बर्दवान/पानागढ़, मुकेश तिवारी : पूर्व बर्दवान जिले के किसी भी सीट पर दोबारा चुनाव की संभावना नहीं है. नतीजे घोषित होने के बाद देखा गया कि सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस ने पूर्व बर्दवान जिले में ग्राम पंचायत, जिला परिषद और पंचायत समिति की अधिकांश सीटों पर जीत हासिल की है. और इसके बाद नेताओं के बीच इस बात को लेकर अटकलें शुरू हो गई कि कौन किस पद पर रहेगा. ग्राम पंचायत, जिला परिषद और पंचायत समिति में प्रधान, उपप्रधान, प्रधान, प्रधान पद के लिए कई उम्मीदवार अपनी उम्मीदवारी जताने लगे हैं. सवाल यह है कि क्या पिछले विजेता पुराने पदों पर बैठेंगे या पार्टी के अन्य नेताओं को मौका दिया जाएगा. पार्टी के एक सूत्र के मुताबिक, पंचायत समिति, ग्राम पंचायत और जिला परिषद के पदों पर नए चेहरों को आगे लाया जा सकता है. परिणामस्वरूप, अनेक सम्भावनाएं उत्पन्न हुई हैं. फिर, जो लोग विभिन्न कार्यकारी पदों पर थे, उनमें से कई इस बार पार्टी से उम्मीदवार नहीं हो सके थे.
इन लोगों ने की जीत हासिल
पूर्व बर्दवान जिला परिषद की सभी सीटों पर तृणमूल कांग्रेस के उम्मीदवारों ने जीत हासिल की है. सत्ता विरोधी खेमे के उम्मीदवार एक भी सीट नहीं जीत सके. पिछली बार की तरह इस बार भी तृणमूल कांग्रेस ने कुल 66 सीटों पर जीत हासिल की है. इसके अलावा जिले के 23 ब्लॉकों की 215 ग्राम पंचायतों में से 208 पर तृणमूल कांग्रेस ने जीत हासिल की है. बाकी 7 में से 2 पर बीजेपी और 1 पर लेफ्ट ने जीत हासिल की है. वहीं 23 पंचायत समिति में कुल सीटों की संख्या 640 है, जिसमें से टीएमसी ने 613 सीटों पर जीत हासिल की है. बीजेपी ने 15 और सीपीएम ने 11 सीटें जीतीं. इसके अलावा मंगलकोट और केतुग्राम-1 पंचायत समिति पर भी सत्तारूढ़ दल ने निर्विरोध कब्जा जमाया है.
क्या शंपा धारा बर्दवान जिला परिषद की अध्यक्ष बनी रहेगी
सभी क्षेत्रों के नतीजे घोषित होने के बाद तृणमूल के भीतर विभिन्न क्षेत्रों में पदों को लेकर अटकलें शुरू हो गयीं है. सवाल उठाया गया है कि क्या शंपा धारा बर्दवान जिला परिषद की अध्यक्ष बनी रहेंगी या कोई नया चेहरा लाया जाएगा. इस बार जिला परिषद अध्यक्ष पद पर महिलाओं के लिए कोई आरक्षण नहीं है. पिछली बार महिला आरक्षण के कारण शंपा धारा को अध्यक्ष और देबू टुडू को उपाध्यक्ष बनाया गया था. इस बार दोनों ने जीत हासिल की है. ऐसे में शंपा धारा काफी आगे हैं. हालांकि, पार्टी सूत्रों के मुताबिक, सह अध्यक्ष और कार्यकारिणी के पदों में कुछ बदलाव कर नए चेहरों को लाया जा सकता है. उस फैसले के मुताबिक बर्दवान-1 ब्लॉक की जिला परिषद सीट पर जीत हासिल करने वाले उम्मीदवार देवनारायण गुहा को इस बार सह-अध्यक्ष बनाया जा सकता है. यह भी उम्मीद है कि पार्टी की जिला कमेटी के अधिकांश नेताओं का समर्थन मिलेगा.
देवनारायण गुहा हमेशा मुस्कुराते रहने वाले और कार्यकर्ताओं के बीच अपनी बात कहने में पारदर्शी छवि वाले अनूठे नेता हैं. नेता को भ्रष्टाचार और भाई-भतीजावाद के दावों से कोई समस्या नहीं है. वह शहर की एक प्रसिद्ध सहकारी समिति के अध्यक्ष हैं. चरण दर चरण विभिन्न पदों पर रहने के बाद पिछली बार वह दूसरी बार बर्दवान-1 ब्लॉक पंचायत समिति के उपाध्यक्ष बने थे. उनके अनुयायियों का दावा है कि उन्होंने कृषि विकास और रोजगार के उद्देश्य से कई परियोजनाओं के कार्यान्वयन में योगदान दिया है.हालांकि, अगर अनुभवी देबू टुडू को सह-अध्यक्ष बनाए रखा जाता है, तो देवनारायण गुहा को अध्यक्ष नियुक्त किया जा सकता है. इसके अलावा जमालपुर से जीते मिट्ठू माझी, गलसी से जीते महबूब मंडल फिर से चेयरमैन पद पर बैठ सकते हैं. इस तथ्य के कारण कि कई पदाधिकारी पार्टी के लिए उम्मीदवार नहीं बन सके, उन स्थायी संघों के पदाधिकारी के रूप में नए लोगों का भाग्य सामने आ गया है.
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