पश्चिम बंगाल में चुनावी रणभेरी बज चुकी है. ऐसे में सीट बंटवारे और कैंडिडेट चयन का काम सभी पार्टी के भीतर जोर शोर से चल रही है. बताया जा रहा है कि बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव भी बंगाल में अपनी पार्टी को मजबूत करने के लिए कुछ सीटों पर चुनाव लड़ना चाहते हैं. इसके लिए राजद के स्थानीय नेता लगातार तृणमूल कांग्रेस से संपर्क साध रहे हैं, लेकिन टीएमसी ने अभी तक एक भी सीट देने पर सहमति नहीं दी है.
सूत्रों के हवाले से मिली जानकारी के अनुसार राजद ने ममता बनर्जी की पार्टी से 4 सीटों की मांग की है, इनमें कोलकाता की बड़ा बाजार, आसनसोल की पंडेश्वर सीट शामिल है, लेकिन टीएमसी एक भी सीट नहीं देना चाहती है. वहीं राजद के प्रदेश अध्यक्ष बिंदा यादव ने कहा कि सीटों का मामला अब तेजस्वी यादव ही सुलझाएंगे, जबकि तेजस्वी ने ममता बनर्जी को बिना शर्त समर्थन दे दिया है.
राजद नेता तेजस्वी यादव बंगाल में ममता का समर्थन चाहते हैं. लेकिन ममता की पार्टी सीट देना नहीं चाहती है. टीएमसी का इसके पीछे तर्क है कि बिहार चुनाव में भी राजद ने उनकी पार्टी को एक भी सीट नहीं दी, जबकि सीपीएम को चार सीटों पर कैंडिडेट उतारने का अवसर दिया गया.
टीएमसी सूत्रों के अनुसार राजद सहित बिहार-यूपी की कई क्षेत्रिय पार्टियों ने सीट बंटवारे के लिए संपर्क साधा. लेकिन यहां इन पार्टियों की कोई जनाधार नहीं है, जिसकी वजह से तृणमूल ने सीट देने से इंकार कर दिया है. वहीं ममता बनर्जी इस पूरे चुनाव को बाहरी बनाम बंगाल की बेटी बना रही है. ऐसे मेंं इन नेताओं की जरूरत भी ममता बनर्जी को प्रचार के लिए नहीं है, जिसके कारण टीएमसी भाव देने के मूड में नहीं है.
तेजस्वी यादव भले सीट शेयरिंग का मसला नहीं सुलझा पाए हों, लेकिन अब सबकी निगाहें रांची की होटवार जेल पर टिक गई है. होटवार जेल के हॉस्पिटल से ही लालू यादव बंगाल चुनाव पर अंतिम फैसला करेंगे. बता दें कि 2006 में राजद कोलकाता की एक सीट पर जीत दर्ज की थी.
Posted By : Avinish kumar mishra