बीरभूम: पश्चिम बंगाल के रामपुरहाट हिंसा मामले की जांच सीबीआई कर रही है. सबूतों के अध्ययन के साथ- साथ गवाहों से भी पूछताछ जारी है. वहीं, सीबीआई ने रामपुरहाट थाने के तत्कालीन थाना प्रभारी त्रिदीप प्रमाणिक से रामपुरहाट में बागटुई हत्याकांड मामले में पूछताछ की. मंगलवार को निलंबित थाना प्रभारी को बीरभूम में अस्थायी सीबीआई कार्यालय में बुलाया गया था. सूत्रों के मुताबिक तत्कालीन रामपुरहाट थाना प्रभारी से सीबीआई ने पूछताछ की. इस दौरान सीबीआई के अधिकारियों ने पुलिस अधिकारी से ग्रामीणों की शिकायत के बारे में सवाल किया. उनसे पूछा गया कि घटना के दिन पुलिस मौके पर क्यों नहीं गई और पुलिस से मदद मांगने पर भी मदद नहीं दी गई.
निलंबित थाना प्रभारी से किए गए कई सवाल
वहीं, जानकारी मिली है कि त्रिदीप प्रमाणिक ने सीबीआई द्वारा दी गई सभी सूचनाओं का खंडन किया है. सीबीआई सूत्रों के मुताबिक आज ही के दिन रामपुरहाट थाने के तत्कालीन थाना प्रभारी से पूछा गया था कि घटना की रात बागटुई गांव के घरों में आग लगाने से पहले वहां कितने लोग जमा हो गए थे. क्या उनके पास हथियार और बम थे? .घटनास्थल से बम और हथियार दोनों बरामद किए गए हैं. हमलावर के पास हथियार नहीं थे तो हथियार कैसे आए? सीबीआई सूत्रों के मुताबिक, थाना प्रभारी जवाब में कुछ नहीं कह पाए.
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पुलिस की लापरवाही के आरोपों की जांच में जुटी सीबीआई
बता दें कि घटना के बाद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भी बागटुई गांव जाकर पुलिस की लापरवाही की बात कही थी. सीबीआई इस संबंध में पुलिस की भूमिका की जांच करना चाहती है. सीबीआई सूत्रों के अनुसार, घटना की जांच में गिरफ्तार किए गए अनारुल हुसैन से एक से अधिक बार पूछताछ की गई है. सीबीआई सूत्रों के मुताबिक घटना के चश्मदीद मिहिलाल शेख का बयान सोमवार को दर्ज किया गया था. आईसी के बयान का मिलान उनके बयान से हो रहा है. वहीं, कई अनगिनत सवालों के जवाब तलाश रही एसबीआई सभी के अलग-अलग बयानों का मिलान कर रही है.
रिपोर्ट- मुकेश तिवारी