कोलकाता: कोरोना से संक्रमित मरीजों के इलाज के लिए ऑक्सीजन बहुत ही जरूरी है. इस बात को ध्यान में रखते हुए पश्चिम बंगाल सरकार ने महानगर से लेकर जिला व महकमा स्तर के कुल 105 सरकारी कोविड-19 अस्पतालों में ऑक्सीजन की आपूर्ति सुनिश्चित की है. राज्य सचिवालय की ओर से मंगलवार को जारी विज्ञप्ति के अनुसार, इससे कोविड अस्पतालों में भर्ती 12500 रोगियों के लिये 24 घंटे ऑक्सीजन गैस उपलब्ध रहेगा.
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इसके अलावा राज्य सरकार ने 15 मई 2021 तक राज्य के और 41 सरकारी अस्पतालों में पाइप लाइन के माध्यम से ऑक्सीजन गैस की आपूर्ति करने का लक्ष्य है. इससे और 3000 रोगियों को बेहतर चिकित्सा प्रदान की जा सकेगी. उल्लेखनीय है कि राज्य के मुख्य सचिव अलापन बंद्योपाध्याय ने मंगलवार को सभी जिलों के डीएम व स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक की.
मेडिकल कॉलेज, जिला अस्पताल सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल महकमा अस्पताल के मुख्य अधिकारियों को ऑक्सीजन पश्चिम बंगाल सरकार ने मंगलवार को भी विज्ञप्ति जारी कर बताया कि राज्य के सभी मेडिकल कॉलेज, जिला अस्पताल, सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल व महकमा अस्पताल के मुख्य अधिकारियों को अब से सीएमएस द्वारा मिली अनुमति के अनुसार ऑक्सीजन संग्रह कर रख पायेंगे. इसके लिए वित्त विभाग के निर्देश का पालन करना होगा. इससे इलाके के अनुसार ऑक्सीजन आपूर्ति पर लगे प्रतिबंध को हटा दिया गया है.
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बताया गया है कि राज्य के सभी सेवाओं को त्वरित रूप से प्रदान करने के लक्ष्य को ध्यान में रखते हुए मेडिकल कॉलेज और अस्पताल के प्रिंसिपल व एमएसवीपी को वित्त विभाग के निर्देश के अनुसार, अपने अस्पताल में आवश्यकता के आधार पर गैस पाइपलाइन बिछाने के लिए अनुमति देने का अधिकार प्रदान किया गया है.
राज्य में गैस आपूर्ति सामान्य रखने के लिए पश्चिम बंगाल सरकार ने यहां 55 ऑक्सीजन प्लांट की स्थापना करने की योजना बनायी है. इससे राज्य के अस्पताल ऑक्सीजन उत्पादन में स्वनिर्भर हो पायेंगे. इसके फलस्वरुप ऑक्सीजन सिलिंडर आपूर्ति करनेवाली संस्था पर निर्भरता कम होगी. इसके अलावा और कई बड़े मेडिकल कॉलेज और अस्पतालों में आपातकालीन परिस्थिति के आधार पर लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन टैंक की स्थापना करने की योजना बनाई गई है. इससे बड़े अस्पतालों में वाणिज्य ऑक्सीजन के ऊपर से निर्भरशीलता कम होगी और वह अस्पताल अपने जरूरत के अनुसार कोरोना से संक्रमित रोगियों को पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन की आपूर्ति कर पायेंगे.
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Posted By: Aditi Singh