्रियों की कमी थी, उसके बारे में बात कर ली गयी है. उसे भी पहुंचाने का काम शुरू हो जायेगा.
डीएम द्वारा दी गयी जानकारी के अनुसार सभी तटबंधों की मरम्मत का काम तेजी से चल रहा है. उन्होंने कहा कि आशा है कि साइक्लोन आने से पहले यह काम खत्म हो जायेगा.
Also Read: बंगाल के अधिकतर हिस्सों में बारिश शुरू, कल बेहद शक्तिशाली चक्रवाती तूफान में बदलेगा यशडीएम ने बताया कि किसी भी प्रकार कोई मछुआरा चक्रवात में न फंसे, इसके लिए एरियल पैट्रोलिंग कोस्टल इलाकों में हो रही है. फिशरी डिपार्टमेंट और पुलिस भी तटीय इलाकों में लोगों को जागरूक करने का काम तेजी से कर रहे हैं.
सुपर साइक्लोन से निबटने के लिए एनडीआरएफ की चार टीम सागर व आसपास के क्षेत्रों में तैनात कर दी गयी है
साइक्लोन के दौरान भी कोविड अस्पताल व सेफ होम की व्यवस्था प्रभावित न हो, इसलिए जेनेरेटर, ऑक्सीजन व दवाइयों की अतिरिक्त व्यवस्था पर जोर
यश चक्रवात से निबटने के लिए इस दौरान काम करने वाले सभी विभागों से बैठक कर डीएम ने लिया तैयारियों का जायजा
Posted By: Mithilesh Jha