Bengal Vidhan Sabha Chunav 2021: पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव को लेकर सियासी गहमागहमी बढ़ती जा रही है. दिन गुजरने के साथ आरोपों के तीर तेज हो रहे हैं. एक दिन पहले ब्रिगेड ग्राउंड में पीएम मोदी ने मेगा रैली को संबोधित किया था. इस दौरान पीएम मोदी ने इशारों-इशारों में ममता बनर्जी के साथ ही अभिषेक बनर्जी और प्रशांत किशोर पर भी हमला किया था. पीएम मोदी ने कहा था कि ‘दीदी को गुस्सा आ रहा है, क्योंकि उनका रिमोट कंट्रोल अब उनके पास नहीं रहा.’
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पीएम मोदी ने ब्रिगेड परेड ग्राउंड में कहा था ‘दीदी एतो राग केनो? दीदी इतनी क्यों नाराज हैं? क्योंकि, उनका रिमोट कंट्रोल अब उनके पास नहीं है.’ पीएम मोदी ने अपने बयान से टीएमसी के चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर और ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी को निशाने पर लिया था. पीएम मोदी से लेकर बीजेपी के तमाम नेता बुआ-भतीजा (ममता बनर्जी और अभिषेक बनर्जी) के मुद्दे पर सीएम ममता से सवाल पूछ रहे हैं. पीएम मोदी ने यह भी कहा था कि ‘ममता बनर्जी को सिर्फ एक ही भतीजे के लिए मोह है. पश्चिम बंगाल के बाकी भतीजे-भतीजियों को सीएम ममता बनर्जी भूल चुकी हैं.’
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टीएमसी में प्रशांत किशोर और अभिषेक बनर्जी को लेकर कई बार आपसी तनातनी दिख चुकी है. इन्हीं दोनों के पार्टी में बढ़ते दखल के चलते सीएम ममता बनर्जी के पुराने सहयोगी शुभेंदु अधिकारी ने टीएमसी को अलविदा कहकर बीजेपी का दामन थाम लिया था. बंगाल में कहा जाता है कि ममता बनर्जी के बाद अभिषेक बनर्जी पार्टी को लीड करने वाले हैं. लिहाजा, अभिषेक बनर्जी की इमेज को चमकाने की कोशिश की जा रही है. वहीं, प्रशांत किशोर टीएमसी के लिए चुनावी रणनीति बना रहे हैं. साल 2014 में बीजेपी की प्रचंड जीत के पीछे रणनीतिकार प्रशांत किशोर का ही हाथ था. इसी बीच बीजेपी से भी प्रशांत किशोर की दूरी बढ़ी और आज प्रशांत किशोर टीएमसी के लिए रणनीति बनाने में जुटे हैं.