bengal election 2021 : पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव की तारीख के एलान के साथ तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी एक्शन में आ गई है. ममता बनर्जी ने बीजेपी को रोकने के लिए खास प्लान बनाया है. बताया जा रहा है कि चुनाव से संबंधित सभी तरहों की मंत्रणा और एक्शन के लिए एक इलेक्शन कमिटी बनाई गई है, जिसमें डेरेक ओ ब्रायन, अभिषेक बनर्जी सहित 11 लोगों को शआमिल किया गया है.
जानकारी के अनुसार राज्य में होने वाले विधानसभा चुनाव की तिथि निर्धारित होते ही सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस ने शुक्रवार को ही कोर कमेटी की बैठक की. बैठक की अध्यक्षता पार्टी की सुप्रीमो ममता बनर्जी ने किया, जहां चुनाव को लेकर रणनीति तैयार की गयी है. बैठक समाप्त होने के बाद संवाददाताओं से मुखातिब हुए तृणमूल कांग्रेस के सेक्रेटरी जनरल पार्थ चटर्जी ने कहा कि चुनाव के मद्देनजर पार्टी ने इलेक्शन कमेटी का गठन किया है.
चटर्जी ने आगे बताया कि इस कमेटी में पार्टी सुप्रीमो सुश्री बनर्जी और उनके अलावा सुब्रत बख्शी, सुदीप बंद्योपाध्याय, सौगत राय, अभिषेक बनर्जी, फिरहाद हकीम, अरूप विश्वास, चंद्रिमा भट्टाचार्य, डेरेक ओ ब्रायन और सुब्रत मुखर्जी शामिल हैं. यह कमेटी चुनाव के मद्देनजर पार्टी की हर गतिविधियों का संचालन करेगी.
चुनाव आयोग पर भड़की ममता- इससे पहले, पश्चिम बंगाल में आठ चरणों में चुनाव कराये जाने के ऐलान के बाद मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी ने चुनाव आयोग पर जमकर निशाना साधा है. बनर्जी ने कालीघाट के अपने आवास स्थित पार्टी कार्यालय में आयोजित संवाददाता सम्मेलन के दौरान सवाल किया कि क्या चुनाव आयोग ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह के दौरे के हिसाब से चुनावी तारीखों का ऐलान किया है?
ममता ने आगे कहा कि भाजपा ने जो कहा है क्या चुनाव आयोग ने वही किया है? असम, तमिलनाडु और पुडुचेरी में जब एक चरण में चुनाव कराये जा सकते हैं, तो बंगाल में आठ चरणों में चुनाव कराने का फैसला क्यों लिया गया? राज्य के एक ही जिले में दो-तीन चरणों में चुनाव क्यों कराये जा रहे हैं?
Posted By : Avinish kumar mishra